रमीज नेमत (Rameez Nemat) तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के पुराने और विश्वसनीय मित्रों में से एक माने जाते हैं. रमीज वर्तमान में राजद की सोशल मीडिया टीम का नेतृत्व करते हैं. मूल रूप से वे उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले के रहने वाले हैं और पूर्व सांसद रिजवान जहीर के दामाद हैं.
रमीज नेमत ने दिल्ली से अपनी शिक्षा पूरी की है. पॉलिटिकल साइंस में ग्रेजुएशन करने के बाद वे जामिया मिलिया इस्लामिया से एमबीए कर चुके हैं.
रमीज, तेजस्वी और संजय यादव, ये तीनों स्कूल के समय से ही दोस्त हैं. रमीज झारखंड की ओर से फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेल चुके हैं.
रमीज नेमत कई विवादों के कारण सुर्खियों में रहे हैं. उन पर गंभीर आपराधिक आरोप लगे हैं. वर्ष 2022 में तुलसीपुर के पूर्व चेयरमैन की हत्या की साजिश में उनका नाम आया था. एक ठेकेदार की हत्या के मामले में भी वे आरोपित हैं. योगी सरकार ने उन पर एनएसए और गैंगस्टर एक्ट लगाया था, जिसके चलते वे कई महीनों तक जेल में रहे और इसी वर्ष जमानत पर रिहा हुए.
लालू यादव (Lalu Yadav) की बेटी रोहिणी आचार्य (Rohini) ने अपने एक पोस्ट में रमीज को “गैंगस्टर मानसिकता वाला” कहा है.
आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के परिवार में सियासी रार से तेजस्वी यादव के दोस्त रमीज नेमत का नाम भी चर्चा में है. रमीज का सियासी ताल्लुक यूपी के ऐसे राजनीतिक घराने से है, जिसकी अदावत बीजेपी के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण से रही है.
बिहार चुनाव में हार के बाद लालू परिवार में अंदरूनी कलह सामने आई है. लालू यादव और राबड़ी देवी की बेटी रोहिणी आचार्य ने हार के लिए भाई तेजस्वी यादव, उनके सलाहकार संजय यादव व रमीज नेमत को जिम्मेदार ठहराया है और इन पर अपने साथ बदसलूकी का आरोप लगाया है. रमीज नेमत पर यूपी में हत्या समेत कई गंभीर आरोपों में 11 मुकदमे दर्ज हैं.
बिहार चुनाव नतीजों के बाद लालू यादव के परिवार में मचा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. रोहिणी आचार्य के रमीज नेमत पर लगाए गए आरोपों के बीच अब यूपी के बलरामपुर जिले के तुलसीपुर चेयरमैन अफरोज आलम का बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने रमीज को अपराधी बताते हुए अपने भाई की हत्या का आरोप लगाया है.
रमीज नेमत पर तुलसीपुर (बलरामपुर) और कोखराज (कौशांबी) थाने में हत्या, गैंगस्टर एक्ट सहित 12 मामले दर्ज हैं. 2021 के बलरामपुर बवाल में भी उसका नाम सामने आया था. समाजवादी पार्टी में अपने ससुर के प्रभाव का इस्तेमाल कर वह यूपी की राजनीति में जगह बनाने की कोशिश में है.
बिहार चुनाव नतीजों के बाद RJD प्रमुख लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने राजनीति छोड़ने और अपने परिवार से संबंध खत्म करने की घोषणा कर दी है. उन्होंने तेजस्वी यादव के करीबी संजय यादव और रमीज पर दबाव बनाने का आरोप लगाया. इस्तीफे के बाद उन्होंने कहा, "मेरा कोई परिवार नहीं, जिम्मेदारी नहीं लेनी है, सवाल पूछोगे तो गाली दी जाएगी."
लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने राजनीति छोड़ने और परिवार से नाता तोड़ने का ऐलान किया है. रोहिणी ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया है कि ऐसा उन्होंने संजय यादव और रमीज के कहने पर किया है.