scorecardresearch
 
Advertisement
  • Hindi News
  • Topic
  • बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर

बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर

बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर

बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर

वृंदावन के हृदय में स्थित बांके बिहारी मंदिर न केवल एक धार्मिक स्थल है, बल्कि करोड़ों भक्तों की आस्था का केंद्र भी है. ठाकुर जी के दिव्य दर्शन के लिए देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु हर साल यहां पहुंचते हैं. इसी श्रद्धा और भीड़भाड़ को देखते हुए बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर (Banke Bihari Temple Corridor) परियोजना की शुरुआत की गई है, जिसका उद्देश्य दर्शन को सुगम बनाना, भीड़ नियंत्रण और स्थानीय इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर करना है.

कॉरिडोर परियोजना को लेकर कुछ स्थानीय व्यापारियों और संतों ने चिंता भी जताई है. उनका कहना है कि परियोजना के कारण पुरानी गलियां और भवन हटाए जा रहे हैं. स्थानीय पहचान और प्राचीनता पर असर पड़ सकता है. साथ ही मंदिर की परंपरा में अत्यधिक हस्तक्षेप न हो.

राज्य सरकार ने आश्वासन दिया है कि सभी पक्षों से संवाद करके समाधान निकाला जाएगा, और मंदिर की मूल गरिमा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा.

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रस्तावित बांके बिहारी कॉरिडोर एक मल्टीलेयर, श्रद्धालु-केंद्रित ढांचा होगा, जो मंदिर परिसर के आसपास एक सुव्यवस्थित मार्ग, सुविधाएं और भीड़ नियंत्रण प्रणाली प्रदान करेगा.

दो तरफ से प्रवेश और निकास का अलग-अलग प्रबंधन, जिससे श्रद्धालुओं की आवाजाही व्यवस्थित हो सके. छायादार, बैठने योग्य क्षेत्र जहां दर्शन से पहले श्रद्धालु आराम कर सकें. एलईडी डिस्प्ले और डिजिटल बोर्डों से भीड़ की स्थिति और दर्शन समय की जानकारी. मेडिकल इमरजेंसी के लिए प्राथमिक उपचार कक्ष. इस कॉरिडोर को इस प्रकार डिज़ाइन किया गया है कि वृंदावन की ब्रज शैली और आध्यात्मिक वातावरण बरकरार रहे.

बांके बिहारी मंदिर में त्योहारों, विशेष अवसरों और अवकाश के दिनों में अपार भीड़ उमड़ती है. कई बार स्थिति इतनी विकट हो जाती है कि सुरक्षा जोखिम उत्पन्न हो जाते हैं. 2022 में जन्माष्टमी के मौके पर मची भगदड़ में कुछ श्रद्धालुओं की मौत भी हुई थी.

और पढ़ें

बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर न्यूज़

Advertisement
Advertisement