हाल में सोशल मीडिया से लेकर तमाम मीडिया रिपोर्ट्स तक में इस बात का खूब हल्ला मचा कि स्वीडन में सेक्स टूर्नामेंट होने जा रहा है. इनमें बताया गया कि स्वीडन ने सेक्स को खेल की मान्यता दे दी है और यहां इसी हफ्ते अभी तक का पहला सेक्स कॉम्पिटीशन होने जा रहा है. मगर जब इस खबर की पड़ताल की गई तो कुछ और ही सच्चाई सामने आई. उसमें मीडिया रिपोर्ट्स के सभी दावे फर्जी साबित हुए.
एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया, '8 जून को, स्वीडिश सेक्स फेडरेशन के मार्गदर्शन में यूरोपीय सेक्स चैम्पियनशिप आयोजित की जाएगी.' कुछ इस तरह के दावे तमाम सोशल मीडिया पोस्ट और अन्य रिपोर्ट्स में भी किए गए.
फैक्ट चेक में क्या सामने आया?
दावे की पड़ताल करने पर पता चला कि इस तरह के कॉम्पिटिशन की कोई आधिकारिक वेबसाइट नहीं है. जिसमें बताया जाए कि टूर्नामेंट 8 जून को होगा. इसके साथ ही अतंरराष्ट्रीय स्तर के और यूरोप के प्रमुख मीडिया संगठनों ने इस खबर को कवर नहीं किया. न ही इन्होंने ऐसी कोई खबर बताई, जिसमें ये कहा जाए कि स्वीडन ने सेक्स को खेल की मान्यता दे दी है. इससे दावे पर शक और बढ़ने लगा.
इसमें थोड़ी और रिसर्च की गई, तो स्वीडिश न्यूज आउटलेट Goterborgs-Posten मिला. 26 अप्रैल, 2023 के इसके आर्टिकल में बताया गया कि सेक्स को खेल की मान्यता देने वाला आवेदन खारिज हो गया है.
स्वीडिश मीडिया आउटलेट TV4 की 19 जनवरी, 2023 की रिपोर्ट मिली. जिसमें नेशनल स्पोर्ट्स फेडरेशन के चेयरमैन बजोर्न एरिकसन के हवाले से स्पष्ट किया गया कि सेक्स को खेल के तौर पर मान्यता नहीं दी जाएगी. इसके अलावा स्वीडिश स्पोर्ट्स फेडरेशन ने भी इन मीडिया रिपोर्ट्स को फर्जी बताया है.
स्वीडिश स्पोर्ट्स कन्फेडरेशन के कम्युनिकेशन और प्रेस प्रमुख ने कहा, 'स्वीडिश स्पोर्ट्स कन्फेडरेशन का ध्यान इस बात पर गया है कि अंतरराष्ट्रीय मीडिया के कुछ हिस्सों में, वर्तमान समय में ये खबर फैलाई जा रही है कि एक सेक्स फेडरेशन स्वीडिश स्पोर्ट्स कन्फेडरेशन का सदस्य बन गया है. यह स्वीडिश खेल और स्वीडन को बदनाम करने के उद्देश्य से दी गई गलत जानकारी है. कोई ऐसा सेक्स फेडरेशन नहीं है जो स्वीडिश स्पोर्ट्स कन्फेडरेशन का सदस्य बना हो. यह सारी जानकारी फर्जी है.'