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'Aligarh मुस्लिम यूनिवर्सिटी के कुलपति अंदर कुछ और बाहर कुछ', धार्मिक नारों पर बोले BJP सांसद सतीश गौतम

Aligarh Muslim University Slogans Row: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में गणतंत्र दिवस पर कार्यक्रम के दौरान एनसीसी कैडेट की ओर से कथित तौर पर धार्मिक नारे लगाए जाने पर बीजेपी सांसद सतीश गौतम ने कहा कि यूनिवर्सिटी के प्रॉक्टर और वाइस चांसलर के चेहरे दिखाने के कुछ और अंदर के कुछ हैं. कठोर कार्यवाही करें तो आगे कोई भी छात्र इस तरह की हरकत नहीं करेगा. लेकिन इनकी मानसिकता ही बीमार है.

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अलीगढ़ से BJP सांसद सतीश गौतम ने AMU में लगे नारों पर दिया बयान.
अलीगढ़ से BJP सांसद सतीश गौतम ने AMU में लगे नारों पर दिया बयान.

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में गणतंत्र दिवस कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय कैडेट कोर (NCC) के धार्मिक नारों पर सांसद सतीश गौतम भड़क गए. बीजेपी सांसद ने कहा कि इस मामले को लेकर उन्होंने यूनिवर्सिटी के कुलपति को फोन किया था, लेकिन किसी कारण रिसीव नहीं हुआ. जिस तरह से गणतंत्र दिवस देश का सबसे बड़ा पर्व है, उस दिन इस तरह के नारे लगाना दुर्भाग्यपूर्ण है. पहले तो AMU (अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी) जिंदाबाद करते आए और फिर जिस तरह से उन्होंने नारे लगाए वो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. 

अलीगढ़ से बीजेपी सांसद ने कहा, ''मैं पहले भी कह चुका हूं. यहां के प्रॉक्टर और वाइस चांसलर दोनों ही नाकाम हैं. इनके चेहरे दिखाने के कुछ और अंदर के कुछ हैं. वह कठोर कार्यवाही करें तो आगे कोई भी छात्र इस तरह की हरकत नहीं करेगा. लेकिन इनकी मानसिकता बीमार है. गांव में कहते थे कि 100 साल कोई चीज किसी के नीचे रखी रही, 100 साल बाद भी वह वैसी की वैसी निकली. यह उसी तरह के लोग हैं. मैं गांव की कहावत के उन शब्दों को तो नहीं कहूंगा, लेकिन यह नहीं मानेंगे. जिस तरह से यूनिवर्सिटी के अंदर और एनसीसी के छात्र हैं, उसको एनसीसी से निलंबित कराया जा रहा है. उसके खिलाफ एफआईआर कराने के आदेश कर रहे हैं और हमारी अलीगढ़ पुलिस उस पर कठोर कार्यवाही करेगी. 

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सांसद ने बताया कि पुलिस कोई अपना पल्ला नहीं झाड़ रही. एफआईआर रजिस्टर्ड करेगी. एसएसपी कलानिधि नैथानी से बात करूंगा. उनसे वार्ता करके आज ही पुलिस केस दर्ज करेगी.

अनिल राजभर बोले- दूषित मानसिकता के लोग 

यूपी सरकार के मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि अलीगढ़ की घटना की जांच होनी चाहिए. यह दूषित मानसिकता के लोग हैं. जिन्हें भारत का विकास अच्छा नहीं लगता, समय-समय पर ऐसा करते हैं. उन्होंने कहा कि एनसीसी के कैडेट भारत का भविष्य हैं. उनके मन में किस तरीके का बीज बोया जा रहा है और जब हम कहते हैं कि ऐसी संस्थाओं से देश के खिलाफ साजिश हो रही है तो बखेड़ा किया खड़ा किया जाता है. 

क्या है पूरा मामला? 

दरअसल, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में 26 जनवरी (गणतंत्र दिवस) का कार्यक्रम मनाया गया. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि वाइस चांसलर (कुलपति) प्रोफेसर तारिक मंसूर, रजिस्ट्रार मोहम्मद इमरान, प्रो वाइस चांसलर मोहम्मद गुलरेज सहित तमाम एएमयू के प्रोफेसर, नॉन टीचिंग स्टाफ, स्टूडेंट इत्यादि मौजूद थे. इस दौरान एनसीसी के कैडेट्स ने भी कार्यक्रम में भाग लिया था. कार्यक्रम जब समाप्त हो रहा था उस दौरान एक एनसीसी कैडेट अन्य लोगों से जबरदस्त नारे लगवा रहा था और इस नारे के बीच उसने धार्मिक नारे लगाने शुरू कर दिए. जिसको वहां मौजूद एक अन्य कैडेट ने रोका. 

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इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. बीजेपी के स्थानीय नेता निशित शर्मा ने इसकी शिकायत को लेकर अलीगढ़ पुलिस और एसएसपी को ट्वीट भी किया है. मामला जब अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी प्रशासन के संज्ञान में आया तो उसने जांच की बात कही. 

AMU  की घटना एक साजिश: सपा

उधर, समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अमीक जमाई ने कहा कि एएमयू की घटना एक साजिश है और वह एनसीसी कैडेट ने तरफ से 'अल्लाहु अकबर' के साथ-साथ 'भारत माता की जय के नारे' लगाए गए. अगर  पूरा वीडियो देखा जाए तो यह चीज सामने आ जाएगी. देश का माहौल खराब करने के लिए इस तरीके से संस्था को बदनाम किया जा रहा है और ऐसे में सच को सामने लाना बेहद जरूरी है, जो पहले भी ऐसे काम करते रहे हैं.

वहीं, अलीगढ़ के लखटोई गांव के स्कूल में सरकारी टीचर के राष्ट्रगान में न जाने पर सपा प्रवक्ता ने कहा, ऐसे लोगों पर कार्रवाई हो. समाजवादी पार्टी हमेशा राष्ट्र विरोधी लोगों का विरोध करती है. इसकी कोई जगह नहीं है.

क्या है सरकारी स्कूल का मामला?

बता दें कि अलीगढ़ में गणतंत्र दिवस के मौके पर प्राइमरी स्कूल के एक मुस्लिम अध्यापक ने भारत माता और सरस्वती की तस्वीर के आगे फूल चढ़ाने से इनकार कर दिया. जब उससे अन्य शिक्षक और ग्रामीणों ने कहा कि वह फूल चढ़ा दें, तो पहले तो वह पेट दर्द और बीमारी की बात करता रहा और फिर उसने कहा कि मेरे मजहब में नहीं है. सिर्फ ऊपर वाले के अलावा वह किसी के सामने मत्था नहीं टेकते.  इस बात का वीडियो किसी ने बनाकर सोशल मीडिया पर भी वायरल कर दिया. हालांकि, दबाव के बाद उस मुस्लिम अध्यापक ने बाद में फूल भी चढ़ाए. वीडियो वायरल होने के बाद इलाका पुलिस भी जांच के लिए पहुंच गई. मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी ने भी जांच के आदेश दिए हैं. 

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