पीयूष मिश्रा (Piyush Mishra) एक लोकप्रिय अभिनेता और गायक हैं. वह गीतकार, नाटककार, संगीतकार और पटकथा लेखक भी हैं. वह ग्वालियर में पले-बढ़े और 1986 में नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा, दिल्ली से स्नातक की उपाधि प्राप्त की. उसके बाद, उन्होंने दिल्ली में हिंदी थिएटर में अपना करियर शुरू किया. अगले दशक में, उन्होंने खुद को एक थिएटर निर्देशक, अभिनेता, गीतकार और गायक के रूप में स्थापित किया.
मकबूल (2003) और गैंग्स ऑफ वासेपुर (2012) में अपने अभिनय के लिए प्रसिद्धि हासिल करने के बाद, वह 2002 में मुंबई चले गए. एक फिल्म गीतकार और गायक के रूप में, उन्हें ब्लैक फ्राइडे (2004) में अरे रुक जा रे बंदे, गुलाल (2009) में आरंभ है प्रचंड, गैंग्स ऑफ वासेपुर- भाग 1, (2012) में इक बगल और एमटीवी कोक स्टूडियो में हुस्ना, (2012) जैसे गीतों के लिए जाना जाता है.
साहित्य आजतक 2025 की जोरदार शुरुआत दिल्ली में 21 नवंबर को हुई. इसमें खास तौर पर आमंत्रित थे बॉलीवुड एक्टर और लेखक पीयूष मिश्रा. मॉडरेटर अंजना ओम कश्यप के साथ बातचीत में एक्टर का वही चिरपरिचित बेबाक अंदाज दिखाई दिया. उनकी बेस्ट सेलिंग किताब 'तुम्हारी औकात क्या है पीयूष मिश्रा' पर भी बात हुई, देखें ये पूरा सेशन.
एक्टर से आगे पूछा गया कि फिल्म इंडस्ट्री कैसी जगह है. हम आपकी नजर से समझना चाहते हैं. जवाब में पीयूष मिश्रा ने कहा, 'नकली है. नकली है, बहुत नकली है. अच्छी जगह है. मुझे तो कम से कम बहुत दिया है फिल्म इंडस्ट्री ने. लेकिन नकली है, बहुत नकली है.'
पीयूष मिश्रा ने बॉलीवुड सितारों के भारी-भरकम एंटूराज और दिखावे पर कड़ा तंज कसा. साउथ इंडस्ट्री की सादगी की तारीफ करते हुए उन्होंने बताया कि बॉलीवुड में कई एक्टर्स 12 बॉडीगार्ड्स और कई वैनिटी वैन के साथ चलते हैं. हालांकि रणबीर कपूर की खूब तारीफ की.
दिल्ली में Entrepreneurs & Traders Leadership Summit को संबोधित करते हुए गोयल ने कहा कि अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग समय पर चुनाव होने से जनता और शासन दोनों ही बाधित होते हैं. उन्होंने कहा, “लोग वोटिंग से थक जाते हैं, बार-बार वोट डालने से ऊब जाते हैं.”
पीयूष और अनुराग के रिश्तों में थोड़ी दूरी आ चुकी है, अब वो पहले की तरह मिलते-जुलते नहीं हैं. ना ही उनके बीच बातें बची हैं- करने को. इसकी वजह दोनों ने ही अपनी आइडियोलॉजी को बताया है. साथ ही पीयूष ने अनुराग को सबका लाडला और सच्चा इंसान भी कहा है.
Sahitya Aaj Tak 2022: दिल्ली के ध्यानचंद स्टेडियम में 'साहित्य आजतक' के दूसरे दिन पत्रकार और लेखक राजेश बादल, इकबाल रिजवी और पीयूष पांडे पत्रकार ने शिरकत की. इस दौरान एक्टर मनोज वाजपेयी की जीवनी लिखने वाले पीयूष पांडे ने बॉलीवुड अभिनेता से जुड़े कई अनसुने और रोचक किस्से साझा किए. देखे ये वीडियो.
साहित्य आजतक 2023 में बॉलीवुड अभिनेता मनोज बाजपेयी ने शिरकत की. जब उनसे पूछा गया कि वे पैसे के लिए काम करते हैं या एक्टिंंग के लिए? तो क्या था मनोज बाजपेयी का जवाब, जानने के लिए देखें वीडियो.
sahitya ajtak 2023: दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में शुक्रवार को शब्द-सुरों के महाकुंभ 'साहित्य आजतक 2023' का आगाज हुआ. शुक्रवार को पीयूष मिश्रा ने आजतक के मंच पर शानदार प्रस्तुति दी थी और आज तुम्होरी क्या औकात है कपर खुलकर बात की. देखें.
Sahitya Aajtak 2023: शब्द-सुरों का महाकुंभ 'साहित्य आजतक 2023' दिल्ली के मेजर ध्यानचऺद नेशनल स्टेडियम में शुरू हो चुका है. 'साहित्य आजतक' के पहले दिन 24 नवंबर को कवि और एक्टर पीयूष मिश्रा के बैंड बल्लीमारान ने अपनी प्रस्तूती दी.
दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में शुक्रवार को शब्द और सुरों का महाकुंभ 'साहित्य आजतक 2023' का आगाज हो चुका है. इस दौरान'तुम्हारी क्या औकात है' नाम के सेशन में शामिल हुए पीयूष मिश्रा अपनी निजी और पेशेवर जिंदगी को लेकर खुलकर बातचीत की. देखें वीडियो