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Brazil Football Legend Pele Death: जब मोहन बागान के खिलाफ कोलकाता में खेले थे पेले, जानें महान फुटबॉलर का भारत कनेक्शन 

दुनिया के महान फुटबॉलर्स में शुमार पेले का 82 साल की उम्र में शुक्रवार को निधन हो गया है. कैंसर से पीड़ित पेले कुछ दिनों से अस्पताल में ही भर्ती थे. पेले का भारत से भी गहरा नाता रहा है. वह दो बार यहां आ चुके हैं. एक बार उन्होंने मैच खेला था. जबकि दूसरी बार एक हफ्ते के दौरे पर आए थे...

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मैच खेलते हुए पेले. (@Indiatimes)
मैच खेलते हुए पेले. (@Indiatimes)

Brazil Football Legend Pele Death: पेले, एक ऐसा नाम जिसने फुटबॉल की पूरी सूरत ही बदलकर रख दी. इस महान खिलाड़ी ने शुक्रवार (30 दिसंबर) को दुनिया को अलविदा कह दिया है. ब्राजील के लीजेंड पेले के निधन पर भारत में भी गम का माहौल है. यहां भी उनके करोड़ों फैन हैं, जो उनकी एक झलक पाने के लिए कुछ भी कर गुजरने को तैयार रहते हैं. 

इसका कारण है कि पेले का भारत से भी गहरा कनेक्शन रहा है. वह दो बार भारत दौरे पर आ चुके हैं. एक बार पेले ने कोलकाता में मोहन बागान के खिलाफ मैच खेला था. जबकि दूसरी बार भी पेले पश्चिम बंगाल ही आए थे और यहां दुर्गा पूजा में शामिल हुए थे.

कोलकाता में पेले ने खेला था रोमांचक मैच

सबसे पहले फुटबॉल के महान प्लेयर पेले ने 1977 में भारतीय जमीन पर कदम रखा था. उस समय पेले ने 24 सितंबर 1977 को कोलकाता के ईडन गार्डन्स में मोहन बागान के खिलाफ मैच खेला था. तब पेले न्यूयॉर्क कोस्मोस टीम के लिए खेल रहे थे. दर्शकों से खचाखच भरे ईडन गार्डन्स के मैदान पर यह मुकाबला बेहद ही रोमांचक रहा था. तीन बार के फीफा वर्ल्ड कप विजेता पेले ने अपना जादू दिखाना शुरू ही किया था कि मोहन बागान के खिलाड़ियों ने उन्हें घेरना शुरू कर दिया.

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इस पूरी आपाधापी में मोहन बागान के खिलाड़ियों को सफलता मिली और उन्होंने पेले को गोल नहीं करने दिया. एक समय मोहन बागान ने यह मैच 2-1 से लगभग जीत ही लिया था, लेकिन विवादित पेनल्टी से कोस्मोस टीम ने गोल दागकर मैच 2-2 से ड्रॉ करा दिया. 

मैच में इस तरह हुए थे चारों गोल

कोस्मोस के लिए पहला गोल कार्लोस अल्बेर्टो ने 17वें मिनट में दागा था. इसके बाद यह बढ़त ज्यादा देर नहीं रही और कुछ ही समय में श्याम थापा ने गोल कर मैच बराबर कर दिया था. पहले हाफ के खत्म होने से ठीक पहले अकबर ने दूसरा गोल दागकर मोहन बागान को 2-1 की बढ़त दिलाई थी. मगर दूसरे हाफ में विवादित पेनल्टी से चांगालिया ने गोल दागकर मैच बराबर किया था. यह मैच कोलकाता मैदान के मशहूर फुटबॉल प्रशासक धिरेन डे के प्रयासों का नतीजा था जो उस समय मोहन बागान के महासचिव थे.

P.K. Banerjee
न्यूयॉर्क कोस्मोस के खिलाफ मोहन बागान के प्लेयर पीके बनर्जी. (@Indiatimes)

बॉलीवुड फिल्म में तक हुआ था जिक्र

उस समय पेले की दीवानगी भारत में इस कदर थी कि इसका जिक्र फिल्मों में तक किया गया था. इस मैच के दो साल बाद यानी 1979 में अमोल पालेकर की फिल्म 'गोलमाल' रिलीज हुई थी. उसमें भी इस बात का जिक्र किया गया था. फिल्म में अमोल पालेकर जब उत्पल दत्त को जॉब के लिए इंटरव्यू देते हैं, तो 'ब्लैक पर्ल' के बारे में बताते हुए कहते हैं, ' सुना है कलकत्ता (कोलकाता) में करीब 30-40 हजार पागल उनके दर्शन करने आधी रात को दमदम हवाई अड्डे पहुंच गए थे.'

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सात साल पहले भी भारत आए थे पेले

पेले 1977 में खेले गए उस मुकाबले के बाद अक्टूबर 2015 में एक बार फिर भारत दौरे पर आए थे. इस दौरान वह करीब एक हफ्ते के लिए आए थे. इस दौरान पेले पश्चिम बंगाल की दुर्गा पूजा में भी शामिल हुए थे. साथ ही उसी दौरान फुटबॉल टूर्नामेंट इंडियन सुपर लीग भी कराया गया था. उस दौरान पेले ने कुछ मैच भी देखे थे. तब पेले से पूर्व भारतीय क्रिकेटर सौरव गांगुली भी मिले थे.

गांगुली ने पेले को लेकर एक प्रोग्राम में कहा था, 'मैंने तीन वर्ल्ड कप खेले हैं. विजेता और उपविजेता होने में काफी फर्क होता है. तीन वर्ल्ड कप और गोल्डन बूट जीतना बहुत बड़ी बात है.' जबकि पेले ने कहा था, 'मैंने भारत आने का न्योता स्वीकार किया, क्योंकि मुझे यहां के लोग बहुत पसंद है,' पेले ने जाते हुए यह भी कहा था, 'अगर मैं किसी तरह से मदद कर सकूं तो फिर आऊंगा.'

 

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