दिलीप दोशी (Dilip Doshi) भारतीय क्रिकेट के उन चुनिंदा खिलाड़ियों में से एक थें, जिन्होंने देर से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा, लेकिन अपने सीमित अवसरों में भी प्रभावशाली प्रदर्शन किया. वह एक बाएं हाथ के ऑर्थोडॉक्स स्पिन गेंदबाज थे और भारतीय क्रिकेट में उस दौर में उभरे जब स्पिन गेंदबाजी पहले से ही अपने चरम पर थी. दिलीप दोशी का 23 जून 2025 को लंदन में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. वे 77 वर्ष के थे.
दिलीप दोशी का जन्म 22 अक्टूबर 1947 को गुजरात के राजकोट में हुआ था. उन्होंने क्रिकेट की बुनियादी शिक्षा अपने स्कूली दिनों में ही लेनी शुरू कर दी थी. दोषी ने घरेलू क्रिकेट में अपने बेहतरीन प्रदर्शन से चयनकर्ताओं का ध्यान आकर्षित किया था.
दोशी ने घरेलू क्रिकेट में बंगाल और सौराष्ट्र जैसी टीमों के लिए शानदार प्रदर्शन किया था. वह रणजी ट्रॉफी में सबसे भरोसेमंद और किफायती स्पिनरों में से एक रहे. उन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 400 से अधिक विकेट चटकाए थे.
दिलीप दोशी ने अपना टेस्ट डेब्यू 1979 में इंग्लैंड के खिलाफ किया, जब वह 30 वर्ष से अधिक उम्र के थे, जो क्रिकेट की दुनिया में एक असामान्य उम्र मानी जाती है. हालांकि, उन्होंने अपने पहले ही टेस्ट में 6 विकेट लेकर अपनी उपयोगिता साबित कर दी थी. दोशी ने कुल 33 टेस्ट मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया और 114 विकेट लिए थे.
क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद दिलीप दोशी ने खेल के प्रशासन और कमेंट्री में भी भाग लिया था. उनका अनुभव और तकनीकी समझ युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणास्रोत बनी रही.
हॉरर ट्रैक 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' शो के लिए वरदान साबित हुआ है. शो को बंपर टीआरपी मिली, जिसकी वजह से 'अनुपमा' की बादशाहत पर असर पड़ा. बीते 4 हफ्तों से शो बार्क रेटिंग में नंबर 1 बना हुआ है. इस रिपोर्ट में जानते हैं कैसे 17 साल बीतने के बावजूद ऑडियंस के बीच ये शो अपना वजूद बनाए हुए है?
भारत के पूर्व स्पिनर दिलीप दोशी का सोमवार को लंदन में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था. वह 77 वर्ष के थे. उन्होंने भारत की तरफ से 33 टेस्ट मैचों में 114 विकेट निकाले थे.
पूर्व भारतीय बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज दिलीप दोशी नहीं रहे. सोमवार को लंदन में उनका दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. वे 77 वर्ष के थे.