scorecardresearch
 

ओवरवेट स्टाफ को फ्लाइंग ड्यूटी से हटा सकता है एअर इंडिया

एअर इंडिया विमानन नियामक डीजीसीए द्वारा निर्धारित मापदंडों के अनुरूप वजन संबंधी जरूरतें पूरी करने में नाकाम रहने के लिए एअर होस्टेसों समेत चालक दल के करीब 125 सदस्यों को फ्लाइंग ड्यूटी से हटा सकता है. एअर इंडिया सूत्रों ने कहा कि उनमें से कुछ को कार्यालय का काम सौंपा जा सकता है जबकि बाकियों को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की पेशकश की जा सकती है.

Advertisement
X
एयर इंडिया का फैसला
एयर इंडिया का फैसला

एअर इंडिया विमानन नियामक डीजीसीए द्वारा निर्धारित मापदंडों के अनुरूप वजन संबंधी जरूरतें पूरी करने में नाकाम रहने के लिए एअर होस्टेसों समेत चालक दल के करीब 125 सदस्यों को फ्लाइंग ड्यूटी से हटा सकता है. एअर इंडिया सूत्रों ने कहा कि उनमें से कुछ को कार्यालय का काम सौंपा जा सकता है जबकि बाकियों को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की पेशकश की जा सकती है.

मौका दिया गया था
राष्ट्रीय विमान सेवा ने पिछले साल चालक दल के ‘ज्यादा वजन वाले’ करीब 600 सदस्यों को नागरिक उड्डयन महानिदेशालय के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए एक निर्धारित समय सीमा में ‘वजन कम करने’ का मौका दिया था. इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि कोई भी ज्यादा वजन वाला व्यक्ति अब और फ्लाइट स्टेवर्ड या किसी एयर होस्टेस के तौर पर काम ना करे.

आ सकती है मुश्किल
सूत्रों ने कहा, ‘इन 600 लोगों में एअर होस्टेसों समेत करीब 125 लोग निर्धारित अवधि में जरूरी बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) या वजन के मापदंड बनाए रखने में नाकाम रहे. अब हमारे पास उन्हें फ्लाइंग ड्यूटी से स्थायी रूप से हटाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है.’ सरकारी विमान सेवा में इस समय चालक दल के सदस्यों की संख्या 3,500 है जिनमें से 2,200 स्थायी कर्मचारी हैं जबकि बाकी अनुबंध पर हैं.

निर्धारित मानकों के पालन का तर्क
डीजीसीए के नियमों के अनुरूप चालक दल के किसी पुरूष सदस्य का बीएमआई 18-25 होना चाहिए जबकि महिलाओं के लिए यह 18-22 होना चाहिए. चालक दल के किसी पुरूष सदस्य का बीएमआई 25-29.9 बीएमआई होने पर उसे अधिक वजन का जबकि 30 या उससे अधिक होने पर मोटा माना जाता है. वहीं महिलाओं में 22-27 को अधिक वजन वाला जबकि 27 से अधिक को मोटा माना जाता है.

Advertisement
Advertisement