दिल्ली कार ब्लास्ट केस में नए खुलासों के बाद लखनऊ की तकवा कॉलोनी में दहशत फैल गई है. परवेज अंसारी, जिसकी संलिप्तता इस ब्लास्ट में सामने आई है, गिरफ्तार किया जा चुका है. परवेज, डॉ. शाहीन शाहिद का भाई है, वही शाहीन, जो कभी यूपी की मेडिकल टॉपर थी और अब जैश-ए-मोहम्मद की महिला विंग जमात-उल-मोमिनात की कथित कमांडर बताई जा रही है.
कॉलोनी में पसरा सन्नाटा
जांच एजेंसियों का मानना है कि शाहीन ने जम्मू-कश्मीर के आतंकी नेटवर्क को हरियाणा और दिल्ली में मौजूद लोकल सपोर्ट सिस्टम से जोड़ने में अहम भूमिका निभाई. अब एजेंसियां उसके भाई परवेज की जड़ें खंगाल रही हैं. मंगलवार को एटीएस, लखनऊ पुलिस और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त छापेमारी के बाद से तकवा कॉलोनी में सन्नाटा पसरा है.
अधिकांश लोग अपने घरों पर ताले लगाकर निकल गए हैं. कई परिवार अपने रिश्तेदारों के यहां चले गए हैं, जबकि जो बचे हैं, वे भी घरों में कैद हैं. आसपास के लोग परवेज की हकीकत सामने आने के बाद हैरान हैं और गांव के अंदर तक दहशत का माहौल है.
देश छोड़कर नेपाल भागने की फिराक में था परवेज
जांच में सामने आया है कि परवेज ने लखनऊ की इंटीग्रल यूनिवर्सिटी से इस्तीफा दे दिया है. एजेंसियों को शक है कि उसे अंदेशा हो गया था कि सुरक्षा एजेंसियां उसके करीब पहुंच रही हैं, इसलिए उसने यह कदम उठाया. सूत्रों के मुताबिक, परवेज देश छोड़कर नेपाल या किसी अन्य देश में शरण लेने की फिराक में था, लेकिन इससे पहले ही एजेंसियों ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
फिलहाल जम्मू-कश्मीर पुलिस परवेज अंसारी को फरीदाबाद ले जाकर पूछताछ कर रही है. जांचकर्ताओं का कहना है कि शाहीन और परवेज, दोनों ही इस आतंकी मॉड्यूल के अहम सदस्य थे, जिन्होंने दिल्ली ब्लास्ट की साजिश को अंजाम देने में बड़ी भूमिका निभाई.