क्या किसी बच्चे के जन्म की खबर सोशल मीडिया पर छा सकती है? पहली नजर में यह सवाल अजीब लग सकता है, लेकिन इटली के एक बेहद छोटे पहाड़ी गांव में ऐसा ही हुआ. यहां बच्चे के जन्म ने न सिर्फ गांव की खामोशी तोड़ी, बल्कि पूरी दुनिया का ध्यान खींच लिया.
यह कहानी इटली के अब्रूज़ो क्षेत्र में बसे गांव पगलियारा देई मारसी की है. पहाड़ों के बीच बसे इस गांव की आबादी समय के साथ सिमटती चली गई. युवा लोग शहरों की ओर निकल गए, स्कूल बंद हो गए और गांव की गलियों में इंसानों से ज्यादा बिल्लियां दिखाई देने लगीं. हालात ऐसे थे कि पिछले 30 साल से यहां किसी भी बच्चे का जन्म नहीं हुआ था. हाल ही में सोशल मीडिया पर इस बच्चे की तस्वीर सामने आई, जिसके बाद यह खबर एक बार फिर चर्चा में आ गई.
30 साल बाद गूंजी किलकारी
मार्च 2025 में गांव में अचानक खुशियों की दस्तक हुई. तीन दशकों के लंबे इंतजार के बाद यहां एक बच्ची ने जन्म लिया. इस खबर ने पूरे गांव को जश्न में डुबो दिया. बुज़ुर्गों के लिए यह पल किसी चमत्कार से कम नहीं था, क्योंकि उन्होंने अपनी जिंदगी में दोबारा ऐसी खुशी देखने की उम्मीद छोड़ दी थी.
गांव में जन्मी इस बच्ची का नाम लारा रखा गया. लारा की मां की उम्र 42 साल और पिता की उम्र 56 साल बताई गई है. लारा के जन्म के साथ ही गांव की आबादी बढ़कर लगभग 20 हो गई. चर्च में उसका बपतिस्मा समारोह पूरे गांव की मौजूदगी में हुआ, जिसने इस पल को और खास बना दिया.
सोशल मीडिया पर कैसे छाई यह खबर
लारा के जन्म के बाद शुरुआत में यह खबर सिर्फ गांव तक सीमित रही. लेकिन कुछ समय बाद, लारा की मां चिंज़िया त्राबुक्को ने सोशल मीडिया पर अपनी बेटी की तस्वीरें और भावुक पोस्ट साझा कीं. इन तस्वीरों में पहाड़ी गांव, चर्च और शांत माहौल के बीच लारा की मौजूदगी दिखी. यही पोस्ट वायरल होने लगी.इसके बाद गांव से जुड़ी तस्वीरें और कहानी अलग-अलग सोशल मीडिया पेजों और अंतरराष्ट्रीय मीडिया में शेयर होने लगीं. लोगों को यह बात हैरान कर गई कि एक ऐसा गांव, जहां 30 साल से कोई बच्चा पैदा नहीं हुआ था, वहां अचानक नई जिंदगी ने जन्म लिया है.
सरकार और मीडिया का ध्यान
इस कहानी ने इटली में चल रही गिरती जन्म दर की बहस को भी फिर से तेज कर दिया. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इटली में पिछले कई सालों से जन्म दर लगातार गिर रही है. 2024 में देश में जन्म लेने वाले बच्चों की संख्या ऐतिहासिक रूप से कम रही और प्रजनन दर 1.18 तक सिमट गई.इसी संदर्भ में लारा का जन्म एक उम्मीद की कहानी बन गया. सरकार की ओर से बेबी बोनस जैसी योजनाओं की चर्चा के बीच यह खबर सामने आई, जिसने इसे और बड़ा बना दिया.