लखनऊ स्थित किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में लव जिहाद का एक गंभीर मामला सामने आया है. आरोप है कि केजीएमयू के रेजिडेंट डॉक्टर रमीज मालिक ने अपनी शादी की सच्चाई छिपाकर एक हिंदू महिला रेजिडेंट डॉक्टर को प्रेम जाल में फंसाया. बाद में उसने महिला पर धर्मांतरण का दबाव बनाना शुरू कर दिया.
पीड़िता का कहना है कि जब उसने धर्मांतरण से साफ इनकार किया तो आरोपी डॉक्टर का व्यवहार बदल गया. उस पर लगातार मानसिक दबाव बनाया जाने लगा और उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया. लंबे समय तक चले इस मानसिक उत्पीड़न से महिला डॉक्टर पूरी तरह टूट गई. हालात इतने खराब हो गए कि उसने आत्महत्या करने का प्रयास तक कर लिया.
महिला के डॉक्टर के साथ लव जिहाद
इस घटना के बाद पीड़िता के परिजनों ने मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल और राज्य महिला आयोग में शिकायत दर्ज कराई. मामले की गंभीरता को देखते हुए केजीएमयू प्रशासन ने भी संज्ञान लिया है और आंतरिक जांच शुरू कर दी है.
राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा यादव ने इस मामले को बेहद चौंकाने वाला बताया. उन्होंने कहा कि लव जिहाद के नाम पर हिंदू बेटियों का जीवन बर्बाद किया जा रहा है. उन्होंने इस मानसिकता को खत्म करने की बात कही और कहा कि इस मामले में कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उनके अनुसार पीड़िता का बार-बार शोषण किया गया और उस पर मानसिक दबाव डाला गया, जिसके चलते उसने आत्महत्या का प्रयास किया.
आरोपी पहले से था शादीशुदा
पीड़िता ने बताया कि वह जुलाई महीने से आरोपी डॉक्टर के साथ रिश्ते में थी. बाद में उसे पता चला कि वह पहले से शादीशुदा है. पीड़िता ने महिला आयोग से मदद मांगी है और अपनी सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता जताई है. फिलहाल वह बेहद डरी हुई है और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग कर रही है.
धर्मांतरण का दबाव और आत्महत्या का प्रयास गंभीर अपराध
अपर्णा यादव ने कहा कि पीड़िता पर मतांतरण का दबाव डाला गया और उसे लगातार मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया. इसी मानसिक उत्पीड़न के चलते पीड़िता ने आत्महत्या का प्रयास भी किया. उन्होंने स्पष्ट कहा कि बीएनएस के तहत जितनी भी सख्त धाराएं लग सकती हैं, सभी लगाई जाएंगी. ऐसे मामलों में किसी भी तरह की नरमी नहीं बरती जाएगी.
आरोपी डॉक्टर को गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई होगी
उन्होंने बताया कि आरोपी डॉक्टर का नाम रमीज मलिक है, जो केजीएमयू में पैथोलॉजी विभाग में सेकंड ईयर का जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर है. साथ ही उन्होंने कहा कि इस तरह की मानसिकता रखने वाले व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा. आरोपी को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इस मामले में जो भी अन्य लोग शामिल होंगे, उन्हें भी जेल भेजा जाएगा.
पीड़िता डरी हुई थी, महिला आयोग को सुरक्षित स्थान समझकर आई
अपर्णा यादव ने कहा कि पीड़िता बहुत डरी हुई थी और इसलिए उसने पहले कहीं शिकायत नहीं की. उसने महिला आयोग को एक सुरक्षित स्थान समझते हुए यहां आकर अपनी बात रखी. यह विश्वास अपने आप में बहुत बड़ी बात है. उन्होंने भरोसा दिलाया कि पीड़िता को पूरा न्याय मिलेगा. एफआईआर दर्ज की जाएगी और मामले में ऐसी कार्रवाई की जाएगी जो एक नजीर बने. उन्होंने यह भी कहा कि पीड़िता पहले यह नहीं जानती थी कि आरोपी पहले से शादीशुदा है. बाद में यह सामने आया कि आरोपी ने पहले भी हिंदू लड़की से धर्म परिवर्तन कर शादी की थी. झूठ बोलकर संबंध बनाना भी कानूनन अपराध है और इस पहलू की भी जांच की जाएगी.