scorecardresearch
 

जीभ देखकर AI बताएगा कौन-सी बीमारी है? रिसर्चर का दावा- 98% तक सटीक आता है रिजल्ट

AI health detection technology: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI पर दुनियाभर में लगातार काम हो रहा है. इसका विस्तार कई सेक्टर में हो रहा है, लेकिन मेडिकल सेक्टर में AI एडॉप्शन काफी तेजी से हो रहा है. रिसर्चर्स ने एक ऐसा AI मॉडल तैयार किया है, जो सिर्फ आपकी जीभ देखकर बता सकता है कि आपको कोई बीमारी है या नहीं. आइए जानते हैं इसकी डिटेल्स.

Advertisement
X
जीभ देखकर बीमारी बताएगा AI मॉडल
जीभ देखकर बीमारी बताएगा AI मॉडल

क्या हो अगर आपको बिना किसी डॉक्टर के पास गए या फिर टेस्ट कराए अपनी तबीयत के बारे में पता चल जाए. यानी कोई ऐसा हो जो आपको देखकर बता दे कि आप तंदुरुस्त हैं या फिर किसी बीमारी से परेशान. दरअसल, AI ऐसा कर सकता है. ऐसे एक AI पर रिसर्चर्स काम कर रहे हैं. 

AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर दुनियाभर में लगातार काम हो रहा है. मेडिकल सेक्टर में AI और रोबोट्स का इस्तेमाल काफी पहले से हो रहा है. कई रिसर्चर्स अब इसे और आगे ले जाने के लिए काम कर रहे हैं. 

जीभ देखकर बताएगा कैसी है आपकी मेडिकल कंडीशन

ईराक और ऑस्ट्रेलिया के रिसर्चर्स का कहना है कि उन्होंने एक ऐसा अल्गोरिद्म तैयार कर लिया है, जो आपकी जीभ देखकर बता सकेगा कि आपकी मेडिकल कंडीशन क्या है. रिसर्चर्स का कहना है कि उनका ये एल्गोरिद्म 98 परसेंट सही जवाब देता है. 

यह भी पढ़ें: क्या है AI resurrections, मर चुके लोगों को कैसे मिल रहा डिजिटल जीवन?

इस रिसर्च से जुड़े सीनियर स्टडी ऑथर अलि अल-नाजी का कहना है, 'सामान्यतः जिन लोगों को डायबिटीज है, उनकी जीभ पीली होती है. वहीं जिन लोगों को कैंसर है, उनकी जीभ का रंग पर्पल होता है, जिस पर एक मोटी परत होती है और गंभीर स्टोक वाले मरीजों की जीभ लाल होती है.'

Advertisement

यह भी पढ़ें: डॉकटरों के इस काम को अब आसान बना देगा ये नया AI मॉडल, जानें डीटेल्स

अलि बगदाद में मिडिल टेक्निकल यूनिवर्टिसी और यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाते हैं. उन्होंने बताया, 'सफेद जीभ की वजह एनीमा, जिन लोगों को गंभीर COVID-19 हो उनकी जीभ चटक लाल रंग की होती है. इस तरह से उन्होंने दूसरे रंगों को भी विस्तार से समझाया है.'

कैसे दी गई है AI को ट्रेनिंग?

अलि का कहना है कि उनका सिस्टम पारंपरिक चीनी मेडिकल प्रैक्टिस पर काम करता है, जिसमें जीभ देखकर रोगों को पता लगाया जाता है. उन्होंने बताया कि AI को ट्रेन करने के लिए 5200 से ज्यादा तस्वीरों का इस्तेमाल किया गया है. इसके लिए रिसर्च ने 60 जीभ की तस्वीरों को इस्तेमाल किया है, जो दो हॉस्पिटल से ली गईं थी. 

इस AI को इस्तेमाल करने के लिए पेसेंट्स को लैपटॉप से 8-inch दूर बैठना होगा. वेबकैम के जरिए जीभ की फोटो लेगा और उसकी जांच करेगा. लैपटॉप ही नहीं आप स्मार्टफोन के जरिए भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं. असल जीवन में ये AI टूल कितने काम का साबित होता है ये वक्त बताएगा.

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement