इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2023 का लीग स्टेज अब अपने अंतिम चरण में है. टूर्नामेंट में लगभग तीन चौथाई मैच पूरे हो गए हैं. 9 मई तक खेले गए 54 मुक़ाबलों के बाद अंक तालिका में गुजरात टाइटन्स शीर्ष पर है. टॉप 4 में शामिल अन्य टीमों में क्रमश: चेन्नई सुपर किंग्स, मुंबई इंडियंस और लखनऊ सुपर जायंट्स शामिल हैं. यह सीजन कई मायनों में खास रहा है. 10 टीमों के बीच खेले जा रहे इस टूर्नामेंट में अब तक कुछ दिलचस्प ट्रेंड सामने आए हैं. आइए नजर डालते हैं इन पर…
डिफेंडिंग चैंपियन गुजरात टाइटन्स टेबल टॉपर
गत विजेता गुजरात टाइटन्स (GT) इस बार भी पिछले साल का अपना प्रदर्शन दोहराने में सफल रही है. 9 मई (मंगलवार) तक टीम ने कुल 11 मैच खेले हैं, जिनमें से 8 में उसे जीत मिली है और वो 16 अंकों के साथ अंक तालिका में टॉप पर है. हार्दिक पंड्या की अगुवाई वाली GT के इस शानदार प्रदर्शन के पीछे कई कारण हैं. मसलन टीम के पास टूर्नामेंट का सबसे बेहतरीन और संतुलित बॉलिंग अटैक है. नई गेंद से मोहम्मद शमी ने विरोधियों के टॉप ऑर्डर पर जमकर कहर बरपाया है. वे 19 विकेटों के साथ पर्पल कैप होल्डर हैं.
राशिद खान की फिरकी का तोड़ अब तक ज्यादातर विरोधी बल्लेबाज़ नहीं ढूंढ पाए हैं. हार्दिक ने एक बार फिर अपनी कप्तानी से सबको प्रभावित किया है. साथ ही बल्ले और गेंद से भी जबरदस्त छाप छोड़ी है. बल्लेबाजी की बात करें तो शुभमन गिल और ऋद्धिमान साहा ने टीम को बेहतरीन शुरुआत दिलाई है. मिडिल ओवरों में विजय शंकर, हार्दिक पंड्या और डेविड मिलर की तिकड़ी ने टीम को मजबूत स्कोर तक पहुंचाया है. जबकि राहुल तेवतिया एक बार फिर फिनिशर की भूमिका अच्छे ढंग से निभा रहे हैं.
स्पिनरों का बोलबाला
आईपीएल के मौजूदा सीजन ने एक बार फिर टी-20 क्रिकेट में स्पिनरों के दबदबे को उजागर किया है. सबसे ज्यादा विकेट चटकाने वाले गेंदबाजों की सूची देखें तो टॉप 6 में 4 स्पिन गेंदबाज हैं. जिनमें से 3 तो लेग स्पिनर हैं. राशिद खान ने 19 विकेट चटकाए हैं, तो वहीं पीयूष चावला और युजवेंद्र चाहल अब तक 17-17 शिकार कर चुके हैं. केकेआर के मिस्ट्री स्पिनर वरुण चक्रवर्ती के आम भी 17 विकेट दर्ज हैं. राजस्थान के रविचंद्रन अश्विन ने भी अपनी फिरकी से बल्लेबाजों को खूब छकाया है. अन्य स्पिनरों में चेन्नई के मोईन अली, पंजाब के राहुल चाहर और लखनऊ के क्रुणाल पंड्या ने भी अपनी टीमों के लिए कमाल का प्रदर्शन किया है. दिल्ली कैपिटल्स के युवा लेग स्पिनर रवि बिश्नोई ने भी अपने प्रदर्शन से सबको प्रभावित किया है. इस सीजन में पेस बॉलर्स के खिलाफ बल्लेबाजों का स्ट्राइक रेट करीब 150 रहा है. जबकि स्पिनर्स के खिलाफ यह आंकड़ा घटकर 130 हो जाता है. इतना ही नहीं, तेज गेंदबाजों के खिलाफ 9.4 प्रति ओवर की दर से रन बने हैं. तो वहीं स्पिनर्स का इकॉनमी रेट सिर्फ 8 का रहा है.
घरेलू परिस्थितियों का खास फायदा नहीं
कोरोना के कारण 3 साल बाद आईपीएल ने होम एंड अवे फॉर्मेट में वापसी की. आमतौर पर क्रिकेट में किसी भी अन्य खेल की तुलना में होम एडवांटेज बहुत बड़ा फैक्टर होता है. लेकिन इस बार इसका फायदा उम्मीद के मुताबिक घरेलू टीमों को नहीं मिला. आईपीएल 2023 में अब तक खेले गए 54 मैचों में केवल 23 ही होम टीम जीतने में सफल हुई हैं. यानी 43 प्रतिशत से भी कम. जो कि टूर्नामेंट के पिछले संस्करणों के मुक़ाबले काफ़ी कम है.
आईपीएल 2022 तक के आंकड़े देखें तो कुल 495 मैचों में से 295 बार घरेलू टीम जीती. यानी लगभग 57 प्रतिशत. चेन्नई सुपर किंग्स के लिए चेपॉक ‘अभेद्य क़िला’ रहा है. इस सीजन की शुरुआत से पहले तक टीम ने वहां खेले गए 72 प्रतिशत मुकाबले जीते थे. लेकिन इस बार राजस्थान रॉयल्स और पंजाब किंग्स ने चेपॉक पर एमएस धोनी की अगुवाई वाली टीम को शिकस्त दी है. घर पर 65 फीसदी मैच जीतने वाली सनराइजर्स हैदराबाद राजीव गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम में इस साल 5 मैचों में सिर्फ एक ही जीतने में सफल हो पाई है. वहीं राजस्थान रॉयल्स को जयपुर के सवाई मान सिंह स्टेडियम में खेले गए तीनों मैचों में हार का सामना करना पड़ा है.
अंतिम ओवर का रोमांच
टूर्नामेंट के शुरुआती कुछ मैच जरूर एकतरफा रहे. लेकिन धीरे-धीरे टीमों ने जैसे ही लय पकड़ी, वैसे ही रोमांच भी बढ़ता गया. 54 मैचों में से 15 के नतीजे आखिरी ओवर में आए. जिनमें 10 मैच चेजिंग टीम ने 20वें ओवर में लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत हासिल की. बाकी मौकों पर अंतिम ओवर तक दोनों टीमों की जीत की संभावना बनी रही. कुछ का फैसला तो आखिरी गेंद पर हुआ. 7 मई को अब्दुल समद ने 20वें ओवर की आखिरी बॉल (फ्री हिट) पर छक्का लगाकर सनराइजर्स हैदराबाद को जीत दिलाई. तो वहीं, 9 अप्रैल को इस सीजन के सबसे यादगार और रोमांचक मुकाबले में गुजरात टाइटन्स के खिलाफ रिंकू सिंह ने लगातार 5 छक्के लगाकर कोलकाता नाइट राइडर्स को लगभग नामुमकिन जीत दिलाई थी.
नो चेजिंग एडवांटेज:
आईपीएल-16 में एक और दिलचस्प ट्रेंड सामने आया है, वो है चेज करने वाली टीमों का खास सफल नहीं होना. मैच के नतीजों में टॉस की निर्णायक भूमिका नहीं रही है. हालिया सालों में व्हाइट-बॉल फॉर्मेट, खासकर टी-20 में चेजिंग टीम को फायदा मिला है. डे-नाइट मुकाबलों में रात के वक्त ओस के कारण चेज करना आसान होता है. इसलिए टीमें टॉस जीतकर गेंदबाज़ी करने का फैसला करती हैं. इस सीजन में भी कप्तानों ने ऐसा ही किया, लेकिन उम्मीद के मुताबिक परिणाम नहीं मिला. 54 मुकाबलों से से केवल 25 ही लक्ष्य का पीछा करने वाली टीम जीती है. यानी 46 प्रतिशत. पिछले कई सीजन की तुलना में ये कम है. 2020 से 2022 तक यूएई में खेले गए आईपीएल मैचों में तो ‘टॉस जीतो-मैच जीतो’ वाली बात हो गई थी.
रिकाॅर्ड बार 200+ स्कोर
दुनिया की सबसे चर्चित टी-20 लीग में इस बार जमकर रन बरसे हैं. बल्लेबाजों ने रनों का पहाड़ खड़ा किया है. अब तक 54 मैचों में 30 बार 200 या ज्यादा का स्कोर बना है, जो कि एक रिकॉर्ड है. इससे पहले पिछले साल 2022 में 18 बार ऐसा हुआ था. इस सीज़न का हाईएस्ट टोटल लखनऊ सुपर जायंट्स के नाम है. केएल राहुल की अगुवाई वाली टीम ने पंजाब किंग्स के खिलाफ 5 विकेट खोकर 257 रन बनाए थे. वहीं, चेन्नई सुपर किंग्स 235/4 और 226/6, सनराइजर्स 228/4 और गुजरात टाइटन्स 227/2 टॉप-5 में शामिल हैं. इसके अलावा 19 बार टीमों ने 180 रन का आंकड़ा पार किया है.
सभी टीमें प्लेऑफ की रेस में शामिल
आईपीएल का मौजूदा सीजन टूर्नामेंट के इतिहास में अब तक का सबसे अधिक प्रतिस्पर्धी और दिलचस्प रहा है. सिर्फ 16 मैच खेले जाने बाकी हैं और सभी 10 टीमें अभी भी प्लेऑफ की रेस में बनी हुई हैं. टेबल टॉपर गुजरात का प्लेऑफ के लिए क्वालिफाई करना लगभग तय है. बाकी तीन स्थानों के लिए 9 टीमों में कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है. हर एक मैच के साथ नॉकआउट के समीकरण और अंक तालिका नया रूप ले रही है. सभी टीमें कम से कम 10 मैच खेल चुकी हैं और 5 टीमों के 10-10 अंक हैं. जबकि हैदराबाद और दिल्ली की टीमें 8-8 अंक के साथ अंतिम 4 की जंग में बनी हुई हैं.