भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी ने ब्राह्मण समाज की बैठकें करने वाले जनप्रतिनिधियों पर सख्त रुख अपनाया है. उन्होंने पार्टी के सभी जनप्रतिनिधियों को स्पष्ट चेतावनी दी है कि इस तरह की गतिविधियां भाजपा के संविधान, सिद्धांतों और आदर्शों के अनुरूप नहीं हैं. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में इस प्रकार की बैठकें या आयोजन करने पर पार्टी द्वारा कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी ने मीडिया में प्रसारित एक कथित समाचार को लेकर यह बयान दिया है, जिसमें विधानसभा सत्र के दौरान कुछ भाजपा जनप्रतिनिधियों द्वारा विशेष भोज और अपने समाज से जुड़ी चर्चा किए जाने की बात कही गई थी. उन्होंने कहा कि भाजपा एक सिद्धांत आधारित राजनीतिक दल है और जाति, वर्ग या परिवार विशेष की राजनीति में विश्वास नहीं करती है.
सभी जनप्रतिनिधियों को स्पष्ट चेतावनी दी
पंकज चौधरी ने बताया कि पार्टी ने संबंधित जनप्रतिनिधियों से सतर्कता के साथ बातचीत की है. इस दौरान उन्हें स्पष्ट रूप से समझाया गया है कि इस तरह की कोई भी गतिविधि भाजपा की संवैधानिक परंपराओं के खिलाफ है. पार्टी ने सभी जनप्रतिनिधियों से भविष्य में ऐसी गतिविधियों से बचने और पूरी सतर्कता बरतने को कहा है.
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि इस तरह की बैठकों से समाज में गलत संदेश जाता है और भाजपा की सर्वस्पर्शी राजनीति की छवि को नुकसान पहुंचता है. उन्होंने साफ कहा कि यदि भविष्य में किसी भी भाजपा जनप्रतिनिधि द्वारा इस प्रकार की गतिविधियों को दोहराया गया तो इसे पार्टी संविधान के अनुसार अनुशासनहीनता माना जाएगा और उस पर सख्त कार्रवाई होगी.
जनप्रतिनिधियों को चेतावनी, दोबारा हुई तो होगी कार्रवाई
पंकज चौधरी ने कहा कि भाजपा विविधतापूर्ण लोकतंत्र में सर्वव्यापी और समावेशी राजनीति को आगे बढ़ा रही है. उन्होंने यह भी कहा कि बदलते राजनीतिक परिदृश्य में पुराने ढर्रे की जाति आधारित राजनीति की कोई जगह नहीं है. उन्होंने परिवार और जाति की राजनीति करने वाले नेताओं को भी नसीहत दी कि वे विकासवादी सोच के अनुरूप खुद को नए सिरे से परिभाषित करें.
प्रदेश अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व का जिक्र करते हुए कहा कि विकास और राष्ट्रवाद पर आधारित राजनीति के सामने प्रदेश में विपक्ष की जाति आधारित राजनीति कमजोर पड़ रही है. भाजपा ने उत्तर प्रदेश में सामाजिक न्याय, सर्वस्पर्शी और सर्वव्यापी राजनीति को स्थापित किया है. इसी कारण जाति की राजनीति करने वाली सपा, बसपा और कांग्रेस जैसी पार्टियों का भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है.
विकास और राष्ट्रवाद की राजनीति को बताया भाजपा की पहचान
साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसे दल भाजपा के खिलाफ नकारात्मक नैरेटिव गढ़ने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन भाजपा के जनप्रतिनिधियों को पार्टी की मर्यादा और अनुशासन में रहकर कार्य करना चाहिए. पार्टी नेतृत्व ने सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वे किसी भी भ्रम में न आएं और भाजपा की विचारधारा के अनुरूप ही काम करें.