उत्तर प्रदेश के बांदा में बबेरू तहसील के मझिला गांव में मगरमच्छ की दहशत से ग्रामीण भयभीत हैं. करीब 6 फीट लंबा एक मगरमच्छ पिछले कई दिनों से गांव में घूम रहा है. पहले इसे सड़क किनारे बने तालाब में देखा गया था, जहां वन विभाग की चार टीमें लगातार रेस्क्यू की कोशिश कर रही थीं, लेकिन हर बार जाल तोड़कर मगरमच्छ बच निकलता. अब यह मगरमच्छ चकमा देकर गांव के अंदर बने दूसरे तालाब में पहुंच गया है, जिससे लोगों की चिंता और बढ़ गई है.
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि यह मगरमच्छ करीब 12 किलोमीटर दूर बह रही यमुना नदी से गांव में आया है. ग्रामीणों को आशंका है कि यह किसी भी समय बच्चों या जानवरों पर हमला कर सकता है. इसी डर से गांव में दहशत का माहौल है. ग्रामीणों ने वन विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए तुरंत कार्रवाई की मांग की है.
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वन विभाग के रेंजर (RFO) परवेज शहजाद ने पुष्टि की कि मगरमच्छ अब गांव के तालाब में आ चुका है. उन्होंने बताया कि मौके पर चार टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं. मगरमच्छ के फुटप्रिंट भी तालाब के आसपास मिले हैं, जिससे इसकी मौजूदगी की पुष्टि हुई है. तालाब में पानी अधिक होने के कारण लोकल टीम रेस्क्यू में नाकाम रही है.
RFO ने आगे कहा कि अब लखनऊ से विशेष टीम बुलाई गई है. जल्द ही जाल डालकर मगरमच्छ को पकड़कर सुरक्षित स्थान यानी नदी में छोड़ा जाएगा. अधिकारियों ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे तालाब के पास न जाएं और सतर्क रहें. वहीं, ग्रामीणों की मांग है कि प्रशासन जल्द से जल्द मगरमच्छ को पकड़कर गांव को इस खौफ से मुक्त कराए.