उत्तर प्रदेश के आगरा में पुलिस ने 40 साल बाद हत्या के एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. यह मामला खेरागढ़ थाना क्षेत्र का है. जानकारी के मुताबिक, 1982 में 7 साल के बच्चे हरेंद्र की हत्या कर दी गई थी. उसके शव को गांव के बाग में फेंक दिया गया था.
मृतक हरेंद्र के परिजनों ने गांव के ही रहने वाले चंद्रभान ऊर्फ पन्ना और अंतराम ऊर्फ अन्ना के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था. जानकारी के मुताबिक, बच्चे के पिता से 5 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई थी. न देने पर मासूम की हत्या कर शव को गांव के बाग में फेंक दिया था.
बच्चे का सिर कटा हुआ था
शव बुरी तरह से सड़ चुका था और उसमें से बदबू आने लगी थी. शुरुआत में स्थानीय लोगों को लगा कि कोई जानवर सड़ गया है. मगर, ध्यान से देखने के बाद पता चला कि यह शव किसी बच्चे का है और उसका सिर कटा हुआ था.
एक आरोपी हुआ था गिरफ्तार, दूसरा चल रहा था फरार
ग्रामीणों ने तुरंत ही इसकी सूचना खेरागढ़ पुलिस को दी थी. शव की पहचान गांव के रहने वाले बच्चे हरेंद्र के तौर पर हुई. उसके पिता ने गांव के ही चंद्रभान और अंतराम पर शक जताया था. पुलिस ने चंद्रभान को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन अंतराम फरार हो गया था.
इसकी तलाश के लिए पुलिस ने कई जगह छापेमारी की और उसके घर की कुर्की भी करवा दी थी. मगर, उसका कहीं कुछ पता नहीं चल सका.
40 साल बाद पकड़ा गया बच्चे की हत्या का आरोपी
इस दौरान समय बीतता गया और 40 साल हो गए. हर किसी ने दूसरे आरोपी के पकड़े जाने की पूरी उम्मीद छोड़ दी थी. शातिर आरोपी पुलिस से बचने के लिए दिल्ली आकर छुप गया. उसने यहां दूसरी शादी की और अपनी पहचान बदल कर राजमिस्त्री का काम करने लगा.
40 साल बाद जब लौटा, तो पुलिस को मिल गई सूचना
साल 2023 में यानी पूरे 40 साल बाद कहानी में मोड़ आया. पुलिस को खबरी से सूचना मिली कि मुकदमा संख्या 32/1982 का आरोपी अंतराम दिल्ली में रहता है. वह इस समय आगरा आया हुआ है. पुलिस ने सैया कस्बे के पास तिहारे गांव के पास घेराबंदी की और आरोपी अंतराम को दबोच लिया.