यस बैंक
यस बैंक (Yes Bank) एक भारतीय सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक है. इसका मुख्यालय मुंबई, भारत में है (Yes Bank Headquarters). इसकी स्थापना राणा कपूर और अशोक कपूर ने 2004 में की थी (Yes Bank Founders). यह रिटेल बैंकिंग और एसेट मैनेजमेंट सर्विस के माध्यम से कॉर्पोरेट और रिटेल कस्टमर्स के लिए कई तरह के उत्पादों की पेशकश करता है (Yes Bank Services).
5 मार्च 2020 को, बैंक को कोलैप्स करने से बचने के प्रयास में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इसे अपने नियंत्रण में ले लिया. आरबीआई ने बाद में बोर्ड का पुनर्निर्माण किया और भारतीय स्टेट बैंक के पूर्व मुख्य वित्तीय अधिकारी और उप प्रबंध निदेशक प्रशांत कुमार को यस बैंक के एमडी और सीईओ के रूप में चुना. साथ ही पंजाब नेशनल बैंक के पूर्व गैर-कार्यकारी अध्यक्ष सुनील मेहता को यस बैंक का गैर-कार्यकारी अध्यक्ष बनाया (Yes Bank Moratorium).
प्रशांत कुमार के नए नेतृत्व में बैंक के प्रबंधन ने तुरंत खुद को बदल दिया और ग्राहकों और जमाकर्ताओं के विश्वास को बहाल करने के लिए सभी आंतरिक और बाजार संबंधी चुनौतियों का सामना किया. नए बोर्ड और प्रबंधन के प्रयासों के तहत, मेहता ने शेयरधारकों को शीघ्र वसूली का आश्वासन दिया. जिसके बाद, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई), भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई), एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक और अन्य बैंकों ने भी इसे उधार दिए (Yes Bank Reconstruction).
जुलाई 2020 में, यस बैंक लिमिटेड ने संस्थागत निवेशकों द्वारा संचालित 95% सदस्यता के साथ अपने फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) को बंद कर दिया. 28 जुलाई 2020 तक, यस बैंक भारतीय स्टेट बैंक का एक सहयोगी है, जिसकी कंपनी में 30% हिस्सेदारी है (Yes Bank Associate of SBI).
Yes Bank Share Rise: यस बैंक का शेयर सोमवार को खुलने के साथ ही तेज कारोबार कर रहा है और इस बैंकिंग स्टॉक में ये जोरदार तेजी जापानी बैंक SMBC के द्वारा हिस्सेदारी खरीदने के लिए रास्ता साफ होने के बाद आई है.
भारतीय रिजर्व बैंक ने जापान के दूसरे सबसे बड़े बैंकिंग ग्रुप SMFG की ईकाई सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉर्पोरेशन (SMBC) को यस बैंक में 24.99% तक हिस्सेदारी हासिल करने की मंजूरी दे दी है, लेकिन अभी प्रमोटर्स में शामिल नहीं किया जाएगा.
यस बैंक की पुरानी डील्स की जांच में एक बड़ा घोटाला उजागर हुआ है. एचडीआईएल के ₹500 करोड़ से ज्यादा के लोन को सुरक्षा एआरसी को बेचने में गड़बड़ी पाई गई है. बैंक पर आरोप है कि उसने खुद ही खरीदार को पैसा देकर अपना नॉन-परफॉर्मिंग लोन बेचा, जो नियमों के खिलाफ है.
Yes Bank निवेश के मामले में Anil Ambani को मार्केट रेग्युलेटर सेबी की ओर से करारा झटका लगा है और SEBI ने उनकी समझौते की याचिका को खारिज कर दिया है. इसके बाद उनकी कंपनियों Reliance Infra और Reliance Power के शेयर भरभराकर टूटे.
SEBI ने Anil Ambani की ₹2150Cr Yes Bank निवेश मामले में Settlement Plea खारिज कर दी. जांच में नीतियों के उल्लंघन और निवेशकों को ₹1828Cr नुकसान की बात सामने आई, जिससे Reliance Infra और Reliance Power के शेयर गिरे.
3000 करोड़ के लोन फ्रॉड मामले में ED ने अनिल अंबानी पर सख्त कार्रवाई करते हुए लुकआउट सर्कुलर जारी किया. जानिए क्या है पूरा मामला और आगे क्या हो सकता है.
ईडी की शुरुआती जांच से पता चलता है कि अनिल अंबानी से जुड़ी कंपनियां सार्वजनिक धन की हेराफेरी और वित्तीय संस्थानों को गुमराह करने के लिए एक सोची-समझी प्लानिंग में शामिल थीं. इसमें कथित तौर पर 2017 और 2019 के बीच यस बैंक से करीब 3,000 करोड़ रुपये के लोन की अवैध रूप से हेराफेरी शामिल थी.
जून तिमाही में प्राइवेट बैंक ने ब्याज से 7,596 करोड़ रुपये की कमाई की है, जो पिछले साल की इसी तिमाही की तुलना में 1.6 फीसदी नीचे है.
वित्त मंत्रालय बैंक डिपॉजिट पर बीमा कवर की सीमा ₹5 लाख से बढ़ाने पर विचार कर रहा है. प्रस्ताव पर सहमति बनने पर यह योजना 2025 के अंत तक लागू हो सकती है.
Yes Bank Share सप्ताह के पहले कारोबारी दिन शुरुआत से अंत तक ग्रीन जोन में कारोबार करता नजर आया. मार्केट क्लोज होने पर ये बैंकिंग स्टॉक 8.10 फीसदी चढ़कर बंद हुआ.
Yes Bank Share Price: शेयर बाजार में तेजी के बीच गुरुवार को यस बैंक का शेयर भी गदर मचाता नजर आया और 3 फीसदी से ज्यादा उछलकर 21.70 रुपये पर जा पहुंचा.
Gensol Engineering के शेयर 91% से ज्यादा टूट चुके हैं, जिससे यह तो लगभग तय है कि जिसने इस कंपनी के शेयर खरीदे थे, उनके पैसे डूब चुके हैं. हालांकि यह पहली कंपनी नहीं है, जिसने निवेशकों के पैसे को डुबोया है, बल्कि इससे पहले भी कई कंपनियों ने निवेशकों को बर्बाद किया है.
Yes Bank द्वारा स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में ये जानकारी शेयर की गई है कि से इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की ओर से ₹2,209 करोड़ का डिमांड नोटिस मिला है.
यस बैंक (Yes Bank) ने अपने क्रेडिट कार्ड के बेनिफिट्स में दो बड़े बदलाव किए हैं, जो 1 दिसंबर 2024 से लागू हो जाएंगे. इन बदलावों में रिवॉर्ड पॉइंट्स रिडेम्पशन और लाउंज एक्सेस से जुड़े नियमों में बदलाव
ICICI-Yes Bank Q2 Results: शनिवार को प्राइवेट सेक्टर के दो बैंकों ने अपने सितंबर तिमाही के नतीजों का ऐलान किया और दोनों को ही जोरदार मुनाफा हुआ है. Yes Bank का प्रॉफिट तो 145 फीसदी तक उछल गया है.
आज एक बैंक के तिमाही नतीजे आए हैं, जिसमें उसके नेट प्रॉफिट में 145 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. यह यस बैंक (Yes Bank) है, जिसका नेट प्रॉफिट 145.6% बढ़कर 553 करोड़ रुपये हो चुका है.
वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में कोटक महिंद्रा बैंक ने साल दर साल के दौरान स्टैंडलोन नेट प्रॉफिट 81.03 प्रतिशत बढ़कर 6,249.82 करोड़ रुपये हो गया है, जो पिछले वित्त वर्ष की इस अवधि में 3,452.30 करोड़ रुपये था.
Yes Bank Lay Off : यस बैंक में 500 कर्मचारियों की छंटनी की खबर है और बैंक की ओर से ये फैसला कॉस्ट कटिंग का हवाला देते हुए लिया गया है. इस छंटनी का असर बैंक के कई सेक्शंस में काम करने वाले कर्मचारियों पर पड़ा है.
RBI Fine On ICICI-YES Bank : बैंकों के लिए ग्राहक सर्विस को लेकर तय किए गए नियमों को न मानने पर आरबीआई की सख्ती जारी है और अनुपालन कमियों के चलते आईसीआईसीआई बैंक और यस बैंक पर 1.91 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है.
भोसले को मई 2022 में सीबीआई ने गिरफ्तार किया था और तब से वह सलाखों के पीछे हैं. भोसले को जमानत देने के कारणों के साथ विस्तृत आदेश अभी तक उपलब्ध नहीं कराया गया है, लेकिन शुक्रवार को न्यायमूर्ति एनजे जमादार की पीठ ने भोसले को जमानत दे दी और उन्हें एक लाख रुपये की जमानत राशि जमा करने का निर्देश दिया.
Rule Change From 1st May: आज से हुई मई महीने की शुरुआत के साथ ही देश में कई बड़े बदलाव लागू हो गए हैं, जो आपके घर की रसोई के बजट से लेकर आपके क्रेडिट कार्ड यूज तक असर डालने वाले हैं.