टीम इंडिया के पूर्व कप्तान अनिल कुंबले ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 30 नवंबर से शुरू होने वाली वनडे सीरीज के लिए चुनी गई भारतीय टीम में संजू सैमसन की गैरमौजूदगी पर निराशा जताई है. गुवाहाटी में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन बात करते हुए कुंबले ने संकेत दिया कि चयनकर्ताओं ने शायद सैमसन की हालिया फॉर्म का सही मूल्यांकन नहीं किया.
पंत और जुरेल की वनडे टीम में वापसी
बीसीसीआई ने वनडे सीरीज़ के लिए ऋषभ पंत को टीम में वापस शामिल किया है. पंत ने आखिरी बार अगस्त 2024 में श्रीलंका के खिलाफ कोलंबो में ODI खेला था और अब भारत अपनी व्हाइट-बॉल योजनाओं को नए सिरे से तैयार कर रहा है.
कुंबले ने कहा कि सैमसन उन खिलाड़ियों में से थे जिन्हें वह इस टीम में देखने की उम्मीद कर रहे थे. उन्होंने याद दिलाया, 'एक नाम जिसे मैं टीम में देखना चाहता था, वह था संजू सैमसन. मुझे लगता है कि आखिरी ODI जो उन्होंने खेला, उसमें उन्होंने शतक लगाया था.'
सैमसन ने अपना आखिरी वनडे दिसंबर 2023, पार्ल में खेला था, जिसमें उन्होंने नंबर तीन पर बल्लेबाज़ी करते हुए 114 गेंदों पर 108 रन बनाए थे. 16 वनडे मैचों में सैमसन एक शतक और तीन अर्धशतक बना चुके हैं और अक्सर मिडिल ओवर्स में उनकी शांत बल्लेबाज़ी की तारीफ होती रही है.
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हालांकि, हाल के T20I फॉर्म ने शायद उनके चयन को प्रभावित किया हो. रोहित शर्मा और विराट कोहली के T20 से संन्यास के बाद सैमसन ने अभिषेक शर्मा के साथ ओपनिंग में अच्छा प्रदर्शन किया था. लेकिन उपकप्तान बने शुभमन गिल के आने के बाद उन्हें मिडिल ऑर्डर में भेजा गया, जहां उनकी फॉर्म गिरती दिखी.
अनिल कुंबले ने टीम सेलेक्शन पर उठाए सवाल
कुंबले ने कहा कि चयनकर्ताओं ने शायद फॉर्मेट्स के बीच अंतर को स्पष्ट रूप से नहीं समझा. उन्होंने कहा, 'जब आप दो या तीन फॉर्मेट खेल रहे होते हैं, तो कई बार फॉर्म को लेकर भ्रम हो जाता है. इसलिए चयन करते समय इसे ध्यान में रखना ज़रूरी है.' उनका मानना है कि सैमसन के ODI भविष्य का आकलन T20I फॉर्म के आधार पर करना चयन की गलती हो सकती है.
इस बीच, शुभमन गिल की गर्दन की चोट के चलते उनके वनडे सीरीज़ में खेलने की संभावना कम है, जिससे भारत की बल्लेबाज़ी क्रम को चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है.
क्या सैमसन भविष्य की ODI योजनाओं में बने रहेंगे, यह अभी साफ नहीं है, लेकिन कुंबले की टिप्पणी ने चयन में निरंतरता और फॉर्मेट-विशेष प्रदर्शन को लेकर नई बहस छेड़ दी है.