
अवैध धर्मांतरण का रैकेट चलाने वाले जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा की बलरामपुर स्थित आलीशान कोठी पर मंगलवार को बुलडोजर एक्शन हुआ. जिसके बाद इस कोठी के अंदर के राज उजागर हो रहे हैं. सीसीटीवी से लैस कोठी की अंदर की तस्वीरे हैरान करने वाली हैं.
दरअसल, कोठी में एक भी मिनट के लिए भी सीसीटीवी बंद न हो, इसके लिए छांगुर बाबा ने पूरा पावर प्लांट लगा रखा था. पावर प्लांट के खातिर बड़े स्तर पर इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया गया था और खूब सारी बैटरियां लगाई गई थीं. छत पर दर्जनों सोलर पैनल लगे थे.

इसके साथ ही यहां पर एमसीबी और पूरे सिस्टम को सुचारू रूप से चलाने के लिए बिजली कनेक्शन का खास इंतजाम किया गया था. क्योंकि, टेक्निकल तौर पर छांगुर बाबा चाहता था कि उसकी कोठी में किसी भी प्रकार की दिक्कत न आए.
इसी के चलते महलनुमा कोठी के अंदर ही यह पूरा पावर प्लांट तैयार किया गया था. जब आप इसको अंदर से देखेंगे तो पाएंगे कि इसमें बड़ी संख्या में बैटरियां, एमसीबी और पावर हाउस जैसा सेटअप लगा है. कुल मिलाकर, छांगुर बाबा चाहता था कि उसकी कोठी में कभी पावर कट न हो. खासकर एक मिनट के लिए भी सीसीटीवी ऑफ न हो.

बताया जा रहा ही कि छांगुर बाबा ने अपनी कोठी में हाईटेक सीसीटीवी कैमरे लगवाए थे जिसका कंट्रोल रूम खुद उसके बेडरूम में था. यहां से वह कोठी के भीतर और बाहर की हर एक्टिविटी पर नजर रखता था.
गौरतलब है कि जिस छांगुर बाबा को एक साधारण व्यक्ति समझा जा रहा था, उसके रहन-सहन का स्तर देख हर कोई दंग रह गया. पुलिस और प्रशासन ने जब उसके महलनुमा ठिकाने पर कार्रवाई की तो अंदर से एक ऐसी दुनिया का खुलासा हुआ, जो कई रहस्यों से भरी नजर आई.

कहा जा रहा है कि सुरक्षा के नाम पर छांगुर बाबा ने अपनी कोठी के चारों ओर 15 से 20 फीट ऊंची दीवारें बनवा रखी थीं. इन पर कांटेदार तार लगाए गए थे और इन तारों में बिजली का करंट भी दौड़ाया जाता था, ताकि कोई भी बाहरी व्यक्ति अंदर न दाखिल हो सके. सिक्योरिटी का यह इंतजाम किसी किले जैसा था.
मालूम हो कि छांगुर बाबा उत्तर प्रदेश में अवैध धर्मांतरण के एक बड़े रैकेट का सरगना है. जांच में यह सामने आया है कि उसने सैकड़ों लोगों का जबरन या लालच देकर धर्मांतरण कराया है. इस पूरे नेटवर्क में करीब 100 करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ है, जिसकी जांच ईडी ने शुरू कर दी है.