महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनाव (Maharashtra Nikay Chunav) 3 चरणों में कराए जाने हैं. पहले चरण के तहत नगर पालिका और नगर पंचायत चुनाव का शेड्यूल जारी हो चुका है, जबकि जिला परिषद, पंचायत समिति और नगर निगम चुनाव की घोषणा अभी बाकी है. पहले चरण में राज्य की 246 नगर पालिकाओं और 42 नगर पंचायतों में 2 दिसंबर को मतदान होना है. पहले चरण के बाद निकाय चुनाव की दूसरी कड़ी में 332 जिला परिषदों और 336 पंचायत समितियों के लिए मतदान होगा.. इसके बाद जनवरी में 29 नगर निगमों के चुनाव प्रस्तावित हैं, जिनमें मुंबई की बीएमसी भी शामिल है. चुनाव आयोग ने कहा है कि 31 जनवरी 2026 से पहले सभी निकाय चुनाव संपन्न कराए जाएंगे.
महाराष्ट्र निकाय चुनाव के पहले चरण में करीब एक करोड़ मतदाता वोट डालने के पात्र थे. मतदान सुबह 7.30 बजे शुरू होकर शाम 5.30 बजे संपन्न हुआ. राज्य निर्वाचन आयोग (SEC) के अनुसार अंतिम मतदान प्रतिशत देर रात जारी होगा.
महाराष्ट्र के कोकण क्षेत्र में लोकल बॉडी चुनावों से पहले 'कैश फॉर वोट्स' का विवाद उभरा है. मलवण में बीजेपी नेताओं की गाड़ियों से भारी नकदी बरामद होने के बाद शिवसेना (शिंदे गुट) के विधायक निलेश राणे ने FIR दर्ज करने की मांग की है. इस विवाद ने बीजेपी और शिवसेना के बीच राजनीतिक खाई गहरी कर दी है. शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत ने डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे पर भी आरोप लगाए हैं.
बदलापुर के बाद अब रायगढ़ जिले में भी स्थानीय निकाय चुनावों के दौरान बड़ा बवाल हो गया. शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस (NCP) के दो गुटों के समर्थक आपस में भिड़ गए. शिवसेना मंत्री भरत गोगावले और राष्ट्रवादी की स्नेहल जगताप के समर्थकों के बीच महाड शहर के नवे नगर परिसर में जमकर मारपीट हुई.
बॉम्बे हाईकोर्ट की नागपुर पीठ ने राज्य चुनाव आयोग को सभी नगर परिषद और नगर पंचायत के नतीजे 21 दिसंबर को घोषित करने का निर्देश दिया है. आज हुए मतदान के नतीजे कल, 3 दिसंबर को घोषित होने थे. साथ ही जिन 20 जगहों पर आयोग ने चुनाव स्थगित किया था, वहां अब 20 दिसंबर को चुनाव होंगे और नतीजे एक साथ 21 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे.
महाराष्ट्र में नगर परिषद और नगर पंचायत के लिए मतदान का दिन है. 246 नगर परिषदों और 42 नगर पंचायतों के लिए वोट डाले जा रहे हैं. मतदान शाम साढ़े पाँच बजे तक चलेगा और पूरी प्रक्रिया ईवीएम के जरिए होगी. कई सीटों पर महायुती एवं बीजेपी शिंदे पार्टी में टकराव है और शिंदे के प्रचार पर भी कुछ नाराजगी देखने को मिली है. इसपर शिंदे क्या बोले? सुनिए.
Maharashtra Nikay Chunav 2025 LIVE Updates: महाराष्ट्र में आज 264 म्युनिसिपल काउंसिल और नगर पंचायतों में पहले फेज़ की वोटिंग हो रही है. मुकाबला महायुति और MVA में है. वहीं, पिछले कई दिनों से सुर्खियों में रहा साइक्लोन दित्वा अब डिप्रेशन में बदल चुका है.
महाराष्ट्र में 246 नगर परिषदों और 42 नगर पंचायतों के लिए आज मतदान हो रहा है. वोटिंग ईवीएम के माध्यम से शाम साढ़े पाँच बजे तक होगी. मतगणना तीन दिसंबर को होगी लेकिन राज्य निर्वाचन आयोग ने चुनावी प्रक्रिया में शिकायतों के बाद बीस नगर परिषद और नगर पंचायत चुनाव टाल दिए हैं. सीएम फडणवीस ने इस निर्णय को अन्याय बताया है क्योंकि नामांकन खारिज होने की वजह से अदालत के फैसले के चलते चुनाव स्थगित किए गए हैं.
महाराष्ट्र के कोंकण में बीजेपी पदाधिकारियों के वाहनों से कैश मिलने पर कोंकण में ‘वोट के लिए कैश’ विवाद भड़क गया है. शिवसेना शिंदे गुट के विधायक नीलेश राणे ने जांच और FIR की ज़रूरत पर जोर दिया है.
महाराष्ट्र की 264 शहरी निकाय क्षेत्रों में चुनाव हो रहा है, जिसमें नगर परिषद, नगर पंचायत के अध्यक्ष और सदस्य चुने जाने है. इस चुनाव में महाविकास अघाड़ी और महायुति के बीच ही मुकाबला नहीं, बल्कि कई सीटों पर आपस में भी किस्मत आजमा रहे हैं.
महाराष्ट्र में 2 दिसंबर को होने वाले स्थानीय निकाय चुनाव से पहले राजनीतिक हलचल तेज है. 20 निकायों के चुनाव नामांकन विवादों पर स्थगित होने से फडणवीस नाराज हैं. विपक्ष वोटर लिस्ट में गड़बड़ी का आरोप लगाकर बीएमसी सुधार अभियान चला रही है, जहां 11 लाख डुप्लीकेट वोटर मिले. शिवसेना (यूबीटी) ने शिंदे बीजेपी पर विधायकों को तोड़ने का आरोप लगाया, जबकि शिंदे-फडणवीस गठबंधन में किसी अनबन से इनकार कर रहे हैं.
महाराष्ट्र नगर परिषद और नगर पंचायत चुनाव में महायुति और महा विकास अघाड़ी पूरी तरह से बिखर गई है. कौन किसके साथ है और कौन किसके खिलाफ है, इसमें कंफ्यूजन ही कंफ्यूजन है. देखना है कि निकाय चुनाव में कौन बेताज बादशाह बनता है?
डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा, 'स्थानीय निकाय चुनाव कार्यकर्ताओं का होता है. कार्यकर्ताओं की इच्छा होती है कि प्रचार में कौन-कौन नेता आए. हम उसी इच्छा के अनुसार प्रचार के लिए जाते हैं. ये कोई ऊपर से थोपा हुआ फैसला नहीं है.'
महाराष्ट्र सरकार की ओर से शुक्रवार को जारी शासन निर्णय (GR) के अनुसार, जिन जिलों में 2 दिसंबर को मतदान होना है, वहां के कर्मचारियों को वोट डालने के लिए पेड लीव दी जाएगी. सरकार ने चेतावनी दी है कि यदि किसी संस्थान ने आदेश नहीं माना तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र स्थानीय निकाय चुनाव कराने की अनुमति दी है, लेकिन नतीजे अगले आदेश तक रोक में रहेंगे. OBC आरक्षण 50% से ज्यादा होने पर विवाद जारी है. अगली सुनवाई 21 जनवरी 2026 को होगी.
महाराष्ट्र में हो रही शहरी निकाय चुनाव में सीएम फड़णवीस और एकनाथ शिंदे आमने-सामने है, क्योंकि कई सीटों पर बीजेपी और शिवसेना के बीच मुकाबला है. ऐसे में शिंदे और फड़णवीस के बीच जुबानी जंग भी तेज हो गई है और बात राम, रावण और लंका तक पहुंच गई है.
महाराष्ट्र में OBC आरक्षण को लेकर स्थानीय निकाय चुनाव एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट में अटक गए हैं. सुनवाई के दौरान कोर्ट ने साफ कहा कि यदि चुनाव प्रक्रिया आरक्षण नियमों के खिलाफ पाई गई तो बाद में भी उसे रद्द किया जा सकता है. केंद्र और राज्य सरकार दोनों को कोर्ट ने दो टूक निर्देश दिया कि वे पूरी तैयारी के साथ आएं और 50% आरक्षण सीमा, जनसंख्या के प्रतिनिधित्व और कानूनी स्थिति को स्पष्ट करें.
महाराष्ट्र में बीजेपी, एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी गठबंधन के तहत सत्ता में है. इस बीच हिंगोली से बीजेपी विधायक तानाजी मुटकुले ने दावा किया कि कलमनुरी सीट से शिवसेना विधायक संतोष बांगड़ ने 2022 के राजनीतिक संकट के दौरान पैसे लेकर गुट बदला.
महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले की लोहा नगर परिषद के चुनाव में बीजेपी ने एक ही परिवार के छह सदस्यों को टिकट दिया है. परिवारवाद के मुद्दे पर दूसरे दलों को घेरती आ रही बीजेपी इस दांव के बाद अपने ही गठबंधन सहयोगियों के बीच भी घिर गई है.
बदलापुर नगर परिषद चुनाव में शिवसेना (शिंदे गुट) की ओर से म्हात्रे परिवार को छह टिकट देने से बड़ा विवाद खड़ा हो गया. नगराध्यक्ष पद भी इसी परिवार को मिला है. बदलापुर चुनाव में परिवारवाद पूरी तरह हावी होता नज़र आ रहा है.
महाराष्ट्र राज्य चुनाव आयोग ने बॉम्बे हाई कोर्ट में हलफनामा दायर करते हुए कहा कि स्थानीय निकाय चुनावों में VVPAT का उपयोग करने के लिए कोई कानूनी प्रावधान मौजूद नहीं है और विधायी अनुमति के बिना इसे अनिवार्य नहीं किया जा सकता. कांग्रेस नेता प्रफुल्ल गुढ़ाधे की याचिका इसी निर्णय को चुनौती देती है.
महाराष्ट्र में बीएमसी चुनाव की बिसात बिछाई जाने लगी है. उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के मिलकर चुनावी मैदान में उतारने की तैयारी है. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव हार के बाद बीएमसी आखिरी किला उद्धव ठाकरे का माना जा रहा है. ऐसे में देखना है कि क्या कमाल दिखा पाते हैं?