उत्तर कोरिया में चार साल के बाद पहली बार फिर से पर्यटकों का स्वागत हो रहा है. लेकिन गेस्ट लिस्ट में एक देश को शामिल नहीं किया गया है. कोरोना वायरस महामारी के बाद अब पर्यटकों का पहला समूह रूस से आया है. इनकी यात्रा व्लादिवोस्तोक एयरपोर्ट से शुरू हुई थी.
इस यात्रा में एक स्टॉप प्योंगयांग का भी है. जो उत्तर कोरिया की राजधानी है. डेली एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, इस यात्रा का आयोजन एक कंपनी ने किया है.
उसने प्रत्येक यात्री से 593 पाउंड (करीब 62 हजार रुपये) लिए हैं.टेलीग्राम पर उत्तर कोरियाई यात्राओं के विज्ञापन वाले एक पोस्ट में इसे 'दुनिया के सबसे दिलचस्प और रहस्यमय देशों में से एक' बताया गया है.
हालांकि, पर्यटन फिर से शुरू होने के बावजूद, उत्तर कोरिया की सीमाएं ब्रिटेन के लोगों के लिए बंद हैं.
विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय (एफसीडीओ) का कहना है, 'उत्तर कोरिया की सीमाएं वर्तमान में बंद हैं, लेकिन जब वो खुली होती हैं तो कुछ ही ब्रिटिश लोग आते हैं. जो लोग आते हैं, वो आमतौर पर एक ऑर्गेनाइज्ड टूर का हिस्सा होते हैं.'
इनका कहना है, 'अगर आप उत्तर कोरिया जाने का फैसला लेते हैं, तो अपने टूर ग्रुप और स्थानीय अधिकारियों की सलाह का पालन करें.
ऐसा न करने पर आपकी सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है.' लोगों को बताया गया है कि उत्तर कोरियाई अधिकारियों ने कथित तौर पर कुछ विदेशी नागरिकों को हिरासत में लिया है और उन्हें कांसुलर समर्थन तक पहुंच से वंचित कर दिया है.
जबकि राजधानी प्योंगयांग में लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी काफी शांत दिखाई देती है. अधिकारी संभावित कार्रवाई के बारे में कोई पूर्व चेतावनी नहीं देते. जिससे इस देश में सुरक्षा स्थिति जल्दी से बदलती रहती है.