उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) की मिमिक्री मामले की तपिश बागपत भी पहुंच गई है. बागपत के फैजपुर निनाना गांव में धनखड़ गोत्र के लोगों की एक पंचायत हुई. इसमें उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अपमान पर कड़ा रोष प्रकट किया गया. पंचायत में निर्णय लिया गया कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 62 गांव में घुसने नहीं दिया जाएगा.
आपको बता दें कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में धनखड़ गोत्र के 62 गांव हैं. धनखड़ गोत्र के लोग सभी गांवों में जन संपर्क करेंगे. साथ ही पंचायत में संसद के घेराव का भी निर्णय लिया गया है.ये पंचायत फैजपुर निनाना गांव में पूर्व प्रधान हरेंद्र धनखड़ के घर में हुई थी.
'जिन लोगों ने ऐसा किया, उनका हमेशा विरोध करेंगे'
इसमें हरेंद्र सिंह ने कहा कि संसद में जगदीप धनखड़ जी का जो मजाक उड़ाया गया है, उसके विरोध में इस पंचायत का आयोजन किया गया. जिन लोगों ने ऐसा किया है, उनका हम हमेशा विरोध करेंगे. पूरी पंचायत में यह डिसीजन लिया गया है. हम ऐसी पार्टी और ऐसे आदमी के साथ नहीं रहेंगे, जो हमारी बिरादरी का अपमान करेगा.
'अगर उन्होंने माफी नहीं मांगी तो धरना प्रदर्शन करेंगे'
उन्होंने आगे कहा कि धनकड़ गोत्र के गोल हरियाणा और राजस्थान में हैं. किसी भी कीमत पर ये लोग बेज्जती बर्दाश्त नहीं करेंगे. तीन-चार दिन पहले वहां मीटिंग भी हुई थी. धरना प्रदर्शन भी हुआ. हम भी पंचायत करने के बाद अपना काम चालू करेंगे. अगर उन्होंने माफी नहीं मांगी तो धरना प्रदर्शन करेंगे.
'राहुल गांधी माफी मांगे, अगर नहीं मांगी तो प्रदर्शन करेंगे'
पंचायत में पहुंचे स्थानीय निवासी नेत्रपाल सिंह ने बताया कि उपराष्ट्रपति जी को संसद में अपमानित किया गया है. हम पंचायत और सहयोग करके दिल्ली संसद भवन जाएंगे. इस मामले में राहुल गांधी माफी मांगे. अगर माफी नहीं मांगेंगे तो हम धरना प्रदर्शन करेंगे. संसद का घेराव करेंगे. इस घटना से सभी लोग दुखी हैं. जाट समाज एकजुट होगा और जिन्होंने यह गलती की है, उनका बहिष्कार करेगा.
बता दें कि संसद के शीतकालीन सत्र में जबरदस्त हंगामा हुआ, जिसके बाद 141 सांसदों को हंगामा करने की वजह से निलंबित कर दिया गया. ऐसे में विपक्षी सांसद 19 दिसंबर को संसद भवन के बाहर बैठकर प्रदर्शन कर रहे थे. इस दौरान तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी ने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ की नकल उतारकर मिमिक्री की, जिस पर उपराष्ट्रपति भड़क गए. उपराष्ट्रपति ने इस घटना को शर्मनाक बताते हुए कहा कि यह हास्यास्पद और अस्वीकार्य है कि एक सांसद मजाक उड़ा रहा है और दूसरा सांसद उस घटना का वीडियो बना रहा है.