सर्दियों का मौसम सिर्फ गर्म कपड़ों और चाय की चुस्कियों के लिए नहीं होता, यह समय होता है जब हमारा भटकता मन कुछ नया, कुछ अद्भुत देखना चाहता है. अक्सर हम तय नहीं कर पाते कि दिसंबर की पार्टी कहां करें, जनवरी की शांति कहां खोजें, या फरवरी के प्यार भरे मौसम में कहां घूम आएं.
मान लीजिए, ट्रैवल करना कोई तुक्का नहीं है, बल्कि एक सही समय पर सही जगह पहुंचने की कला है. दुनिया में हर जगह एक खास महीने में अपनी पीक खूबसूरती पर होती है. अगर आप चाहते हैं कि आपका हर ट्रिप एक मैजिक जैसा हो, जहां आप भीड़ से बचें और मौसम का असली मजा लें, तो यह स्मार्ट और कारगर तरकीब आपके लिए है. महीने के हिसाब से जानते हैं भारत की उन जगहों के बारे में, जहां पहुंचकर आपको लगेगा कि बिल्कुल सही समय पर, सही जगह पर हैं.
दिसंबर में करें गोवा की सैर
दिसंबर का महीना गोवा घूमने का सबसे शानदार मौका होता है, क्योंकि यह जश्न, मौज-मस्ती और सुकून का पर्याय है. इस समय गोवा सिर्फ धूप लेने और समुद्र तटों तक सीमित नहीं रहता, बल्कि यहां शोरगुल वाली पार्टियों से लेकर शांत शाम तक, सब कुछ मौजूद होता है, जब बात क्रिसमस और न्यू ईयर की हो, तो गोवा की रौनक देखने लायक होती है.
गोवा की दिसंबर की रातें पार्टी करने के लिए सबसे अच्छी होती हैं, लेकिन यह जगह आपको एक अचानक खुशी का वादा भी करती है. आप चाहे कुछ भी प्लान करें, गोवा आपको हमेशा एक सरप्राइज पैकेज देता है. शानदार रिसॉर्ट्स, जगमगाते नाइटक्लब, या कसीनो आप जो भी अनुभव करना चाहें, गोवा दिसंबर में उसे बेहतरीन तरीके से पेश करता है.
यह भी पढ़ें: गोवा की भीड़ भूल जाइए, नया साल मनाने के लिए भारत के ये बीच हैं बेस्ट
जनवरी में जाएं आंध्र प्रदेश
भारत के दक्षिण-पूर्वी तट पर स्थित आंध्र प्रदेश, आध्यात्मिकता और प्राकृतिक सौंदर्य का एक ऐसा अनोखा संगम है, जहा दोनों चीजें साथ-साथ चलती हैं. इसे केवल विश्व प्रसिद्ध तिरुपति बालाजी मंदिर तक सीमित रखना गलत होगा. यह राज्य विशाखापत्तनम के सुनहरे समुद्र तटों और अराकू घाटी की घुमावदार पहाड़ियों से लेकर अमरावती के ऐतिहासिक बौद्ध स्थलों तक से भरा है.
जनवरी आंध्र प्रदेश घूमने के लिए सबसे अच्छा समय होता है. मौसम ठंडा और सुहावना रहता है, जिससे मंदिर या आउटडोर घूमना थकाने वाला नहीं लगता. खास बात यह है कि अराकू घाटी इस समय खास तौर पर हरी-भरी दिखती है. इस दौरान संक्रांति (पोंगल) का उत्सवी माहौल होता है, जब राज्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों, पतंगबाजी और दावतों से सराबोर रहता है. अगर आप विरासत, तीखे व्यंजन और प्रामाणिक दक्षिणी आतिथ्य का अनुभव चाहते हैं, तो जनवरी में आंध्र प्रदेश जरूर जाएं.
यह भी पढ़ें: सस्ते में घूमें बर्फ, झील और पहाड़, नए साल की 'सुपर बजट' ट्रिप ऐसे करें प्लान
फरवरी के लिए बेस्ट है अरुणाचल प्रदेश
भारत के उत्तर-पूर्व में, अरुणाचल प्रदेश को "उगते सूरज की भूमि" कहा जाता है, क्योंकि यहां भारत के आकाश में सबसे पहले भोर होती है. यह जगह बर्फ से ढकी चोटियों, कल-कल करती नदियों, घने जंगलों और पहाड़ों पर बसे प्राचीन बौद्ध मठों से भरी है. यह 25 से अधिक जनजातियों का घर है, जो अपनी सदियों पुरानी परंपराओं को संभालकर रखती हैं. एशिया के सबसे बड़े मठों में से एक, तवांग मठ, यहां का आध्यात्मिक केंद्र है.
फरवरी अरुणाचल घूमने के लिए सबसे बेहतरीन महीनों में से एक है. इस समय मौसम सुहावना और हल्का ठंडा होता है, आसमान एकदम साफ रहता है और ऊंचे इलाकों में बर्फबारी भी होती है. यही वजह है कि यहां ट्रेकिंग सुरक्षित और मनोरंजक हो जाती है. सबसे खास बात, इस महीने लोसर उत्सव (तिब्बती नव वर्ष) जैसे सांस्कृतिक उत्सव इस अनुभव को और भी जीवंत बना देते हैं. फरवरी में अरुणाचल आना, किसी जीवंत पोस्टकार्ड में कदम रखने जैसा है.