
साल 2024 खत्म होने वाला है. इस साल भी यूपी की सियासत में सीएम योगी आदित्यनाथ के नाम की धूम रही. वह कभी अपने बयानों से तो कभी अपने सख्त अंदाज और विकास कार्यों के चलते चर्चा में रहे. चुनावी रैली हो या विधानसभा में भाषण, उनका हर एक बयान हेडलाइन बना. तो आइए जानते हैं 2024 में दिए सीएम योगी के ऐसे ही कुछ दमदार बयान, जिनसे गरमाई देश-प्रदेश की सियासत...
1- 'अलका राय, पूजा पाल, जया पाल के मंगलसूत्र का हिसाब दे सपा'
इटावा में 25 अप्रैल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तेवर दिखाते हुए सपा नेत्री के मंगलसूत्र के बयान पर दो टूक जवाब दिया था और सपा सरकार में हुई हत्याओं का हिसाब मांगा था. उन्होंने दिवंगत विधायक कृष्णानंद राय, राजू पाल व अधिवक्ता उमेश पाल की नृशंस हत्या का मुद्दा उठाते हुए पूछा था कि अलका राय, पूजा पाल, जया पाल और अयोध्या में कारसेवकों की पत्नी के मंगलसूत्र का हिसाब समाजवादी पार्टी कब देगी. सपा नेत्री जवाब दें, माफिया के द्वारा गाजीपुर में भाजपा के विधायक कृष्णानंद राय के साथ मारे गए छह लोगों की विधवाओं का क्या हुआ. सपा सरकार में पाले गए माफिया ने विहिप के अंतरराष्ट्रीय कोषाध्यक्ष नंदकिशोर रूंगटा की अपहरण कर निर्मम हत्या कर दी थी. उनकी विधवा का क्या हुआ.
2- 'ओबीसी समाज में बजरंग बली की शक्ति, हिंदू समाज को तोड़ने में लगे रावण की लंका का करेगा दहन'
29 जुलाई को लखनऊ में भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा था कि विपक्षी दल छद्म धर्मनिरपेक्षता के नाम पर हिंदू समाज को आपस में लड़ाने की साजिश रच रहे हैं. ओबीसी समाज में बजरंग बली की शक्ति है, बस उस शक्ति को जगाने की आवश्यकता है. हिंदू समाज को तोड़ने में लगे रावण की लंका के दहन में देरी नहीं लगेगी.
3- माफिया-गुंडों के लिए सद्भावना नहीं, 'बुलेट ट्रेन' चलेगी
1 अगस्त को लखनऊ में ही सीएम योगी गोमतीनगर में बारिश के दौरान युवती से हुई अभद्रता पर बिफरे थे. सीएम ने विधानसभा के मानसून सत्र में सपा को खूब धोया था. उन्होंने गोमतीनगर की घटना पर तंज कसते हुए कहा था कि आरोपी मनोज यादव व मोहम्मद अरबाज 'सद्भभावना वाले लोग' हैं. हमारी सरकार के लिए महिला सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है, इसलिए इनके लिए सद्भावना नहीं, बल्कि बुलेट ट्रेन चलाई जाएगी.

4- 'कन्नौज का 'नवाब ब्रांड' सपा का वास्तविक चेहरा'
20 अगस्त को लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में भाजपा के सदस्यता अभियान-2024 कार्यशाला में कार्यकर्ताओं से संवाद में सीएम योगी ने सपाइयों की जमकर भर्त्सना की थी. उन्होंने अयोध्या, गोमतीनगर व कन्नौज में हुई महिला उत्पीड़न की घटना पर सपा को आड़े हाथ लेते हुए कहा था कि यह घटनाएं ही समाजवादी पार्टी का 'नवाब ब्रांड' है. कोलकाता की अराजकता पर चिकित्सक व आधी आबादी आंदोलित है, लेकिन सपा मुखिया का बेशर्मीपूर्ण बयान ही उनकी पार्टी का असली चेहरा है.
5- 'बंटेंगे तो कटेंगे, एक रहेंगे तो नेक रहेंगे'
26 अगस्त को आगरा में मुख्यमंत्री का यह बयान न सिर्फ उत्तर प्रदेश, बल्कि देश व दुनिया में भी चर्चा में रहा. मुख्यमंत्री ने सबसे पहले यह बयान आगरा में राष्ट्रवीर दुर्गादास राठौर की प्रतिमा के अनावरण अवसर पर दिया था. उन्होंने आमजन से कहा कि राष्ट्र से बढ़कर कुछ नहीं हो सकता. राष्ट्र तभी मजबूत होगा, जब हम सब एक होंगे. बंटेगे तो कटेंगे, एक रहेंगे-नेक रहेंगे. बांग्लादेश में देख रहे हैं न, वो गलतियां यहां नहीं होनी चाहिए.
6- 'सपा की टोपी लाल, कारनामे काले'
29 अगस्त को कानपुर के राजकीय इंटर कॉलेज, लाल इमली, चुन्नीगंज में मुख्यमंत्री योगी ने विकास कार्यों के शिलान्यास व लोकार्पण कार्यक्रम में कहा था कि सपा से जुड़े पन्नों को उलटेंगे तो इनका इतिहास काले कारनामों से भरा पड़ा है. समाजवादी पार्टी की टोपी लाल, लेकिन कारनामे काले हैं.
7- 'दरअसल, उनका खानदान ही जिंदगी भर नाच गाना करता रहा'
30 सितंबर को हरियाणा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के बयान पर हरियाणा चुनाव रैली में पलटवार किया. उन्होंने कहा कि जो लोग कहते हैं कि अयोध्या राम मंदिर के उद्घाटन पर नाच गाना चल रहा था, दरअसल उनका खानदान ही जिंदगी भर नाचगाना करता रहा. हिंदुओं का अपमान, सनातन संस्कृति को कोसना और भारत के बाहर संवैधानिक संस्थाओं को खड़ा करके कांग्रेसी अपनी योग्यता पर प्रश्नचिह्न लगाते हैं.

8- रोम की संस्कृति में पले-बढ़े 'एक्सीडेंटल हिंदू' नहीं बर्दाश्त कर पा रहे राम मंदिर
30 सितंबर को हरियाणा चुनाव में ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि राम मंदिर के निर्माण से देश-दुनिया आनंदित है, लेकिन घड़ियाली आंसू बहा रही बदनसीब कांग्रेस को इससे भी नफरत है. यही अंतर है राम की संस्कृति व रोम की संस्कृति में. प्रभु राम अयोध्या धाम में विराजमान हो गए, लेकिन रोम की संस्कृति में पले-बढ़े बदनसीब 'एक्सीडेंटल हिंदू' इसे बर्दाश्त नहीं कर पा रहे. 'एक्सीडेंटल हिंदू' देश व जनता के प्रति कभी ईमानदार नहीं हो सकते.
9- 'देख सपाई, बिटिया घबराई'
8 नवंबर को मीरापुर विधानसभा उपचुनाव प्रचार के पहले दिन मुख्यमंत्री ने कहा था कि 2012-17 के बीच नारा चलता था कि जिस गाड़ी पर सपा का झंडा, समझो बैठा है कोई गुंडा. इसके बाद सीएम ने अयोध्या व कन्नौज प्रकरण का जिक्र कर तंज कसा था कि देख सपाई, बिटिया घबराई. सीएम का यह बयान भी काफी चर्चा में रहा. कुंदरकी में भाजपा की जीत में यह बयान भी काफी असरदार रहा.
10- 'बबुआ अभी बालिग नहीं हुआ है'
9 नवंबर को मैनपुरी विधानसभा उपचुनाव प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री ने सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव पर निशाना साधा था. सीएम ने कहा था कि बबुआ अभी बालिग नहीं हुआ है, इसलिए कभी-कभी ऐसा काम कर देता है, जिससे मैनपुरी वालों के सामने भी संकट खड़ा हो जाता है.
11- 'जहां दुर्दांत माफिया-अपराधी पैदा होते, अखिलेश उस प्रोडक्शन हाउस के सीईओ'
10 नवंबर को अंबेडकर नगर विधानसभा उपचुनाव प्रचार के दौरान सीएम योगी ने पीडीए को घेरते हुए कहा था कि इनका पीडीए (प्रोडक्शन हाउस ऑफ दंगाई एंड अपराधी) है. सपा माफिया व अपराधियों को पालने का प्रोडक्शन हाउस बन गया है. प्रदेश का हर बड़ा अपराधी, माफिया व दंगाई इसी प्रोडक्शन हाउस का हिस्सा होगा. अतीक अहमद, मुख्तार अंसारी व खान मुबारक इसी सपा के प्रोडक्शन हाउस की उपज थे. हर दुर्दांत अपराधी, माफिया व दुष्कर्मी जिस प्रोडक्शन हाउस से पैदा होते हैं, उसके सीईओ अखिलेश व ट्रेनर शिवपाल यादव हैं.
11- 'निजाम के रजाकारों द्वारा खड़गे जी की मां, चाची और बहन को जलाया गया'
12 नवंबर को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा की गई टिप्पणी का जवाब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव के दौरान अचलपुर रैली के दौरान दिया. मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया था कि वोटबैंक की खातिर खड़गे जी परिवार के बलिदान को भूल गए. हमारे लिए हर काम पहले देश के नाम, खड़गे जी के लिए कांग्रेस की तुष्टिकरण नीति पहले है. हैदराबाद रियासत के अधीन मल्लिकार्जुन खड़गे जी का गांव बारावती को निजाम के रजाकारों द्वारा जलाया गया था. इसमें खड़गे जी की मां, चाची और बहन भी जलाई गई थीं, खड़गे जी सच्चाई को नहीं बोलना चाहते. उन्हें लगता है कि निजाम पर आरोप लगाऊंगा तो मुस्लिम वोट खिसक जाएगा.

12- 'संभल में इतना प्राचीन मंदिर, बजरंगबली की मूर्ति व ज्योतिर्लिंग रातों रात नहीं आई, इसने वास्तविकता को उजगार कर दिया'
15 दिसंबर को लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक समाचार पत्र समूह के कार्यक्रम में कहा कि 46 वर्ष पहले जिन दरिंदों ने संभल के अंदर नरसंहार किया, उन्हें आज तक सजा क्यों नहीं मिली. संभल में जिस मंदिर को बंद कर दिया गया था, वह फिर से सबके सामने आ गया. संभल में इतना प्राचीन मंदिर, बजरंग बली की प्राचीन मूर्ति व ज्योतिर्लिंग रातों रात तो नहीं आया होगा. उन्होंने कहा कि 46 वर्ष पहले जिन दरिंदों ने संभल के अंदर नरसंहार किया था, उन्हें आज तक सजा क्यों नहीं मिली. सीएम ने यह भी कहा कि जो भी सच बोलेगा, उसे धमकी दी जाएगी, मुंह बंद कराने का प्रयास होगा. सच को दबाने वाले लोगों को नंगा करना चाहिए.
13- 'भारत में राम-कृष्ण व बुद्ध की परंपरा ही रहेगी, बाबर और औरंगजेब की नहीं'
16 दिसंबर को सीएम योगी ने शीतकालीन सत्र के पहले दिन साफ-साफ कहा कि भारत में राम-कृष्ण व बुद्ध की परंपरा ही रहेगी, बाबर और औरंगजेब की नहीं. सीएम ने पूछा कि मोहर्रम या किसी भी मुस्लिम त्योहार का जुलूस हिंदू मोहल्ले से, मंदिर के सामने से सुरक्षित निकल जाता है तो कोई समस्या नहीं होती. समस्या वहीं पर क्यों खड़ी होती है, जब कोई हिंदू शोभायात्रा किसी मस्जिद के सामने या मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र से निकलती है. क्या भारत की धरती पर केसरिया झंडा नहीं लग सकता. हिंदू मोहल्ले और मंदिर के सामने से मुस्लिम जुलूस निकल सकता है तो मुस्लिम मोहल्ले से कोई शोभायात्रा क्यों नहीं निकल सकती.
13- 'मंदिरों को तोड़ा नहीं होता तो औरंगजेब का खानदान रिक्शा नहीं चला रहा होता'
20 दिसंबर को मुख्यमंत्री योगी ने अयोध्या के अशर्फी भवन आश्रम में आयोजित भव्य अष्टोत्तरशत 108 श्रीमद्भागवत पाठ व पंच नारायण महायज्ञ में कहा कि जिन्होंने मंदिरों को अपवित्र किया, उनका कुल व वंश नष्ट हुआ होगा. वे फले-फूले नहीं होंगे. पता चला है कि औरंगजेब के खानदान के लोग कोलकाता के पास रिक्शा चलाते हैं, यदि उन्होंने मंदिरों को तोड़ा नहीं होता तो वे लोग दुर्गति को प्राप्त नहीं किए होते.