फीफा वर्ल्ड कप 2022 में अर्जेंटीना ने शानदार खेल दिखाते हुए सेमीफाइनल का सफर तय कर लिया है. शुक्रवार (9 दिसंबर) की देर रात खेले गए क्वार्टर फाइनल मुकाबले में अर्जेंटीना ने नीदरलैंड को पेनल्टी शूटआउट में 4-3 से पराजित किया. अब सेमीफाइनल में अर्जेंटीना का सामना क्रोएशिया से होगा जिसने ब्राजील को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई है.
अर्जेंटीना और नीदरलैंड के बीच क्वार्टर फाइनल में काफी बवाल भी देखने को मिले. मैच रेफरी मातेउ लाहोज ने मुकाबले में कुल 14 येलो कार्ड दिखाए. इस दौरान अर्जेंटीना के कप्तान लियोनेल मेसी को भी निर्धारित समय से कुछ मिनट पहले येलो कार्ड मिला. मेसी को रेफरी लाहोज के साथ बहस करते हुए भी देखा गया.
लाहोज और मेसी की बिल्कुल नहीं बनती
लियोनेल मेसी और स्पेनिश रेफरी लाहोज के बीच बिल्कुल भी नहीं बनती है. मेसी ने मैच के बाद कहा, 'मैं रेफरी के बारे में बात नहीं करना चाहता क्योंकि वह ईमानदार नहीं हो सकते. यदि आप बात करते हैं तो वे आपको सजा देते हैं. फीफा को इसके बारे में ध्यान देना चाहिए. वे इन चीजों के लिए ऐसे रेफरी नहीं रख सकते हैं. उन्हें ऐसे रेफरी नहीं रखना चाहिए जो अपना टास्क ठीक से पूरा नहीं करे.'

2020 में बार्सिलोना और ओसासुना के बीच एक मैच के दौरान लाहोज ने मेसी को इसलिए कार्ड दिखा दिया था क्योंकि उन्होंने अपनी जर्सी उतारकर दिवंगत डिएगो माराडोना को श्रद्धांजलि दी था. एक दूसरे उदाहरण में स्पेनिश रेफरी ने 2013-14 ला लीगा के दौरान एटलेटिको मैड्रिड के खिलाफ लियोनेल मेसी के गोल को रिजेक्ट कर दिया था. इसके चलते वह मैच 1-1 की बराबरी पर समाप्त हुआ था और एटलेटिको मैड्रिड चैम्पियन बन गई थी.
ऐसा रहा अर्जेंटीना-नीदरलैंड का मैच
मुकाबले की बात करें तो पहला गोल अर्जेंटीना के नाहुएल मोलिना ने किया, जिसमें लियोनेल मेसी का असिस्ट था. इस गोल के चलते अर्जेंटीना ने पहले हाफ में 1-0 की बढ़त बनाई थी. फिर दूसरे हाफ में लगभग 28 मिनट तक गोल नहीं हुआ. 73वें मिनट में अर्जेंटीना को पेनल्टी मिली जिसपर लियोनेल मेसी ने गोल दागकर अपनी टीम को 2-0 से आगे कर दिया.
इसके बाद नीदरलैंड की वापसी की बारी थी. खेल के 83वें मिनट में बाउट बेघोर्स्ट ने हेडर से गोल कर स्कोर के अंतर को 2-1 कर दिया. बाद में स्टापेज टाइम के आखिरी मिनट में बेघोर्स्ट ने नीदरलैंड के लिए दूसरा गोल दागा जिससे मुकाबला एक्सट्रा टाइम में गया.निर्धारित समय में 2-2 से मुकाबला बराबर रहने के बाद मैट एक्स्ट्रा टाइम में गया जहां कोई गोल नहीं हुआ. इसके बाद पेनल्टी शूटआउट का सहारा लेना पड़ा. पेनल्टी शूटआउट में अर्जेंटीना ने चार पेनल्टी किक को गोल में तब्दील किया. वहीं डच टीम तीन में गोल कर पाई.