उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और अब यह खतरे के निशान से काफी ऊपर पहुंच गया है. रविवार दोपहर 12 बजे गंगा का जलस्तर 64.600 मीटर रिकॉर्ड किया गया. यह पिछले पांच वर्षों का सबसे उच्चतम स्तर है. खतरे का निशान 63.105 मीटर है, यानी पानी इससे सवा मीटर ऊपर बह रहा है.
गाजीपुर के कुल 7 में से 5 तहसीलों में बाढ़ का असर देखा जा रहा है. 116 गांव इससे प्रभावित हैं, जिनमें से 20 गांवों की करीब 5,500 आबादी सीधे तौर पर प्रभावित हुई है. कई इलाकों में गंगा का पानी घरों, खेतों और संपर्क मार्गों में भर चुका है. कई गांवों का संपर्क टूट चुका है. लोग अब नावों से आवाजाही कर रहे हैं.
गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ा
जिलाधिकारी अविनाश कुमार और पुलिस अधीक्षक बाढ़ प्रभावित इलाकों का लगातार दौरा कर रहे हैं. जिला प्रशासन ने करंडा क्षेत्र के सदर ब्लॉक में राहत शिविर लगाकर खाना, दवाएं और मवेशियों के लिए चारा बांटना शुरू कर दिया है. गर्भवती महिलाओं की सूची बनाकर उन्हें सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है.
जलस्तर 64.60 मीटर तक पहुंचा
डीएम ने बताया कि प्रयागराज में पानी घटने की सूचना मिली है, जिससे गाजीपुर में भी अगले कुछ दिनों में जलस्तर घटने की उम्मीद है. जो संपर्क मार्ग बाढ़ में टूटे हैं, उनकी मरम्मत जल्द कराई जाएगी. गंगा का जलस्तर 64.60 मीटर तक पहुंच चुका है. राहत कार्य तेज किए गए हैं. सभी आश्रय स्थल सक्रिय हैं. जल्द ही पानी घटने की उम्मीद है.