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'विदेशों तक फैला है छांगुर बाबा का नेटवर्क...' ATS को सीक्रेट जानकारी देने वाले शख्स ने किए कई और खुलासे

विनय पांडे ने दावा किया कि ATS को छांगुर बाबा के पूरे नेटवर्क और उसके खतरनाक लिंक की जानकारी मैंने ही दी. मेरे पास जो सबूत थे, वो पूरी तरह से ठोस थे, और उसी से यह कार्रवाई संभव हो सकी.

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छांगुर बाबा को लेकर कई और खुलासे हुए हैं. (File Photo: ITG)
छांगुर बाबा को लेकर कई और खुलासे हुए हैं. (File Photo: ITG)

छांगुर बाबा के कथित काले कारनामों के राज रोज उजागर हो रहे हैं. आज तक के एक्सक्लूसिव एक्सपोज में एक बड़ा खुलासा हुआ है, जहां विनय पांडे नाम के शख्स ने सामने आकर दावा किया है कि ATS (एंटी टेररिज्म स्क्वाड) को छांगुर बाबा के नेटवर्क की असली जानकारी उसी ने दी थी. पांडे के मुताबिक, उसके पास बाबा के खिलाफ 'पुख्ता सबूत' थे, जिनके आधार पर ये बड़ी गिरफ्तारी मुमकिन हो पाई.

विनय पांडे ने दावा किया कि ATS को छांगुर बाबा के पूरे नेटवर्क और उसके खतरनाक लिंक की जानकारी मैंने ही दी. मेरे पास जो सबूत थे, वो पूरी तरह से ठोस थे, और उसी से यह कार्रवाई संभव हो सकी. विनय पांडे ने आज तक से कहा, इस कहानी का दूसरा पहलू और भी चौंकाने वाला है. पांडे का दावा है कि छांगुर बाबा का नेटवर्क सिर्फ भारत तक सीमित नहीं, बल्कि यह कई देशों में फैला है. वहां कथित तौर पर धर्मांतरण की बड़ी साजिशें रची जा रही हैं.

अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क और खतरनाक गतिविधियों का दावा
विनय पांडे ने बताया, ये नेटवर्क सिर्फ छांगुर बाबा तक सीमित नहीं है. इसके पीछे एक पूरा गिरोह काम कर रहा है जो संगठित रूप से धर्मांतरण और अन्य संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त है.

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इस सनसनीखेज खुलासे के बाद सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रवक्ता ने आज तक के कैमरे के सामने वे दस्तावेज दिखाए हैं, जिनमें बाबा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है. पार्टी का कहना है कि इस पूरे मामले की NIA जांच होनी चाहिए और दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए.

ध्वस्तीकरण का खर्चा भी छांगुर बाबा से वसूला जाएगा
जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा की आलीशान कोठी पर प्रशासन की बड़ी कार्रवाई के बाद अब एक और कदम उठाया जा रहा है. बलरामपुर जिला प्रशासन ने फैसला किया है कि कोठी को गिराने में आया पूरा खर्च बाबा से ही वसूला जाएगा. इस संबंध में जल्द ही वसूली का नोटिस कोठी पर चस्पा किया जाएगा.

प्रशासन के अनुसार, यह कोठी सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बनाई गई थी. बुलडोजर चलाकर जिस हिस्से को जमींदोज किया गया, उसमें जेसीबी मशीनों का किराया, पुलिस बल की तैनाती और तीन दिन का वेतन समेत कुल खर्च 8.55 लाख रुपये से अधिक आया है. अब ये पूरी रकम छांगुर बाबा से वसूली जाएगी.

जिस कोठी पर बुलडोजर चला, वह अपने आप में एक किले जैसी सुरक्षा व्यवस्था से लैस थी. कोठी में प्राइवेट पावर प्लांट, दर्जनों सोलर पैनल, हर कोने में सीसीटीवी कैमरे, बाउंड्री वॉल पर कटीले तार और उन तारों में करंट तक दौड़ता था ताकि कोई अंदर दाखिल न हो सके. यह सब कुछ छांगुर बाबा की कथित गतिविधियों के लिए एक सुरक्षित गढ़ की तरह तैयार किया गया था.

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