भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने भारत के लिए अमेरिकी टैरिफ का दायरा 10-20 फीसदी के बीच सही बताया है. इसके साथ ही उन्होंने अमेरिका से ट्रेड वार्ता के दौरान कुछ बातों के विशेष ध्यान रखने की सलाह दी है.
रघुराम राजन ने भारत को रूसी तेल आयात पर अपनी नीति का पुनर्मूल्यांकन करने का सुझाव दिया. इंडिया टुडे टीवी के साथ एक विशेष बातचीत में उन्होंने व्यापार में आसानी, वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं में एकीकरण और घरेलू फर्मों के बीच मजबूत प्रतिस्पर्धात्मकता में सुधार के लिए संरचनात्मक सुधारों की आवश्यकता पर ज़ोर दिया.
रघुराम राजन ने वैश्विक अनिश्चितताओं को भारत की वृद्धि की गति में रुकावट लाने वाला एक बड़ा कारण बताया. उन्होंने विशेष रूप से अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की वापसी और टैरिफ को लेकर बढ़ती अनिश्चितता को लेकर चिंता जताई. साथ ही कहा कि कुछ धीमापन आने वाला है.
आरबीआई (RBI) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन (Raghuram Rajan) ने कहा है कि दिग्गज कंपनियां चीन से बाहर कारोबार के मौके तलाश रही हैं और ये भारत के लिए अवसर हो सकता है.
रघुराम राजन ने कहा कि दो वैश्विक दिग्गजों के बीच संघर्ष के कारण व्यापार जगत में अनिश्चितता भारत के लिए फायदेमंद हो सकता है, अगर देश अपने पत्ते सही तरीके से खोले तो. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह वक्त अपनी कमर कसने और संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ व्यापार वार्ताओं पर तेजी से आगे बढ़ने का अच्छा मौका है.
रघु ने अपने इंस्टाग्राम पर एक लंबा चौड़ा पोस्ट शेयर किया है जिसमें उन्होंने समय के शो को सपोर्ट किया है. साथ ही उन्होंने कहा है कि उन्हें शो पर जाने का कोई मलाल नहीं है.
रोडीज फेम रघुराम ने 2018 में नताली डि लुसियो से शादी की थी. दोनों की इंटरफेथ मैरिज हुई थी.
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने डोनाल्ड ट्रंप द्वारा टैरिफ बढ़ोतरी की चेतावनियों पर चिंता जाहिर की है. उन्होंने इसे ग्लोबल इकोनॉमिक स्टेबिलिटी के लिए खतरा बताया है और कहा है कि यह अमेरिका के लिए भी फायदेमंद नहीं है.
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने डोनाल्ड ट्रंप द्वारा टैरिफ बढ़ोतरी की चेतावनियों पर चिंता जाहिर की है. उन्होंने इसे ग्लोबल इकोनॉमिक स्टेबिलिटी के लिए खतरा बताया है और कहा है कि यह अमेरिका के लिए भी फायदेमंद नहीं है.
रोना धोना, फेक लव एंगल, कंटेस्टेंट्स की झूठी तारीफ करना हो या उनपर गला फाड़कर चिल्लाना... TRP के लिए हर तरह के स्टंट्स फॉलो किए जा रहे हैं. हाल ही में रोडीज के जज रघुराम राजन ने 11 साल बाद शो छोड़ने की वजह का खुलासा किया है. 2014 में उन्होंने अपनी रोडीज जर्नी को खत्म कर दिया था.
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, नौकरशाही में लेटरल एंट्री नई बात नहीं है. 1970 के दशक से कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकारों के दौरान लेटरल एंट्री होती रही है और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और मोंटेक सिंह अहलूवालिया भी ऐसी पहलों के प्रमुख उदाहरण हैं. मंत्री ने तर्क दिया कि नौकरशाही में लेटरल एंट्री के लिए 45 पद प्रस्तावित हैं.
रघु ने अपने तलाक का जिम्मेदार इस शो को बताया. वो कहते हैं- रोडीज की वजह से मेरी पर्सनल लाइफ में काफी उठापटक हो रही थी.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन पर गंभीर आरोप लगाए हैं... उन्होंने कहा कि 'गवर्नर के रूप में रघुराम राजन अपने कर्तव्यों को पूरा करने में विफल रहे, जिससे देश के बैंकिंग सिस्टम संकट में पड़ गया'... इसके साथ ही सीतारमण ने कहा कि 'बैंक परेशानी में थे और उस समय नियामक यानी RBI दूसरी तरफ देख रहा था, रघुराम राजन ने बैंकिंग सिस्टम की तरफ ध्यान नहीं दिया'...
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (FM Nirmala Sitharaman) ने कहा कि पूर्व गवर्नर को पहले यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या वह हर बार बोलते समय एक इकोनॉमिस्ट होते हैं या फिर राजनेता?
अगर भारत को 2047 तक एक विकसित देश बनना है तो इसकी अर्थव्यस्था सालाना 7 फीसदी से बढ़ना होगा. रघुराम राजन ने कहा कि विकसित होने पर प्रति व्यक्ति आय 8 लाख रुपये से ज्यादा हो जाएगी.
भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि जब वे आरबीआई के गवर्नर थे तो उन्हें 4 लाख रुपये का वेतन मिलता था, लेकिन उनके लिए सबसे बड़ा लाभ आवास था.
हाल ही में हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के दौरान भी ओल्ड पेंशन योजना की खूब चर्चाएं सुनने को मिली थीं. गौरतलब है कि एनडीए (NDA) की तत्कालीन अटल बिहारी वाजपेई सरकार में जनवरी 2004 में OPS को रद्द करते हुए न्यू पेंशन स्कीम (NPS) लागू की गई थी.
केंद्रीय रेल, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन को राजनेता बताते हुए कहा कि वह ‘किसी की ओर से पीछे से वार कर रहे हैं.’ वैष्णव ने कहा कि राजन को खुलकर राजनीति करनी चाहिए.
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने हिंदू ग्रोथ रेट को लेकर गंभीर चिंता जताई है. उन्होंने कहा है कि भारत इसके खतरनाक स्तर के बहुत करीब पहुंच गया है.
Hindu Growth Rate क्या है 'हिंदू ग्रोथ रेट'? जिसको लेकर रघुराम राजन चिंतित...45 साल पुराना कनेक्शन!
तिमाही आधार पर Growth Rate में लगातार आ रही कमी को लेकर पूर्व आरबीआई गवर्नर ने चिंता जताई है और कहा है कि देश कई कारणों से हिंदू ग्रोथ रेट के खतरनाक स्तर के करीब पहुच रहा है.