मुलायम सिंह यादव
मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) एक भारतीय राजनीतिज्ञ और समाजवादी पार्टी के संस्थापक-संरक्षक थें (Founder-Patron of Samajwadi Party). वे लगातार तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री (CM of Uttar Pradesh) रहे और भारत के रक्षा मंत्री के रूप में भी कार्य किया था. वे लंबे समय तक सांसद रहे और लोकसभा में मैनपुरी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते थे. उन्हें अक्सर पार्टी के नेता और कार्यकर्ता नेताजी (Netaji) कहकर संबोधित किया करते थें. 2 अक्टूबर 2022 को मुलायम सिंह यादव यूरिन संक्रमण, ब्लड प्रेशर की समस्या और सांस लेने में तकलीफ के चलते गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती हुए थे. उनकी तबीयत लगातार नाजुक बनी हुई थी और 10 अक्टूबर को उनका निधन हो गया (Mulayam Singh Yadav Death).
मुलायम सिंह यादव का जन्म 22 नवंबर 1939 (Mulayam Date of Birth) को उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के सैफई गांव में हुआ था. उनके माता - पिता मूर्ति देवी और सुघर सिंह यादव थें. यादव ने इटावा में कर्मक्षेत्र पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज से राजनीति विज्ञान में एम.ए., शिकोहाबाद में ए.के. कॉलेज से बी.ए. और आगरा विश्वविद्यालय के बी.आर. कॉलेज से बी.टी. की डिग्री हासिल की थी (Mulayam Education).
यादव ने दो शादियां की थीं. उनकी पहली पत्नी, मालती देवी की मृत्यु मई 2003 में हुई, वह अखिलेश यादव की मां थी. मुलायम ने दूसरी शादी साधना गुप्ता से की थी(Mulayam Married Twice).
मुलायम की राजनीति में शुरुआत राम मनोहर लोहिया और राज नारायण जैसे नेताओं की शागिर्दी में हुई थी. यादव पहली बार 1967 में विधानसभा के सदस्य चुने गए थे. 1975 में, इंदिरा गांधी द्वारा आपातकाल लागू करने के दौरान वे 19 महीने तक जेल में भी रहे थें. मुलायम 1989 में पहली बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री (Chief Minister of Uttar Pradesh) बने थे. साल 1992 में, यादव ने समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की स्थापना की थी. 1993 में, वे दूसरी बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने. वहीं, तीसरी और आखिरी बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी उन्होंने सितंबर 2003 में संभाली थी.
2012 की बहुचर्चित बलात्कार की घटना के बाद भारत में बलात्कार को लेकर कड़ा कानून बनाया गया. मुलायम ने इसका विरोध करते हुए कहा, “लड़के तो लड़के होते हैं. लड़कों से गलतियां हो जाती हैं.” यादव की इस विवादित टिप्पणी का पूरी दुनिया में जोरदार विरोध हुआ था (Mulayam’s Controversial Comments on Rape ).
19 अगस्त 2015 को यादव ने टिप्पणी की कि सामूहिक बलात्कार अव्यावहारिक हैं और उन मामलों में बलात्कार-पीड़ित झूठ बोलते हैं. इस टिप्पणी के लिए उन्हें उत्तर प्रदेश में महोबा जिला अदालत के न्यायिक मजिस्ट्रेट ने तलब किया था.
समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की तीसरी पुण्यतिथि पर सैफई में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया, जहां सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने परिवार समेत उन्हें श्रद्धांजलि दी. इस मौके पर अखिलेश यादव ने बीजेपी की योगी आदित्यनाथ सरकार पर आरक्षण को लेकर बड़ा हमला बोला और कहा, ‘लगातार साजिश हो रही है कि आरक्षण खत्म हो, उसके लिए सरकार लगातार कोई न कोई रास्ता निकाल रही है’.
सैफई में नेता मुलायम सिंह के पुण्यतिथि पर उनके समर्थकों ने उन्हें याद किया. मुलायम सिंह के छोटे भाई रामगोपाल यादव ने इस मोके पर बयान देते हुए कहा कि 'नेताजी का दायरा बहुत बड़ा था; उन्होंने जीवन भर लोगों की मदद की, चाहे वे किसी भी पार्टी के हों. साथ ही गरीबों के लिए संघर्ष किया.
उत्तर प्रदेश की राजनीति में अलग ही सियासी जगह रखने वाले आजम खान ने जेल की जिंदगी, राजनीतिक अनुभव और पार्टी संबंधी जिम्मेदारियों पर खुलकर बातचीत की. उन्होंने बताया कि जेल में रहते हुए भी चर्चा में बने रहना उनकी प्राथमिकता थी, अल्लाह पर भरोसा रखते हुए व्यक्तिगत बदला नहीं लिया. रामपुर-मुरादाबाद चुनाव, मुलायम सिंह की यादें और पार्टी निर्णयों पर भी उन्होंने विस्तार से अपने विचार साझा किए.
भारतीय राजनीति में भाई-भतीजावाद किसी से छुपा नहीं है. पिता की सियासी विरासत बेटे-बेटियों ने ही संभाली है, इसका लंबा इतिहास मौजूद है. लेकिन कई बार पार्टी में बगावत या अन्य कारणों से पिता ने अपने ही बच्चों को पार्टी से बाहर का रास्ता भी दिखाया है. इसका सबसे ताजा उदाहरण अंबुमणि हैं, जिन्हें पिता रामदास ने अपनी पार्टी पीएमके से बाहर कर दिया है.
विचारधारा की स्वतंत्रता की बातें और मोदी सरकार पर तानाशाह होने का आरोप कांग्रेस अकसर लगाती रही है. पर यूपीए शासनकाल के दौरान 2012 में नरेंद्र मोदी का एक साक्षात्कार छापने से रोकने के लिए शाहिद सिद्दीकी को न केवल धमकी दी गई बल्कि दंडित भी किया गया.
मुलायम सिंह यादव के नाम पर यह कोठी मुरादाबाद के पॉश इलाके सिविल लाइंस क्षेत्र में ग्राम छावनी के पास स्थित है, जिसका किराया प्रति माह 250 रुपए हैं. लगभग 1000 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में फैली इस कोठी में वर्तमान समय में समाजवादी पार्टी का जिला कार्यालय संचालित हो रहा है. इस कोठी का स्वामित्व राज्य सरकार के पास है, और यह राजस्व अभिलेखों में सरकारी संपत्ति के रूप में दर्ज है.
लालू यादव ने अपने बड़े बेटे तेज प्रताप को राष्ट्रीय जनता दल से छह साल के लिए निकाल दिया है. भारतीय राजनीति में यह ऐसी पहली घटना नहीं है, जब किसी पिता ने अपने ही पुत्र को अपनी ही बनाई पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया हो. ऐसा पहले भी हुआ है. जानिए.
अखिलेश यादव को उत्तर प्रदेश की समाजवादी राजनीति विरासत में मिली है. उन्होंने अपने पिता की मृत्यु के बाद काफी परिश्रम करके अपनी जगह बनाई है. लोकसभा चुनावों में मिली सफलता से प्रदेश की जनता को उनमें भविष्य का सीएम दिख रहा है. पर अखिलेश प्रदेश की राजनीति के महत्वपूर्ण मुद्दों पर कन्फ्यूज हो जाते हैं, जो उनकी राजनीति के लिए सही नहीं है.
उत्तर प्रदेश विधानसभा में मुलायम सिंह यादव पर एक टिप्पणी को लेकर भारी विवाद हुआ. डेप्युटी सीएम ब्रजेश पाठक के बयान ने समाजवादी पार्टी को नाराज़ कर दिया जिससे विपक्ष ने विरोध दर्ज कराया. इस पर स्पीकर सतीश महाना ने विपक्ष को फटकार लगाई और पूछा कि क्या वास्तव में कुछ अपमानजनक कहा गया है. देखें.
उत्तर प्रदेश विधानसभा में बजट सत्र जारी है. इस बीच सोमवार को डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के बयान पर समाजवादी पार्टी के विधायकों ने जोरदार हंगामा कर दिया. स्थिति इतनी बिगड़ गई की सदन को स्थगित करना पड़ा. सदन की कार्यवाही के दौरान बृजेश पाठक ने दिवंगत नेता मुलायम सिंह यादव के एक दिए गए बयान का जिक्र कर दिया, जिससे हंगामा शुरू हो गया.
उत्तर प्रदेश विधानसभा में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक द्वारा मुलायम सिंह यादव की पुरानी विवादित टिप्पणी का जिक्र करने पर समाजवादी पार्टी ने जोरदार विरोध किया. आजतक से बात करते हुए ब्रजेश पाठक ने कहा कि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन सपा ने इसे मुलायम सिंह के अपमान के रूप में देखा. देखिए VIDEO
लालू यादव ने प्रयागराज महाकुंभ पर अपनी जो राय दी है, वो यूं ही नहीं लगती. वो उनका राजनीतिक बयान है. और, साल के आखिर में होने जा रहे बिहार विधानसभा चुनावों के हिसाब से भी महत्वपूर्ण हो जाता है.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो साल 2022 का है जब डिंपल, अखिलेश के साथ अपने ससुर और सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के अस्थि विसर्जन के लिए हरिद्वार गई थीं.
अखिलेश यादव ने रविवार को प्रयागराज महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाई. गंगा स्नान के बाद वह साधु-संतों और धर्माचार्यों से मिलने उनके शिविरों में पहुंचे. इसी कड़ी में उन्होंने शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद से भी मुलाकात की और उनका आशीर्वाद लिया.
मुलायम सिंह यादव के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में वाराणसी की एक अदालत में महंत राजू दास के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया गया है. महंत राजू दास अयोध्या स्थित हनुमान गढ़ी के पुजारी हैं.
महाकुंभ 2025 में स्मृति सेवा संस्थान की तरफ से सपा संस्थापक और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की टेंट में मूर्ति लगवाई गई है. अब मुलायम सिंह यादव की ये मूर्ति आकर्षण का केंद्र बन गई है.सपा कार्यकर्ता और समर्थक महाकुंभ में स्नान करके मुलायम सिंह यादव की मूर्ति को भी देखने के लिए इस टेंट में आ रहे हैं.
मुलायम सिंह यादव स्मृति सेवा संस्थान में मुलायम सिंह की मूर्ति लगवाने वाले संदीप यादव ने कहा, "बीजेपी गाय, गंगा और गोबर की बात करती है. लेकिन ये लोग गाय पालने वाले नहीं हैं. गाय पालने वाले लोग हम लोग हैं."
मुलायम सिंह यादव स्मृति सेवा संस्थान में मुलायम सिंह की मूर्ति लगवाने वाले संदीप यादव ने कहा, ''बीजेपी गाय, गंगा और गोबर की बात करती है. लेकिन ये लोग गाय पालने वाले नहीं हैं. गाय पालने वाले लोग हम लोग हैं.'' महाकुंभ में आकर्षण का केंद्र बनी मुलायम सिंह यादव की मूर्ति
महाकुंभ में मुलायम सिंह की प्रतिमा पर अखाड़ा परिषद के आपत्ति जताने पर कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने कहा कि बेवजह की सर्टिफिकेट बाजी नहीं होनी चाहिए. कुंभ क्षेत्र धर्म क्षेत्र है. अमृत स्नान होते हैं बिना वजह सामाजिक लोग राजनीतिक अखाड़ा ना बनाएं. देखिए क्या कहा
मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई राजपाल यादव अब इस दुनिया में नहीं रहे. उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए पूरा यादव परिवार सैफई में जुटा हुआ है. अखिलेश यादव, शिवपाल यादव, रामगोपाल यादव, डिंपल यादव समेत तमाम लोगों ने नम आंखों से उन्हें श्रद्धांजलि दी है.
मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई और अखिलेश यादव के चाचा राजपाल सिंह यादव का इलाज के दौरान निधन हो गया है. वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे और गुरुग्राम में उनका इलाज चल रहा था.