उत्तर प्रदेश शिक्षा बोर्ड
हाई स्कूल और इंटरमीडिएट शिक्षा बोर्ड उत्तर प्रदेश (Board of High School and Intermediate Education Uttar Pradesh) उत्तर प्रदेश राज्य सरकार द्वारा प्रशासित स्वायत्त परीक्षा प्राधिकरण है. यह उत्तर प्रदेश की 10वीं की परीक्षा यानी माध्यमिक विद्यालय स्तर की परीक्षा और 12वीं की परीक्षा यानी इंटर कॉलेज स्तर की परीक्षा का आयोजन करती है. यूपी बोर्ड की स्थापना 1921 में इलाहाबाद में संयुक्त प्रांत विधान परिषद के एक अधिनियम (Act of United Provinces Legislative Council) के तहत की गई थी (Formation of Uttar Pradesh Boards). इसकी पहली परीक्षा 1923 में आयोजित की गई. यह बोर्ड भारत का पहला शिक्षा बोर्ड है, जिसने शुरू से ही परीक्षा की 10 + 2 प्रणाली को अपनाया था. 1923 से पहले, इलाहाबाद विश्वविद्यालय इन दोनों परीक्षाओं को आयोजित करता था. उत्तर प्रदेश शिक्षा बोर्ड का मुख्यालय प्रयागराज में है (UP Board Headquarter in Prayagraj).
वर्तमान में इस बोर्ड को छात्रों की संख्या के मामले में एशिया के सबसे बड़े बोर्ड का टैग प्राप्त है (Asia's largest board). 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षा को क्रमशः हाई स्कूल परीक्षा और इंटरमीडिएट परीक्षा कहा जाता है. हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं प्रतिवर्ष एक साथ पूरे उत्तर प्रदेश राज्य में आयोजित की जाती हैं. यूपी बोर्ड (UP Board) इन परीक्षाओं को आयोजित करने के साथ लगभग 61,00,000 छात्रों के परिणाम भी तैयार करता है.
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने 2026 बोर्ड परीक्षाओं के लिए संशोधित डेटशीट जारी की है. हिंदी व संस्कृत की परीक्षा की तिथि व समय में फेरबदल किया गया है.
उत्तर प्रदेश सरकार ने स्कूलों के मर्जर को लेकर अपने पूर्व के फैसले में बदलाव किया है. पहले 16 जून 2024 को जारी आदेश के तहत 50 से कम छात्रों वाले 27,764 प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों को मर्ज करने का निर्णय लिया गया था. अब बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने घोषणा की है कि एक किलोमीटर से अधिक दूरी वाले और 50 से ज्यादा छात्रों वाले स्कूलों का मर्जर नहीं किया जाएगा.
यूपी बोर्ड ने नियमित छात्रों के लिए यूपी बोर्ड कक्षा 10वीं और 12वीं परीक्षा 2026 के लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू कर दी है. हाई स्कूल और इंटरमीडिएट कक्षा के छात्रों के लिए आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 5 अगस्त, 2025 है.
उत्तर प्रदेश सरकार के स्कूलों के विलय के फैसले से जुड़ा विवाद अब हाईकोर्ट से निकलकर सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुका है. सरकार का तर्क है कि इस कदम से संसाधनों का बेहतर इस्तेमाल हो पाएगा. हालांकि, जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है. महाराजगंज में एक वायरल वीडियो को स्कूल मर्जर से जोड़ा गया, जिसमें बच्चे रो रहे थे, लेकिन जांच में यह वीडियो झूठा पाया गया और प्रिंसिपल को निलंबित कर दिया गया.
Maharajganj News: महराजगंज जिले में सोची समझी साजिश के तहत छात्रों का वीडियो वायरल करने के आरोप में जिला प्रशासन ने प्राथमिक विद्यालय में तैनात महिला प्रिंसिपल को निलंबित कर दिया है.
इन शिक्षकों को प्राथमिक विद्यालयों में 69,000 सहायक शिक्षक पदों के लिए पांच साल से अधिक समय पहले राज्य में चलाए गए भर्ती अभियान के तहत नियुक्त किया गया था. जांच करने पर पता चला कि ये लोग आवेदन के समय पद के लिए आवश्यक पात्रता मानदंडों को पूरा नहीं करते थे.
How To Check UP Board Result: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) इस साल करीब 51 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं का वार्षिक बोर्ड परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया है. विद्यार्थी बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट upmsp.edu.in या upresults.nic.in पर अपनी ऑनलाइन मार्कशीट चेक और डाउनलोड कर सकते हैं.
UP बोर्ड 12वीं रिजल्ट 2025 डाउनलोड करने के लिए, छात्रों को रिजल्ट लॉगिन विंडो में जिला/परीक्षा वर्ष और रोल नंबर जैसे आवश्यक लॉगिन क्रेडेंशियल दर्ज करने होंगे. UPMSP इंटरमीडिएट के नतीजों की घोषणा के साथ ही बोर्ड के अधिकारी शीर्ष रैंक धारकों के नाम, पास प्रतिशत, लिंग-वार पास प्रतिशत आदि भी जारी करेंगे. यूपी बोर्ड 12वीं परीक्षा का रिजल्ट जारी होने के बाद, छात्रों को अपना स्कोर जानने के लिए यूपी इंटर लॉगिन विंडो में अपने लॉगिन क्रेडेंशियल भरने होंगे.
इसमें होमगार्ड की भर्ती के लिए लिखित परीक्षा और शारीरिक दक्षता परीक्षा (दौड़) कराने की सिफारिश की गई है. उन्हें आपदा मित्र बनाने के लिए राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों के नियमों को भी शामिल करने का सुझाव दिया गया है. साथ ही स्वतंत्र भर्ती बोर्ड बनाने की सिफारिश भी की गई है. बता दें कि होमगार्ड में सेवानिवृत्त होने वाले कर्मियों की संख्या बढ़ती जा रही है, जिसकी वजह से जल्द भर्ती होनी है.
यूपी बोर्ड परीक्षा का शेड्यूल हुआ जारी, जानें कब से होंगे 10वीं और 12वीं के एग्जाम.
बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार का स्पष्ट मत है कि संविधान द्वारा प्रदत्त आरक्षण सुविधा का लाभ आरक्षित वर्ग के सभी अभ्यर्थियों को मिलना चाहिए और किसी भी अभ्यर्थी के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए.
रामपुर जिले में भी ऑनलाइन अटेंडेंस के फरमान के विरुद्ध सरकारी टीचर्स (Government Teachers) लामबंद हो गए हैं. उन्होंने सामूहिक रूप से संकुल पद से त्यागपत्र देने का फैसला किया है.
UP Board 10th, 12th Result 2024 Date: यूपी बोर्ड की परीक्षाएं 9 मार्च को खत्म हो गई थीं और कॉपी चेंकिग का काम 31 मार्च तक पूरा कर लिया गया था. अब 50 लाख से ज्यादा परीक्षार्थियों को अपने यूपी बोर्ड रिजल्ट का इंतजार है. बोर्ड जल्द ही रिजल्ट जारी करने की तारीख और समय की घोषणा कर सकता है.
अवधेश कुमार, दीपक गुप्ता, अंकित, शोभन यादव, जतिन दिवाकर, रवि, आशीष और रियाज उर्फ मुन्ना ये नाम उन शातिर बदमाशों के हैं, जो बारी-बारी से पुलिस की गोली लगने के बाद अस्पताल में पहुंचे. ये सब अस्पताल के बेड पर लेटे हुए दिखाई दिए. आठों के आठ घायल हैं.
महोबा जिले में अराजकतत्वों ने मस्जिद के बाहर कई राउंड फायरिंग कर दहशत फैला दी. जिस वक्त फायरिंग की गई उस वक्त मस्जिद में नमाज पढ़ी जा रही थी. बड़ी संख्या में रोजेदार मस्जिद के अंदर मौजूद थे.
UP Board Exam: टीचर्स को कॉपियों में अजीबोगरीब तरीके से लिखे उत्तर मिल रहे हैं. कई छात्रों ने अपनी कॉपियों ऐसे-ऐसे जवाब लिख रखे हैं कि उन्हें जांचने वाले टीचर हंसी नहीं रोक पा रहे हैं. कोई उत्तर की जगह गाना लिख रहा है तो कोई संता बंता के चुटकुले. कई छात्र तो अपनी इंस्टाग्राम और फेसबुक आईडी तक लिखकर आ गए.
UP News: उत्तर प्रदेश में पेपर लीक के बवाल के बीच 12वीं क्लास का मैथ्स और बायोलॉजी का पेपर लीक हो गया है. ये पेपर परीक्षा के दौरान आगरा में वॉट्सएप पर शेयर किए गए. यह मामला सामने आने के बाद प्रशासन हरकत में आया और जांच के बाद आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई.
उत्तर प्रदश में 69000 शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थी इन दिनों 6800 नियुक्तियों को पूरा करने की मांग को लेकर बीजेपी नेता स्वतंत्र देव के आवास के सामने धरना दे रहे हैं. अभ्यर्थियों का कहना है कि छह साल बीत जाने के बाद भी अभी तक 6800 पदों पर अभ्यर्थियों को नियुक्ति नहीं मिली है.
महोबा जिले में हाई स्कूल बोर्ड परीक्षा (High School Exam) देने आए छात्र की ट्रक से कुचल कर दर्दनाक मौत हो गई. कॉलेज के सामने ही तेज रफ्तार ट्रक ने उसे रौंद दिया. छात्र की मौत से अक्रोशित लोगों ने सड़क पर जाम लगाकर जमकर हंगामा किया.
बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में पढ़ने वाले खिलाड़ियों की प्रतिभा निखारने के लिए सरकार समय-समय पर तमाम खेल आयोजित करती है, जिनके लिए पैसे पानी की तरह बहाए जाते हैं. जो खिलाड़ी चैंपियन होते हैं उन्हें राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में प्रतिभाग कराने की जिम्मेदारी बेसिक शिक्षा विभाग की होती है. शासन ने इसके लिए धन भी दिया था. मगर बेसिक शिक्षा विभाग ने सभी मंडल चैंपियन बच्चों को लखनऊ ले जाने में हाथ खड़ा कर दिया.
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में छात्र की पैंट उतरवाकर पिटाई के मामले में एक्शन लिया गया है. छात्र की पिटाई के आरोपी चीफ प्रॉक्टर को हटा दिया गया है. मामले में कुलपति ने एक उच्चस्तरीय जांच कमेटी भी गठित की है.