सेंट्रल विस्टा
सेंट्रल विस्टा (Central Vista), रायसीना हिल, नई दिल्ली के पास स्थित भारत के केंद्रीय प्रशासनिक क्षेत्र है. सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के तहत इसे राष्ट्रपति भवन और इंडिया गेट के बीच 3 किमी लंबे राजपथ को फिर से बनाना है. परियोजना का उद्देश्य सभी मंत्रालयों को रखने के लिए एक नया आम केंद्रीय सचिवालय बनाकर उत्तर और दक्षिण ब्लॉक (North-South Block of Central Vista) को सार्वजनिक रूप से सुलभ संग्रहालयों में परिवर्तित करना है (Museum in Central Vista). नया संसद भवन विस्तार के साथ बैठने की क्षमता में वृद्धि, नार्थ ब्लॉक और साउथ ब्लॉक के पास उपराष्ट्रपति और प्रधान मंत्री के लिए नया निवास और कार्यालय और कुछ पुराने ढांचे को संग्रहालयों में परिवर्तित किया जा रहा है (New Parliament Building). साथ ही, इसमें एक सामान्य केंद्रीय सचिवालय और विशेष सुरक्षा समूह (SPG) भवन भी शामिल है (Central Vista Redevelopment Project).
सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना की लागत का अनुमान चार वर्षों में लगभग ₹13,450 करोड़ लगाया गया है. यह परियोजना 10 दिसंबर 2020 को नए संसद भवन की आधारशिला रखने के औपचारिक आयोजन के साथ शुरू हुई (Estimated expenditure on Central Vista).
सेंट्रल विस्टा को सबसे पहले आर्किटेक्ट एडविन लुटियंस (Architect Edwin Lutyens) और हर्बर्ट बेकर (Herbert Baker) ने डिजाइन किया था, जब ब्रिटिश राज की राजधानी को कलकत्ता से दिल्ली ले जाया गया था. 12 फरवरी 1921 को आधारशिला रखने से लेकर 18 जनवरी 1927 को तत्कालीन वायसराय लॉर्ड इरविन द्वारा उद्घाटन तक, अकेले संसद भवन के निर्माण में छह साल लगे. 1947 में भारत के स्वतंत्रता के बाद, यह नए गणराज्य की सरकार की सीट बन गई. दिल्ली के 1962 के मास्टर प्लान में संसद परिसर को विरासत परिसर घोषित किया गया था ( Prliament Heritage Precinct).
सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट से दिल्ली का प्रशासनिक केंद्र बदल रहा है. पीएम मोदी दिवाली के बाद नए कार्यकारी ब्लॉक में शिफ्ट हो सकते हैं. 14 अक्टूबर को पहली बैठक हुई. नए भवन 'सेवा तीर्थ-2' में पीएमओ और एनएसए के ऑफिस होगा. यह प्रोजेक्ट कुशलता बढ़ाएगा. हरे भवन बनाएगा. 2027 तक पूरा होगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को सेंट्रल विस्टा के कॉमन सेंट्रल सेक्रेटेरिएट के तहत निर्मित कर्तव्य भवन का लोकार्पण किया. यह भवन अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है.
शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बताया कि पहले मंत्रालयों की इमारतें बेतरतीब तरीके से बनी थीं, लेकिन अब पूरे सेंट्रल विस्टा को एक आधुनिक और प्लानिंग के साथ तैयार किया जा रहा है. अभी तक 3 कर्तव्य भवन बनकर तैयार हो चुके हैं और कुल 10 बनाए जाएंगे.
केंद्रीय गृह मंत्रालय जल्द ही दिल्ली के नए और आधुनिक कॉम्प्लेक्स में शिफ्ट होने जा रहा है. यह शिफ्टिंग सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट का हिस्सा है. ऐतिहासिक नॉर्थ ब्लॉक से यह पहली बार गृह मंत्रालय की शिफ्टिंग हो रही है. यह बदलाव प्रशासन को डिजिटल, स्मार्ट और अधिक प्रभावी बनाने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है.
सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के तहत, राष्ट्रीय संग्रहालय (National Museum) को साल के अंत तक खाली करने की योजना है. एक ऐसे स्थान की तलाश करने के निर्देश दिये गए हैं, जहां इन कलाकृतियों को सुरक्षित और उपयुक्त तरीके से रखा जा सकता है.
नए संसद भवन के लोकसभा चैम्बर में 888 सांसदों के बैठने की व्यवस्था है. दरअसल, 2026 के बाद लोकसभा सीटों का परिसीमन होना है, जिसके बाद सांसदों की संख्या बढ़ने की संभावना है. लेकिन इस पर बवाल शुरू हो गया है. दक्षिणी राज्यों ने आबादी के आधार पर परिसीमन पर सवाल उठाए हैं. क्या है ये मामला? आबादी के आधार पर परिसीमन से दक्षिणी राज्यों को उत्तरी राज्यों से क्या है आपत्ति? समझिए...
862 करोड़ रुपये की लागत से नया संसद भवन तैयार हो गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को इसका उद्घाटन करेंगे. तिकोने आकार में बना संसद भवन 64,500 वर्ग मीटर के दायरे में फैला है. जानते हैं संसद भवन के आर्किटेक्ट बिमल पटेल के बारे में.
नए संसद भवन का उद्घाटन की तैयारियों को लेकर सुगबुगाहट होने लगी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे. महीनेभर पहले ही पीएम मोदी ने नए संसद भवन के निर्माण कार्य को जानने के लिए खुद निरीक्षण किया था. माना जा रहा है कि मई के आखिरी सप्ताह में नए संसद भवन का उद्घाटन हो सकता है.
देश का नया संसद भवन जनवरी के अंत तक बनकर तैयार हो जाएगा. फिलहाल भवन के अंदर साज-सज्जा का काम चल रहा है, जिसे कि तेजी से अंतिम रूप दिया जा रहा है. सरकारी सूत्रों ने सोमवार को जानकारी दी कि संसद का आगामी बजट सत्र नए भवन में होगा या मौजूदा भवन में, इस पर निर्णय लिया जाना बाकी है.
संसद का शीतकालीन सत्र पांच दिन बाद शुरू हो जाएगा. यह सत्र 23 दिन चलेगा. इस दौरान 17 बैठकों की जाएंगी. इस बार सरकार नेशनल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी कमीशन बिल, बहु-राज्यीय सहकारी समितियां (संशोधन) विधेयक 2022 समेत 16 बिल लाने की तैयारी में है.
दिवाली से पहले स्वच्छता अभियान चलाकर केंद्र सरकार ने करोड़ों की कमाई कर ली है. दरअसल 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक अभियान चलाकर सरकारी दफ्तरों में रखी रद्दी फाइलें और ई-वेस्ट को बेचा जा रहा है. इस दौरान जांच के बाद सरकार ने तीन हफ्ते में इतना कचरा बेच दिया, जिससे उसे 254 करोड़ रुपये की कमाई हो गई.
देश की संसद तक पहुंचने का एक रास्ता अब तक 'राजपथ' और 'विजय चौक' से होकर गुजरता था, लेकिन अब 'राजपथ' का नाम 'कर्तव्यपथ' हो चुका है. सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत इंडिया गेट अब नए रंग-रूप में तैयार है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक जाने वाली तीन किलोमीटर लंबी सड़क के 'कर्तव्यपथ' बनने के साक्षी बने हैं. साथ ही उन्होंने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 28 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण भी कर दिया है.
Central Vista Project: आज यानी गुरुवार को सेंट्रल विस्टा एवेन्यू का उद्घाटन किया जाएगा. इसके बाद ये आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा. पर्यटकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए दिल्ली मेट्रो ने यात्रियों को बस सेवा प्रदान कराने फैसला लिया है. यहां पढ़िए कहां से और कब से मिलेगी ये बस सेवा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दिल्ली में 'कर्तव्य पथ' का उद्घाटन करने वाले हैं. शाम 7 बजे होने वाले इस कार्यक्रम के चलते दिल्ली का ट्रैफिक काफी अस्त-व्यस्त रहने वाला है. इसे देखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने एडवाइजरी जारी कर पहले ही डायवर्ट रहने वाले रूट्स की जानकारी दे दी है. यातायात पर प्रतिबंध शाम 6 बजे से रात 9 बजे तक रहने वाला है.
इतिहास कब कैसे करवट ले, ये किसे पता होता है? लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज इतिहास के पन्नों में एक नया अध्याय जरूर जोड़ने जा रहे हैं. आज शाम 'राजपथ' का नाम 'कर्तव्य पथ' हो जाएगा, साथ ही सेंट्रल विस्टा एवेन्यू की योजना के तहत इंडिया गेट के पास छतरी के नीचे नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा का भी अनावरण होगा.
केंद्र सरकार ने राजधानी दिल्ली में स्थित राजपथ का नाम बदलकर 'कर्तव्यपथ' करने का फैसला लिया है. ये कोई पहली बार नहीं है जब इस सड़क का नाम बदला गया हो. राजपथ से पहले इस सड़क को किंग्सवे के नाम से जाना जाता था. अब फिर से नाम बदला जा रहा है. नाम बदलने के लिए बाकायदा नियम हैं.
सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत विजय चौक से लेकर इंडिया गेट तक का रास्ता बनकर तैयार हो गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 सितंबर को सेंट्रल विस्टा एवेन्यू का उद्घाटन करेंगे. 9 सितंबर से इसे आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा. सेंट्रल विस्टा एवेन्यू में लोगों की हर जरूरत का खास ध्यान रखा गया है.
नए संसद भवन की छत पर अशोक स्तंभ की प्रतिमा को लेकर विवाद जारी है. इस बीच संविधान के लिए मूल प्रतीक चिह्न डिजाइन करने वाले दीनानाथ भार्गव की पत्नी ने बताया कि उनके पति तीन महीने तक चिड़ियाघर जाते थे और वहां जाकर शेरों के हाव-भाव पर गौर करते थे.