मनसुख मंडाविया, राजनेता
डॉ मनसुख लक्ष्मणभाई मंडाविया (Mansukh Mandaviya) एक राजनीतिज्ञ और भारत के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण और रसायन और उर्वरक मंत्री ( Minister of Health & Family Welfare and Chemical and Fertilizers of India) के रूप में कार्यरत हैं. उन्होंने 7 जुलाई, 2021 को ये पदभार ग्रहण किया. वह गुजरात से राज्यसभा सदस्य हैं (Mandaviya Rajya Sabha Member). 2024 लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की और नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल में कैबिनेट मंत्री बनें
मनसुख मंडाविया का जन्म 1 जून 1972 (Mandaviya Date of Birth) को गुजरात के भावनगर जिले के हनोल गांव में हुआ था. एक मध्यमवर्गीय किसान परिवार में जन्मे मनसुख चार भाइयों में सबसे छोटे हैं. उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा सरकारी प्राथमिक स्कूल, हनोल से और हाई स्कूल की पढ़ाई सोनगढ़ गुरुकुल से पूरी की. एचएससी पूरा करने के बाद, उन्होंने पशु चिकित्सा लाइव स्टॉक इंस्पेक्टर में सर्टिफिकेट कोर्स किया और सोनगढ़ गुरुकुल और गुजरात कृषि विश्वविद्यालय, गुजरात में शिक्षा प्राप्त की. बाद में, उन्होंने भावनगर विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में एमए किया. 2021 में, मंडाविया ने गुजरात इंस्टीट्यूट ऑफ डेवलपमेंट रिसर्च से राजनीति विज्ञान में पीएचडी प्राप्त की (Mandaviya Education). मनसुख मंडाविया की शादी नीताबेन मंडाविया (Mandaviya Wife) से हुई है और उनके दो बच्चे पवन और दिशा हैं.
मनसुख अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के सदस्य और एबीवीपी गुजरात इकाई के राज्य कार्यकारी समिति के सदस्य रहे हैं. मंडाविया 2002 में गुजरात में विधान सभा के सबसे कम उम्र के सदस्य बने. 2010 में, वे गुजरात एग्रो इंडस्ट्रीज कॉर्पोरेशन लिमिटेड के अध्यक्ष बने. 38 साल की छोटी उम्र में, मनसुख मंडाविया गुजरात से राज्यसभा सांसद के रूप में चुने गए. 5 जुलाई 2016 को, मनसुख मंडाविया ने भारत सरकार के सड़क परिवहन और राजमार्ग, जहाजरानी और रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली. उन्हें मार्च 2018 में राज्यसभा में सांसद के रूप में दूसरे कार्यकाल के लिए फिर से चुना गया. मई 2019 में, मनसुख मंडाविया रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री के साथ बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बने. मंडाविया ने जनवरी 2020 में स्विट्जरलैंड के दावोस में विश्व आर्थिक मंच में भारत का प्रतिनिधित्व किया (Mandaviya Political Career).
उनका ऑफिशियल ट्विटर हैंडल @mansukhmandviya है. उनके फेसबुक पेज का नाम Mansukh Mandaviya है. वह इंस्टाग्राम पर mansukhmandviya यूजरनेम से एक्टिव हैं.
केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने पाकिस्तान के राष्ट्रपति की टिप्पणियों पर कड़ी आपत्ति जताई. उन्होंने कहा, पाकिस्तान को भारत के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है. पाकिस्तान को आतंक पर आत्मचिंतन करना चाहिए.
FIDE वर्ल्ड चेस कप ट्रॉफी को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है. गोवा में हुए रंगारंग समारोह में FIDE वर्ल्ड चेस कप 2025 का नाम भारत के चेस दिग्गज विश्वनाथन आनंद के नाम पर कर दिया गया है.
EPFO ने पीएफ निकासी के नियमों में बड़े बदलावों का ऐलान किया है, लेकिन इसे लेकर विपक्ष निशाना साध रहा है. तृणमूल कांग्रेस के सांसद साकेत गोखले ने Minimum Balance के नए नियम को कर्मचारियों के लिए अपनी ही कमाई तक पहुंच रोकने वाला करार दिया है.
कोयंबटूर में ईशा ग्रामोत्सव 2025 का भव्य फिनाले आयोजित हुआ. 35 हजार गांवों की 5,472 टीमों ने भाग लिया. खेल मंत्री मांडविया और सद्गुरु ने ग्रामीण खेलों की सराहना की. महिला थ्रॉबॉल और पुरुष वॉलीबॉल में रोमांचक मुकाबले हुए.
बीसीसीआई के लिए राहत की बात ये है कि खेल विधेयक प्रशासकों के लिए आयु सीमा में ढील देता है. अंतरराष्ट्रीय संस्था की अनुमति मिलने पर 70 से 75 साल के बीच की आयु के लोग खेल संघ के चुनाव लड़ सकते हैं.
EPFO News: केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए कहा कि ईपीएफओ द्वारा बीते कुछ समय में किए गए सुधारात्मक बदलावों के चलते क्लेम सेटलमेंट प्रोसेस अब बेहद आसान हो गया है.
केंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने रविवार को एक बार फिर गुजरात के जूनागढ़ में फिट इंडिया संडेज ऑन साइकिल का नेतृत्व किया. जूनागढ़ में, 500 से अधिक साइकिल सवारों ने प्रतिष्ठित गिरनार गेट से लेकर भवनाथ महादेव मंदिर तक इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया, जिसका आयोजन गांधीनगर में भारतीय खेल प्राधिकरण (एसएआई) क्षेत्रीय केंद्र द्वारा किया गया. देखिए गुजरात आजतक.
कांग्रेस प्रवक्ता शमा मोहम्मद द्वारा भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा पर की गई टिप्पणी ने राजनीतिक हलचल मचा दी है. केंद्रीय खेल मंत्री मंसुख मंडाविया और बीजेपी ने इस बयान की कड़ी निंदा की. कांग्रेस ने बयान से खुद को अलग कर लिया, वहीं टीएमसी नेता ने शमा का समर्थन किया. शमा ने अब अपना पोस्ट डिलीट कर दिया है.
वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में भारतीय टीम को भेजा जाए, इस मांग को लेकर कई पहलवान केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया के घर के बाहर बैठे हैं. पहलवानों का आरोप है कि उनको चैंपियनशिप में जाने से रोक दिया गया है.
वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में जाने की मांग को लेकर पहलवानों ने केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया के निवास के सामने प्रदर्शन किया. इन पहलवानों का आरोप है कि उन्हें चैंपियनशिप से ठीक पहले जाने से रोका गया. इस चैंपियनशिप का आयोजन अल्बेनिया में हो रहा है. जानकारी के मुताबिक, पहलवानों को देर रात पता चला कि उनके जाने पर रोक लगा दी गई है. यह प्रदर्शन पहलवानों की नाराजगी को दर्शाता है, जो अपने खेल के भविष्य को लेकर चिंतित हैं.
EPFO सदस्यों को राहत देने के मद्देनजर सरकार की ओर से लगातार कदम उठाए जा रहे हैं. अब श्रम मंत्रालय इसे और भी सुगम बनाने पर जोर दे रहा है और कई बड़े बदलाव (Rule Change) करने की तैयारी में है.
पेरिस ओलंपिक्स से विनेश फोगाट के डिस्क्वालिफाई होने के बाद, केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने 7 अगस्त को लोकसभा में बयान दिया था. अपने बयान में मांडविया ने बताया कि विनेश फोगट की ट्रेनिंग से लेकर ओलंपिक की तैयारी के लिए सरकार ने करीब 70 लाख रुपए खर्च किए हैं. देखें वीडियो.
सिर्फ 100 ग्राम वजन बढ़ने से रेसलर विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक से डिसक्वालिफाई कर दिया गया. इसे लेकर खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने संसद में बयान दिया. उनके बयान के विरोध में विपक्ष ने लोकसभा से वॉकआउट कर दिया था. आइए जानते हैं उन्होंने कहा.
खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने विनेश फोगाट के डिस्क्वालिफिकेशन पर संसद में बयान दिया. उन्होंने कहा कि विनेश का वजन 50 किलोग्राम कैटेगिरी में 100 ग्राम ज्यादा आया, इसलिए उनको अयोग्य घोषित किया गया. विनेश जीती थीं. भारत सरकार ने उनकी पूरी मदद की थी. वहीं खेल मंत्री के संबोधन के दौरान विपक्ष ने हंगामा किया.
विनेश फोगाट 50 किलो से 100 ग्राम वजन ज्यादा होने की वजह से अयोग्य घोषित कर दिया गया है. इसके साथ ही उनका पदक लाने का सपना टूट गया है. इस मुद्दे को सदन में भी उठाया गया है. खेल मंत्री मंसुख मंडाविया ने पूरे मामले पर लोकसभा में क्या कहा? जानने के लिए देखें ये बुलेटिन.
खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने विनेश फोगाट के डिसक्वालीफिकेशन पर संसद में बयान दिया. उन्होंने कहा कि विनेश का वजन 50 किलोग्राम कैटेगिरी में 100 ग्राम ज्यादा आया, इसलिए उनको अयोग्य घोषित किया गया. विनेश जीती थीं. भारत सरकार ने उनकी पूरी मदद की थी. वहीं खेल मंत्री के संबोधन के दौरान विपक्ष ने हंगामा किया.
मनसुख मंडाविया पर PM मोदी ने तीसरी बार भरोसा जताते हुए अपनी कैबिनेट में रखा है. मनसुख मंडाविया केंद्र में स्वास्थ्य विभाग संभाल चुके हैं. सबसे पहले 2016 में राज्य मंत्री बने थे. इस बार वे श्रम और रोज़गार मंत्री बने हैं. देखें वीडियो.
मोदी सरकार 3.0 में मनसुख मांडविया ने ली कैबिनेट मंत्री पद की शपथ
लोकसभा चुनाव के दौरान क्षत्रिय समाज पर विवादित बयान की वजह से सुर्खियों में रहे परषोत्तम रुपाला को राजकोट से जीतने के बावजूद मंत्री पद गंवाना पड़ा है, जबकि देवूसिंह चौहन जो पिछली सरकार में राज्यमंत्री थे, उनकी जगह इस बार निमुबेन बामभनिया को जगह मिली है. मोदी कैबिनेट में अमित शाह, जेपी नड्डा, एस जयशंकर और मनसुख मांडविया को शामिल किया गया है.
मनसुख मंडाविया पर PM मोदी ने तीसरी बार भरोसा जताते हुए अपनी कैबिनेट में रखा है. इस बार भी मनसुख मंडाविया ने मंत्री पद की शपथ ले ली है. पिछली बार भी वह पीएम मोदी की कैबिनेट में शामिल थे. मनसुख मंडाविया केंद्र में स्वास्थ्य विभाग संभाल चुके हैं. सबसे पहले 2016 में राज्य मंत्री बने थे. इस बार उन्हें क्या पोर्टफोलियो मिलेगा है यह अभी तय नहीं हुआ है.
Gujarat Lok Sabha Election Phase 3 Voting Updates: गुजरात में लोकसभा की कुल 26 सीटें हैं. यहां सूरत सीट पर पहले ही निर्विरोध चुनाव हो गया है. बीजेपी ने मुकेश दलाल ने वोटिंग से पहले ही जीत हासिल कर ली है. मंगलवार को 25 सीटों पर वोटिंग हुई. इसमें 56.98% मतदान हुआ.