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Firefox में आया नया सिक्योरिटी फ़ीचर, आपको हैकिंग से बचा सकता है

Mozilla Firefox वेब ब्राउज़र HTTPS-Only फीचर आपके लिए बेहद फायदेमंद होगा. HTTP वेबसाइट ऐक्सेस करेंगे तो भी ये उसका HTTPS वर्जन कनेक्ट करने की कोशिश करेगा.

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Mozilla Firefox
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स्टोरी हाइलाइट्स
  • Mozilla Firefox में आया HTTPS-Only फीचर, कनेक्शन होंगे सिक्योर
  • HTTPS वेबसाइट ही होगी कनेक्ट, Non HTTPS वेबसाइट ओपन करने के लिए देना होगा कंसेंट

Mozilla Firefox वेब ब्राउज़र को प्राइवेसी के लिए भी जाना जाता है. समय समय पर कंपनी यूज़र्स की प्राइवेसी को लेकर नए फ़ीचर्स लाती है. इस बार कंपनी ने Firefox 83 के साथ HTTPS-Only मोड फीचर दिया है.

फ़ायरफ़ॉक्स में दिए गए इस नए सिक्योरिटी फ़ीचर के तहत आपका वेब ब्राउज़र सिर्फ़ HTTPS बेस्ड वेबसाइट ही ओपन करेगा ताकि आपके सिस्टम और वेबसाइट के बीच सिक्योर कनेक्शन बना रहे.

Mozilla Firefox के मुताबिक HTTPS Only मोड एनेबल करने पर ब्राउजर खुद से HTTPS बेस्ड पेज कनेक्ट करेगा.

उदाहरण के तौर पर अगर आप इसके सर्च बार में HTTP बेस्ड वेबसाइट एंटर करेंगे तो भी ये उस वेबसाइट की शुरुआत में ये ब्राउज़र ख़ुद से HTTPS ऐंड कर देगा, अगर उस वेबसाइट का HTTPS वर्जन होगा तो ओपन होगा, वर्ना आपको सिक्योरिटी रिस्क का मैसेज मिलेगा.

इतना ही नहीं, अगर कहीं सर्च रिज़ल्ट में HTTP बेस्ड पेज ओपन करेंगे तो भी फ़ायरफ़ॉक्स ख़ुद से HTTPS वर्जन ही ओपन करेगा. अगर उस पेज का HTTPS वर्जन नहीं है तो ऐसे में आपको सिक्योरिटी रिस्क का मैसेज मिलेगा.

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सिक्योरिटी बेस्ड ये फ़ीचर एनेबल करने केबाद क्या होगा. इसके बारे में कंपनी ने ऑफिशियल ब्लॉग में कहा है, ‘फ़ायरफ़ॉक्स सभी वेबसाइट के साथ सिक्योर कनेक्शन स्थापित करने की कोशिश करेगा’

जो वेबसाइट सिक्योर कनेक्शन यानी HTTPS सपोर्ट नहीं करती हैं उन्हें ऐक्सेस कर रहे हैं तो इससे पहले फ़ायरफ़ॉक्स आपसे परमिशन माँगेगा.

कैसे काम करता है Firefox का HTTPS-Only Mode?

फ़ायरफ़ॉक्स के मुताबिक़ हायपर टेक्स्ट ट्रांसफ़र प्रोटोकॉल (HTTP) एक फ़ंडामेंटल प्रोटोकॉल है जिसके ज़रिए वेब ब्राउज़र और वेबसाइट एक दूसरे के साथ कम्यूनिकेट करते हैं.

HTTP प्रोटोकॉल सुरक्षित नहीं होता है और इससे कई ख़तरे हैं. HTTP वेबसाइट बिल्कुल सिक्योर नहीं होती हैं और अटैकर्स आपके यूज़रनेम, पासवर्ड और दूसरे इन्फ़ॉर्मेशन आसानी से इंटरसेप्ट कर सकते हैं.

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HTTPS वेबसाइट और ब्राउज़र के बीच सिक्योर और एन्क्रिप्टेड कम्यूनिकेशन स्थापित करता है. यहाँ जो डेटा ट्रांसमिट हो रहा होता है वो एन्क्रिप्टेड होता है और अटैकर्स इसे आसानी से इंटरसेप्ट नहीं कर सकते हैं.

HTTPS चेक करने के लिए वेब ब्राउज़र के ऐड्रेस बार में जा कर किसी भी वेबसाइट की शुरुआत में लॉक आइकॉन देख सकते हैं. इन दिनों ज़्यादातर वेबसाइट्स HTTPS पर ही हैं, लेकिन अभी भी कुछ वेबसाइट्स बिना HTTPS के हैं.

Firefox 83 वर्जन में HTTPS Only Mode एनेबल करने के लिए आपको मेन्यू बटन से Preference में जाना है. यहां प्राइवेसी और सिक्योरिटी टैब में आपको नीचे HTTPS-Only Mode दिखेगा. इसे आप एनेबल कर सकते हैं.

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