बांकुरा (Bankura) पश्चिम बंगाल राज्य का एक प्रमुख शहर और नगरपालिका है. यह बांकुरा जिले का मुख्यालय भी है. यह शहर अपनी प्राचीन संस्कृति, लोककला, ऐतिहासिक मंदिरों और विशिष्ट भौगोलिक स्थिति के कारण प्रसिद्ध है.
बांकुरा को अक्सर “रार्ह क्षेत्र (Rarh Region)” का हिस्सा माना जाता है, जो बंगाल की सबसे पुरानी सभ्यताओं में से एक का केंद्र रहा है.
बांकुरा जिला पश्चिम बंगाल के उत्तर-पश्चिमी भाग में स्थित है. यह राज्य के बर्दवान डिवीजन (Bardhaman Division) का हिस्सा है. इसका स्थान लगभग 23.25° उत्तरी अक्षांश और 87.07° पूर्वी देशांतर पर है. उत्तर दिशा में दामोदर नदी बहती है, जो इस जिले की प्राकृतिक सीमा बनाती है. बांकुरा की सीमाएं उत्तर और पूर्व में पूर्व बर्दवान (Purba Bardhaman) और पश्चिम बर्दवान (Paschim Bardhaman), दक्षिण में पश्चिम मेदिनीपुर (Paschim Medinipur), पश्चिम में पुरुलिया (Purulia) जिले से मिलती हैं.
यह क्षेत्र अपनी लाल मिट्टी, छोटे पहाड़ी क्षेत्र, और घने साल-शाल के जंगलों के लिए जाना जाता है.
2011 की जनगणना के अनुसार, बांकुरा शहर की कुल जनसंख्या 1,37,386 थी, जिनमें से 69,843 पुरुष और 67,543 महिलाएं थीं.
यहां का लिंगानुपात 967 दर्ज किया गया, जो राष्ट्रीय औसत के करीब है.
बांकुरा का साक्षरता दर 86.12% है, जो राज्य के कई अन्य जिलों से अधिक है. शहर में 0 से 6 वर्ष की आयु के बच्चों की संख्या 12,148 थी. यहां शिक्षा और सामाजिक विकास के स्तर को उच्च माना जाता है.
बांकुरा पश्चिम बंगाल का एक सांस्कृतिक केंद्र माना जाता है. यहां की टेराकोटा कला (मिट्टी की मूर्तियां), लोकगीत, और मंदिर वास्तुकला विश्वभर में प्रसिद्ध हैं. विशेष रूप से बिष्णुपुर शैली के मंदिर, जो लाल ईंटों से बने हैं, बंगाल की प्राचीन कला और स्थापत्य के श्रेष्ठ उदाहरण हैं.
बांकुडरा ने कई प्रसिद्ध कलाकारों, वैज्ञानिकों और विद्वानों को जन्म दिया है, जिनमें प्रमुख हैं बलराम मुखोपाध्याय (Balaram Mukhopadhyay) – प्रसिद्ध कार्बोहाइड्रेट रसायनशास्त्री और प्रोफेसर, जामिनी रॉय (Jamini Roy) – भारत के महानतम चित्रकारों में से एक, जिन्होंने लोककला को आधुनिक चित्रकला में स्थान दिया, रॉकी रूपकुमार पात्रा (Rocky Rupkumar Patra) – प्रसिद्ध बंगाली फिल्म अभिनेता और निर्देशक, और राजकुमार पात्रा (Rajkumar Patra) जाने-माने फिल्म अभिनेता और निर्माता शामिल हैं
पश्चिम बंगाल के बांकुरा स्टेशन पर सुबह 11:09 बजे बड़ा हादसा टल गया. रूपसी बंगला एक्सप्रेस में चढ़ने की कोशिश कर रही 60 वर्षीय साबानी सिन्हा अचानक फिसलकर ट्रेन के नीचे गिर गईं. मौके पर मौजूद आरपीएफ एएसआई मनीष कुमार और महिला कांस्टेबल गायत्री विश्वास ने तत्परता दिखाते हुए महिला को सुरक्षित बाहर खींच लिया.
पश्चिम बंगाल में तमाम कोशिशों की बावजूद बीजेपी अब तक टीएमसी के किले को ढहा नहीं पाई है. ऐसे में पार्टी आदिवासी वोटबैंक के जरिए आगामी विधानसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करने को कोशिश में जुट गई है और आदिवासी वोटबैंक पर फोकस कर रही है.
पश्चिम बंगाल के बांकुरा जिले में दुखद घटना हो गई. यहां मोबाइल चार्ज करते समय करंट लगने से एक प्रेग्नेंट महिला की मौत हो गई. यह हादसा बांकुरा के कोतुलपुर इलाके में हुआ. महिला अपने मायके में रह रही थी. जैसे ही उसने मोबाइल चार्जिंग के लिए प्लग लगाया, उसे जोरदार करंट लग गया. इसके बाद परिजन उसे तुरंत अस्पताल ले गए, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी.
बंगाल के बांकुरा जिले के कई गांवों में सड़कों की हालत इतनी खराब है कि बीमारों को चारपाई पर लिटाकर ग्रामीण कंधों पर उठा ले जाते हैं. एंबुलेंस और छोटे वाहन गांव में घुसने से कतराते हैं. बेलडांगा, जनारा, इलमबाजार जैसे गांवों में हालात बदतर हैं. ग्रामीण रस्सी से चारपाई बांधकर बीमारों को मुख्य सड़क तक ले जाते हैं.
बंगाल में बाजार लगाकर बारूद बेंच रहे हैं. इन देशी बमों की कीमत 500 से हजार रुपये तक है. आजतक के स्टिंग ऑपरेशन के दौरान बंगाल में पंचायत चुनाव के दौरान बम सप्लाई करने वाले सौदागरों ने ये सनसनीखेज कबूलनामा किया. बम फैक्ट्री से जुड़े कई सफेदपोशों का नाम स्टिंग में लिया है. देखें रिपोर्ट.
पश्चिम बंगाल (West Bengal) के बांकुड़ा में बड़ा ट्रेन एक्सीडेंट (Train Accident) हो गया है. यहां दो मालगाड़ियां आपस में टकरा गईं हैं. इससे कई बोगियां पटरी से उतर गईं.
बंगाल में आद्रा रेलवे स्टेशन के पास खाली खड़ी मालगाड़ी को दूसरी चलती मालगाड़ी ने टक्कर मार दी. जिससे कई डिब्बे पटरी से उतर गए. इस हादसे के बाद कई ट्रेनों को रद्द किया गया है. जबकि कुछ ट्रेनों के रूट को डायवर्ट किया गया है.
पश्चिम बंगाल (West Bengal) के बांकुड़ा में बड़ा ट्रेन एक्सीडेंट (Train Accident) हो गया है. यहां दो मालगाड़ियां आपस में टकरा गईं हैं. इससे कई बोगियां पटरी से उतर गईं. ट्रेन एक्सीडेंट की सूचना मिलते ही अधिकारी मौके के लिए रवाना हो गए. मामले की जांच की जा रही है.
बांकुरा में आंगनबाड़ी केंद्र में मिड डे मील खाने के बाद करीब 35 छात्र बीमार हो गए. सभी बच्चों को उल्टी और सिरदर्द होने लगा. इसके बाद आनन-फानन सभी बच्चों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया. साथ ही प्रशासन को इसकी जानकारी दी गई. जांच के लिए आए कर्मचारी ने बताया कि मिड डे मिल खाने में छिपकली थी.
पश्चिम बंगाल के बांकुरा में रातों-रात एक बस ड्राइवर की किस्मत बदल गई. बस ड्राइवर करोड़पति बन गया. इसके बाद वो सुरक्षा मांगने पुलिस के पास पहुंच गया. लॉटरी जीतने के बाद बस ड्राइवर करोड़ों रुपये का मालिक बन गया. करोड़पति बनने के बाद ड्राइवर ने कहा परिजनों के लिए अच्छा घर बनवाऊंगा.