सिरमौर
सिरमौर (Sirmaur) हिमाचल प्रदेश का सबसे दक्षिणी जिला है (Districts of Himachal Pradesh). यह बड़े पैमाने पर पहाड़ी और ग्रामीण है. इसकी 90% आबादी गांवों में रहती है. इसके कुछ कस्बों में राजधानी नाहन, पांवटा साहिब और सुकेती शामिल हैं (Sirmaur Location). इसे शिवालिक जीवाश्म पार्क के लिए भी जाना जाता है (sirmaur Shivalik).
हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में शहीद आशीष कुमार की बहन की शादी के दौरान एक बेहद भावुक कर देने वाला नजारा देखने को मिला. आर्मी की बटालियन और पूर्व सैनिकों ने शादी में पहुंचकर भाई का फर्ज निभाया.
हिमाचल प्रदेश के सिरमौर में एक भावुक नजारा देखने को मिला. शहीद आशीष कुमार की बहन की शादी में विदाई का जिम्मा सैनिकों और पूर्व सैनिकों ने उठाया. भाई की कमी पूरी करने के लिए पूरी बटालियन पहुंच गई. जवानों ने बहन को भाई की रस्में निभाते हुए विदा किया, जिसे देखकर लोगों की आंखें नम हो गईं.
सिरमौर जिले में एक घरेलू विवाद में अपनी मां की हत्या कर शव को खेत में दफना दिया. पहले उसने गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई, लेकिन जांच में संदेह उस पर गया. पूछताछ में आरोपी ने गला घोंटकर हत्या कबूल की. पुलिस ने शव बरामद कर पोस्टमार्टम की तैयारी की और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
हाल ही में कुन्हट गांव की एक युवती ने परंपरा का पालन करते हुए दो सगे भाइयों से शादी की, जिसे पूरे गांव ने धूमधाम से मनाया. इस विवाह ने न सिर्फ स्थानीय संस्कृति की जड़ों को फिर से जीवंत कर दिया, बल्कि पूरे प्रदेश में इस ऐतिहासिक परंपरा पर नई बहस भी छेड़ दी है.
हिमाचल प्रदेश के सिरमौर में एक लड़की ने दो सगे भाइयों से एक साथ शादी की है. एक भाई सरकारी नौकरी में है, जबकि दूसरा विदेश में काम करता है. इस अनोखी शादी के जरिए एक बार फिर हिमाचल की पारंपरिक बहुपति प्रथा चर्चा में आ गई है, जिसे सामाजिक और कानूनी मान्यता मिली हुई है. जानिए पूरी कहानी.
हिमाचल के सिरमौर जिले के शिलाई क्षेत्र में एक युवती ने दो सगे भाइयों से विवाह कर प्राचीन बहुपति प्रथा को पुनर्जीवित किया है. यह शादी हाटी समाज की परंपरा 'उजला पक्ष' के तहत हुई है. विवाह में गांववालों ने भी भाग लिया. यह परंपरा संपत्ति के बंटवारे को रोकती है और संयुक्त परिवार को बढ़ावा देती है.
पिछले 24 घंटों से हिमाचल प्रदेश के सिरमौर में हो रही मूसलाधार बारिश ने सामान्य जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है और टोंस, यमुना और गिरि नदियां उफान पर हैं. जिला प्रशासन ने लोगों को नदियों, नालों और नालों के नज़दीक न जाने की चेतावनी दी है.
अवैध घुसपैठियों और वक्फ बोर्ड का मुद्दा हिमाचल प्रदेश में गरमाया हुआ है. इसी बीच, हिंदू संगठनों ने सिरमौर में प्रदर्शन किया. हिंदू संगठनों ने मांग की कि सरकार वक्फ बोर्ड और अवैध घुसपैठियों को लेकर सख्त कानून बनाए. अवैध मस्जिदों पर कार्रवाई की जाए. देखें हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं से बातचीत.
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. सिरमौर जिले की मारकंडा नदी में पानी का बहाव इतना तेज हो गया कि नदी किनारे स्थित हनुमान मंदिर भी इसकी चपेट में आ गया. प्रशासन ने नदी किनारे रहने वाले लोगों को अलर्ट कर दिया है और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी.
एसपी ने बताया कि नशीले पदार्थ बनाने और सप्लाई करने के आरोप में एक परिवार के तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. यह परिवार अवैध नशीले पदार्थ के कारोबार में शामिल था और पिछले कुछ समय से पुलिस की रडार पर था. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से स्पाइसमैक्स ट्रामाडोल कैप्सूल, चरस, अफीम और हेरोइन बरामद की है.
हिमाचल प्रदेश का सिरमौर जिला! ऊंची-नीची पहाड़ियों से घिरे इलाके में ऊपर की तरफ बढ़ें तो एक खास गंध नाक से होते हुए गले में अटकती है. हरे पत्ते-पत्तियों की, चूना पत्थरों की, देवदार की और रिवाजों की. मिली-जुली यही महक वहां की औरतों में भी बसती है. वे औरतें, जो जमीन-घर न बंटने देने के लिए खुद बंट जाती हैं. कई-कई भाइयों के बीच. ये ‘जोड़ीदारां’ प्रथा है, जहां चूल्हा साझा रह सके, इसलिए पत्नी भी साझेदारी में रह जाती है.
हिमाचल प्रदेश का सिरमौर जिला! ये ऊंची-नीची पहाड़ियों से घिरा इलाका है. यहां औरतें, जमीन-घर न बंटने देने के लिए खुद बंट जाती हैं. कई-कई भाइयों के बीच. ये ‘जोड़ीदारां’ प्रथा है. जहां चूल्हा साझा रह सके, इसलिए पत्नी भी साझेदारी में रह जाती है.
इस साल बरसात ने हिमाचल में कहर बरपाया है. 24 जून से लेकर अब तक 335 लोगों की मौत हो चुकी है. 38 लोग लापता हैं. 222 मकान पूरी तरह से ध्वस्त हो गए हैं. प्रदेश में अब तक करीब 8014 करोड़ से ज्यादा का नुकसान आंका गया है. आपदा को देखते हुए सरकार ने राज्य आपदा घोषित करने का फैसला लिया है.
उत्तराखंड के साथ हिमाचल प्रदेश में भी आसमान से आफत बरस रही है. हिमाचल प्रदेश में स्कूल कॉ़लेज बंद कर दिए गए हैं. कई जगहों पर रास्ते बंद हैं. लोग जगह जगह फंसे हैं. मंडी से लेकर सिरमौर तक हालात खराब हैं.
राजौरी में आतंकियों से मुठभेड़ में भारतीय सेना के पांच जवान शहीद हुए हैं. इसमें हिमाचल प्रदेश के प्रमोद नेगी ने भी देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया. मिशन पर जाने से पहले प्रमोद ने अपनी मां से बात की थी. अब उनकी शहादत के बाद परिजन और रिश्तेदार बार-बार उनके अंतिम शब्दों को याद करके बेसुध हो रहे हैं.