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लंदन की सड़कों पर जिहाद-जिहाद के नारे Israel-Hamas युद्ध का स्याह पहलू है!

Israel Hamas war: हमास ने इजरायल पर जब घटक हमला किया तब पूरी दुनिया ने इसकी निंदा की. इस हमले के जवाब में इजरायल की तरफ से गाज़ा में जानकर गोलीबारी हो रही है. लेकिन हैरानी की बात ये है कि लोग लंदन की सड़कों पर इजरायल के खिलाफ ही नारेबाज़ी कर रहे हैं.

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फिलिस्तीन के समर्थन के नाम पर जो लंदन की सड़कों पर हुआ वो शर्मनाक है
फिलिस्तीन के समर्थन के नाम पर जो लंदन की सड़कों पर हुआ वो शर्मनाक है

Israel Hamas युद्ध के बाद पूरी दुनिया दो हिस्सों में बंट चुकी है. युद्ध में एक धड़ा जहां इजरायल का समर्थन कर रहा है तो वहीं तमाम मुल्क ऐसे भी हैं जो खुलकर फिलिस्तीन का समर्थन कर रहे हैं. लंदन की सड़कें भी फिलिस्तीन समर्थकों से गुलजार हैं जहां इजरायल के खिलाफ जमकर नारे बाजी हो रही है और जिहाद-जिहाद के नारे लग रहे हैं. इस तरह के प्रदर्शन ने लंदन की कानून व्यवस्था को सवालों के घेरे में लाकर खड़ा कर दिया. जिसके बाद पुलिस भी हरकत में आई और इस नारेबाजी के लिए 10 लोगों को हिरासत में लिया है. 

अभी बीते दिनों ही लंदन का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें हिज़्ब उत-तहरीर द्वारा आयोजित विरोध प्रदर्शन में भीड़ में मौजूद एक सदस्य 'जिहाद, जिहाद' का नारा लगाते और तमाम बातें करते हुए देखा गया था. 

 

मामले के मद्देनजर जो बात सबसे ज्यादा हैरत में डालती है वो है पुलिस का रवैया. हमास से हमदर्दी दिखा रहे कट्टरपंथियों पर एक्शन लेने के बजाए जिस तरह लंदन की पुलिस इस वीडियो पर सफाई पेश कर रही है वो इसलिए भी गंभीर है क्योंकि इससे अलगाववादियों और कट्टरपंथियों के मंसूबों में एक नई ऊर्जा का संचार होगा. 

लंदन की मेट्रोपोलिटन पुलिस ने लिखा, 'जिहाद के कई अर्थ हैं लेकिन आम जनता इसे सामान्यतः आतंक के साथ जोड़ती है. हमारे पास यहां ऑपरेशन रूम में काउन्टर टेररिज्म अफसर हैं जिन्हें इस इलाके की जानकारी है. उन्होंने हिज्ब उर तहरीर के इस वीडियो का आकलन किया है और इस वीडियो से कोई समस्या नहीं पैदा होती है.'

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वीडियो सामने आने के बाद राजनीति तेज हो गयी है और लंदन चौतरफा आलोचना का सामना कर रहा है. मुख्य सड़क पर हुई इस नारेबाजी ने ब्रिटिश सरकार को भी सकते में डाल दिया है. सरकार के एक मंत्री ने लंदन की सड़कों पर 'जिहाद' के नारे को 'पूर्ण रूप से निंदनीय' बताया है. 

मौजूदा ब्रिटिश सरकार में आप्रवासन राज्य मंत्री रॉबर्ट जेनरिक ने बताया कि यह मुद्दा मेट्रोपॉलिटन पुलिस और क्राउन प्रॉसिक्यूशन सर्विस (सीपीएस) का था. जेनरिक ने मुखर होकर कहा कि सरकार जिहाद का नारा लगाने की निंदा करती है. उन्होंने इसे आतंकवादी हरकत करार देते हुए ये भी कहा कि इसके खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी.

गौरतलब है कि इजराइल-हमास संघर्ष को लेकर फिलिस्तीन के लोगों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए बीते दिन लंदन, बर्मिंघम, कार्डिफ और बेलफास्ट में विरोध प्रदर्शन किए गए हैं. फिलिस्तीन का समर्थन करने वाले लोगों का यही कहना है कि इजरायल एक सोची समझी राजनीति के नाम पर काम कर रहा है और हमास की आड़ लेकर आम फिलिस्तीनी आवाम को निशाना बना रहा है. 

बहरहाल जिस तरह लंदन की सड़कों पर नारे लगे हैं और जैसे पुलिस मामले की लीपा पोती कर रही है साफ़ है कि इजरायल हमास युद्ध में राजनीति जोरों शोरों पर चल रही है और मौजूदा ब्रिटिश हुकूमत की तरह तमाम लोग इस आपदा में अवसर और अपने राजनैतिक हित तलाश रहे हैं.

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