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कविंद्र गुप्ता

कविंद्र गुप्ता

कविंद्र गुप्ता

बीजेपी के वरिष्ठ नेता कविंद्र गुप्ता (Kavinder Gupta) को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 14 July 2025 को लद्दाख का उपराज्यपाल नियुक्त किया. कविंद्र गुप्ता जम्मू-कश्मीर में बीजेपी-पीडीपी गठबंधन सरकार में उपमुख्यमंत्री थे. वे जम्मू-कश्मीर की राजनीति में लंबे समय से सक्रिय रहे हैं और प्रशासनिक अनुभव भी रखते हैं. 

कविंद्र गुप्ता, जिनका जन्म 2 दिसंबर 1959 को हुआ था, केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर के एक प्रमुख राजनेता हैं.

गुप्ता ने महज 13 वर्ष की उम्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़कर सामाजिक और राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी. आपातकाल के दौरान उन्हें 13 महीने की जेल भी हुई. वर्ष 1978 से 1979 तक वे विश्व हिंदू परिषद की पंजाब इकाई के सचिव रहे. इसके बाद 1993 से 1998 तक उन्होंने भारतीय जनता युवा मोर्चा की जम्मू-कश्मीर इकाई के प्रमुख के रूप में कार्य किया.

2005 से 2010 तक गुप्ता जम्मू नगर निगम के महापौर पद पर लगातार तीन बार निर्वाचित हुए, जो एक रिकॉर्ड है. वर्ष 2014 के जम्मू और कश्मीर विधानसभा चुनाव में उन्होंने गांधी नगर विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा और तत्कालीन विधायक कांग्रेस के रमन भल्ला को हराया.

19 मार्च 2015 को वे जम्मू और कश्मीर विधानसभा के अध्यक्ष चुने गए और इस पद पर पहुंचने वाले पहले भाजपा नेता बने. इसके बाद 30 अप्रैल 2018 को मंत्रिमंडल पुनर्गठन के तहत उन्हें जम्मू और कश्मीर राज्य का उपमुख्यमंत्री नियुक्त किया गया. उन्होंने निर्मल सिंह का स्थान लिया.

लेकिन यह कार्यकाल ज्यादा लंबा नहीं चला. 19 जून 2018 को, शपथ लेने के महज 51 दिनों बाद, उन्होंने उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. भारतीय जनता पार्टी ने पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) के साथ गठबंधन समाप्त करने का निर्णय लिया. भाजपा के तत्कालीन राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर गठबंधन तोड़ने की घोषणा की. उन्होंने मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली सरकार पर कड़े आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार अपनी जिम्मेदारियों को निभाने में विफल रही. बढ़ती हिंसा, मौलिक अधिकारों पर खतरा और उग्रवाद का बढ़ना भाजपा के फैसले के पीछे प्रमुख कारण बताए गए.

 

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