यूपी के फतेहपुर के मकबरा-मंदिर विवादित स्थल पर कार्तिक पूर्णिमा के दिन पूजा करने गईं महिलाओं को पुलिस ने रोक दिया. इस दौरान महिलाओं और पुलिसकर्मियों के बीच तीखी झड़प हुई. महिलाओं ने पुलिस के साथ अभद्रता और गाली-गलौज भी की. पुलिस ने इस मामले में 21 अज्ञात महिलाओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. यह स्थल काफी समय से कोर्ट में विचाराधीन है. पूर्व में इसको लेकर भारी बवाल हो चुका है, तब बीजेपी-आरएसएस से जुड़े स्थानीय नेताओं पर एक्शन लिया गया था.
पुलिस के रोकने पर शुरू हुआ हंगामा
गौरतलब है कि मकबरा-मंदिर विवादित स्थल न्यायालय में विचाराधीन होने के बावजूद, कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर पप्पू सिंह चौहान की पत्नी के नेतृत्व में लगभग 20 महिलाएं और लड़कियां पूजा सामग्री लेकर विवादित स्थल की ओर बढ़ने लगीं. शांति व्यवस्था और सुरक्षा के लिए तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें आगे बढ़ने से रोका. इस पर महिलाएं भड़क गईं और उन्होंने ड्यूटी पर मौजूद पुलिसकर्मियों के साथ अभद्रता शुरू कर दी।. महिलाओं ने गाली-गलौज भी की, जिसका एक वीडियो भी सामने आया है.
महिलाओं ने पुलिस को दी धमकी
पुलिस के बार-बार समझाने के बावजूद महिलाएं नहीं मानीं और जबरदस्ती अंदर घुसने का प्रयास करने लगीं. इस दौरान उन्होंने पुलिसकर्मियों से धक्का-मुक्की भी की. बात यहीं नहीं रुकी, महिलाओं ने पुलिसकर्मियों को झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी भी दी. काफी देर हंगामे के बाद, आखिरकार महिलाओं ने विवादित स्थल से दूर से ही पूजा-अर्चना और आरती की. बाद में, मौजूद पुलिसकर्मियों ने समझा-बुझाकर उन्हें वापस भेज दिया.
21 अज्ञात महिलाओं पर केस दर्ज
इस पूरे मामले के बाद पुलिस ने फौरन एक्शन लिया. पुलिस ने आरोपी पप्पू सिंह चौहान की पत्नी समेत कुल 21 अज्ञात महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. पुलिस ने यह मुकदमा बीएनएस की धारा 352, 121(1), और 351(2) के तहत दर्ज किया है. पुलिस अब आगे की कानूनी कार्रवाई में जुट गई है. मालूम हो कि 11 अगस्त को हुए मंदिर-मकबरा बवाल में पप्पू सिंह पहले से ही आरोपी था. अब उसकी पत्नी भी आरोपी बनाई गई है.