आमतौर पर किसी बच्चे को कम से कम 15 साल की उम्र तक जीने के लिए एक गार्जियन की जरूरत तो होती ही है. लेकिन हाल में फ्रांस के एक अखबार में छपी एक रिपोर्ट ने लोगों को हैरान कर दिया. दरअसल, ये रिपोर्ट एक 9 साल के बच्चे के बारे में थी जो कि पिछले दो सालों से यानी 7 साल की उम्र से एक घर में पूरी तरह से अकेला रहता है. वह फ्रांस के नेर्सैक में एक लो इनकम हाउसिंग यूनिट में तब से रहता है जब दो साल पहले उसकी मां उसे वहां अकेला छोड़कर अपने बॉयफ्रेंड के साथ रहने के लिए चली गई थी.
सीलबंद खाने और पड़ोसियों के दान पर जिंदा
2020 और 2022 के बीच, लड़का मुख्य रूप से मिठाइयों, डिब्बाबंद खाने और पड़ोसियों से मिलने वाले थोड़े बहुत खाने के भरोसे जिंदा रहा है. जबकि उसकी मां सिर्फ 5 किलोमीटर दूर, सिरुइल में अपने बॉयफ्रेंड के घर पर आराम से रहती है. वह कई महीनों में एक बार उसे मिलने के लिए आती है और थोड़ा खाना खिलाकर चली जाती है. वह कभी भी उसे अपने साथ नहीं ले गई. इन छिटपुट मुलाकातों के कारण ही पड़ोसियों को यह समझने में काफी समय लग गया कि लड़का पूरी करह अकेला रह रहा है और आखिरकार उन्होंने पुलिस को इस बारे में फोन किया.
घर में कचरे का बड़ा ढेर
जब पुलिसकर्मी लड़के के अपार्टमेंट में दाखिल हुए, तो उन्हें एक खाली फ्रिज, केक के रैपर और खाली फूड के कैन से भरा डस्टबिन देखा और घर में कोई बड़ा शख्स नहीं था. कोई कपड़े नहीं, कोई जूते नहीं, यहां तक कि एक टूथब्रश भी नहीं. वहां रहने वाले लड़के से मिलने पर पूछताछ करने के बाद, उसने बताया कि वह दो साल से अकेले रह रहा था और उसकी मां कभी-कभार ही उससे मिलने आती है.
बॉयफ्रेंड के घर पर पाई गई मां
जांच हुई तो लड़के की मां, एलेक्जेंड्रा, सिरुइल में अपने बॉयफ्रेंड के घर पर पाई गई थी. इस घर के पड़ोसियों को यह भी नहीं पता था कि उसका एक बेटा भी है. हालांकि, उसने लड़के को अकेला छोड़ने की बात से इनकार कर दिया और दावा किया कि वह उसके साथ रहता है. मामला कोर्ट में पहुंचा तो जज ने जब महिला से पूछा कि लड़के ने खुद उस पर दो साल तक उसे छोड़ने का आरोप क्यों लगाया, तो वह बस इतना ही बोली- मुझे नहीं पता कि वह ऐसा क्यों कह रहा है.
मां लगातार बोलती रही झूठ
एलेक्जेंड्रा के दावों में से कोई भी बात जांच के सबूतों से मेल नहीं खाती थी. उसने शिकायत करने वाले पड़ोसियों पर ही सारा आरोप लगा दिया कि वह झूठ बोलते हैं. उसने कहा कि वह लड़के को हर दिन स्कूल ले जाती थी लेकिन उसका फोन ट्रैकिंग डेटा कुछ और ही दिखा रहा था तो उसने कहा-मैं हमेशा अपना फोन घर पर ही भूल जाती थी. यह पूछे जाने पर कि जब भी वह अपने बेटे से मिलने जाती थी तो लोग उसे अपने बेटे के अपार्टमेंट से अकेले निकलते हुए क्यों देखते थे. इसपर उसने जवाब दिया कि- मैं हमेशा उसे सिरुइल के लिए बस में बिठाती थी, जबकि खुद स्कूटर पर घर जाती थी.
हालांकि, सारे सबूतों के मद्देनजर महिला को कोर्ट की ओर से अपने बच्चे की उपेक्षा करने के लिए 18 महीने की जेल की निलंबित सजा सुनाई गई है.