बाजार में हर दूसरे फूड आउटलेट पर जैसी भीड़ है, इसमें कोई शक नहीं कि भारतीयों की एक बड़ी आबादी स्ट्रीट फूड की शौकीन है. ग्राहक दुकान पर टूट कर आएं इसलिए आउटलेट संभाल रहे दुकानदार भी फ्यूजन के नाम पर ऐसा बहुत कुछ कर रहे हैं जो अतरंगे से लेकर क्रिएटिव और हैरान करने वाला है.
दौर क्योंकि सोशल मीडिया का है. तो अमूमन ये देखा गया है कि चाहे अच्छा हो या फिर बुरा, दुकानदारों का ये फ्यूजन वायरल हो ही जाता है. इन्हें लेकर चर्चाएं कैसी होती हैं? अगर उसे समझना हो तो हम कोलकाता का रुख कर उस स्ट्रीट वेंडर से मिल सकते हैं जिसका 'पिटाई पराठा' इन दिनों हॉट ट्रेंड है और जिसके वीडियो लगातार वायरल हो रहे हैं.
वायरल वीडियो में दिख रहा है कि स्ट्रीट वेंडर अच्छी तरह से पकाए हुए पराठे को चपटा करने की कोशिश में उसे बेरहमी से 'पीट' रहा है. परांठे के एक निश्चित आकार में पहुंचने के बाद, विक्रेता उसका वजन करता है और अंत में उसे आलू-चने की सब्जी और एक अंडे के साथ परोसता है.
फूड व्लॉगर विहान शर्मा ने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'कोलकाता में पिटाई पराठा.'
वीडियो है ही इतना मजेदार की इसे लेकर लोग सोशल मीडिया पर तरह तरह की मजेदार प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं.
एक इंस्टाग्रम यूजर ने इस वीडियो पर चुटकी लेते हुए कहा है कि, 'उसने (पराठा बना रहे दुकानदार ने ) सचमुच 99.9% बैक्टीरिया को मार डाला. तमाम लोग ऐसे भी थे जिन्होंने वीडियो के मद्देनजर साफ़ सफाई को मुद्दा बनाया और कहा कि, क्या भारत में स्वच्छता अपराध है?
क्योंकि बहुत हद तक ये मामला साफ़ सफाई से जोड़कर देखा जा रहा है तो तमाम तरह के तर्क दिए जा रहे हैं.
वीडियो पर आए एक कमेंट का जवाब देते हुए एक यूजर बहुत दूर निकल गया और उसने खाने पीने के अलावा साफ़ सफाई तक को इटली से जोड़ दिया.
कहा गया कि वो सभी लोग जो इस वीडियो में स्वच्छता के बारे में बात कर रहे हैं उन्हें उन सैकड़ों रीलों को देखना चाहिए जिसमें इटालियंस बिना दस्ताने के पास्ता बनाते हुए दिख रहे हैं. तब आखिर लोगों की स्वच्छता की बातें कहां चली जाती हैं? आखिर क्यों कोई उन रील्स के कमेंट सेक्शन में सफाई को मुद्दा नहीं बनाता.
बहरहाल क्रिएटिविटी के नाम पर दुकानदार ने इस पराठे की जो पिटाई की उसपर आपकी क्या राय है? हमें कमेंट में जरूर बताएं.