क्रिकेट जगत में आए दिन नए रिकॉर्ड्स बनते हैं और पुराने टूटते हैं. लेकिन क्रिकेट जगत के कुछ ऐसे रिकॉर्ड्स हैं जो जानकर आप भी दंग रह जाएंगे. आइए एक नजर डालते हैं क्रिकेट जगत के 8 अजीबोगरीब रिकॉर्ड्स पर.
डॉन ब्रैडमेन ने अपने करियर में मात्र 6 छक्के लगाए. लेकिन इसके बावजूद ब्रैडमेन अपने जमाने के सबसे आक्रामक बल्लेबाजों में एक थे.
टेस्ट मैच की पहली ही गेंद पर छक्का लगाने वाले क्रिस गेल एकमात्र क्रिकेटर हैं. वीरेंद्र सहवाग जैसे विस्फोटक बल्लेबाज ने भी टेस्ट मैच की 170 पारियों में ओपनिंग की, लेकिन वो ऐसा कारनाम नहीं कर सके.
भारत के दो बल्लेबाजों ने टेस्ट मैच के पांचों दिन बल्लेबाजी करने का कारनामा किया है. इनमें से एक एम एल जयसिम्हा हैं तो दूसरा नाम आज टीम इंडिया के डायरेक्टर रवि शास्त्री का है. इत्तेफाक से दोनों ही मुकाबले कोलकाता में खेले गए थे.
अभिनेता सैफ अली खान के पिता नवाब पटौदी टीम इंडिया के कप्तान रह चुके हैं ये तो सब जानते हैं, लेकिन उनके दादा इफ्तिखार अली खान पटौदी भी क्रिकेट खेल चुके हैं और वो भी इंग्लैंड और भारत दोनों की तरफ इंटरनेशनल क्रिकेट, ये बहुत कम लोगों को पता है. पटौदी आजादी से पहले इंग्लैंड की तरफ से क्रिकेट खेलते थे.
इंग्लैंड के पूर्व विकेटकीपर और कप्तान एलेक स्टीवर्ट के जन्म की तारीख और उनके टेस्ट मैच में बनाए गए रनों की संख्या में एक खास समानता है. उनका जन्म 8-4-63 को हुआ और इंग्लैंड के लिए उन्होंने 8463 ही रन भी बनाए. ये अपने आप में एक बेहद शानदार संयोग है.
वनडे क्रिकेट में ऐसे चार बल्लेबाज हो चुके हैं जो 1 से लेकर 10 नंबर तक अलग-अलग पोजीशन पर कभी न कभी बल्लेबाजी कर चुके हैं. ये बैट्समैन हैं- पाकिस्तान के शोएब मलिक, अब्दुल रज्जाक, दक्षिण अफ्रीका के लांस क्लूजनर, और श्रीलंका के हसन तिलकरत्ने (बाएं से दाएं).
दक्षिण अफ्रीका के ग्रीम स्मिथ ऐसे एकमात्र क्रिकेटर हैं जिन्होंने 100 से अधिक टेस्ट मैचों में टीम की कप्तानी का रिकॉर्ड बनाया.
थर्ड अंपायर ने सबसे पहले रन आउट किसे दिया था जानते हैं आप? शायद आपमें से कई लोगों को पता हो कि यह रिकॉर्ड भी सचिन तेंदुलकर के नाम है. 1992 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सचिन थर्ड अंपायर द्वारा आउट दिए जाने वाले पहले क्रिकेटर थे और उन्हें आउट करने वाले और कोई नहीं बल्कि क्रिकेट की दुनिया के बेहतरीन फील्डर जोंटी रोड्स थे. अब बात यहीं नहीं खत्म होती है, यहां भी एक अजीब संयोग है. इसी टेस्ट मैच के दौरान जब अफ्रीकी टीम बल्लेबाजी करने उतरी तो रोड्स रन आउट हो गए. फैसला थर्ड अंपायर ने दिया और आउट करने वाले फील्डर और कोई नहीं बल्कि सचिन तेंदुलकर थे. एक तरह से इसे क्रिकेट का ‘जैसे को तैसा’ अंदाज कहा जा सकता है.