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Mukesh Kumar IPL 2023 Auction: गोपालगंज के लाल मुकेश कुमार की कहानी... जिन्हें आईपीएल ने बना दिया करोड़पति

आईपीएल 2023 के ऑक्शन में तेज गेंदबाज मुकेश कुमार को दिल्ली कैपिटल्स ने 5.50 करोड़ रुपये की कीमत में खरीदा है. मुकेश कुमार को उनके बेस प्राइस से लगभग 27 गुणा ज्यादा रकम मिली है. चौंकाने वाली बात यह है कि मुकेश कुमार पिछले आईपीएल ऑक्शन में अनसोल्ड रहे थे. मुकेश कुमार बिहार के गोपालगंज जिले के रहने वाले हैं.

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मुकेश कुमार (@BCCI)
मुकेश कुमार (@BCCI)

आईपीएल खिलाड़ियों की जिंदगी बदल देता है. आईपीएल ने सैकड़ों खिलाड़ियों को करोड़पति बनाया है. अब तेज गेंदबाज मुकेश कुमार भी इस लिस्ट में शामिल हो गए हैं. मुकेश कुमार को आईपीएल 2023 की नीलामी में दिल्ली कैपिटल्स ने 5.50 करोड़ रुपये की भारी भरकम कीमत में खरीदा है. मुकेश कुमार का बेस प्राइस 20 लाख रुपये था यानी की उन्हें 27 गुणा ज्यादा रकम मिली है. आपको बता दें कि पिछले आईपीएल ऑक्शन में मुकेश कुमार अनसोल्ड रहे थे.

आसान नहीं रहा है मुकेश का सफर

बिहार के गोपालगंज जिले के रहने वाले मुकेश कुमार का आईपीएल और टीम इंडिया तक का सफर आसान नहीं रहा है. मुकेश कुमार अपने पिता के टैक्सी व्यवसाय में मदद करने के लिए 2012 में कोलकाता चले गए थे.  लेकिन वहां वह पिता की मदद करने के साथ ही स्थानीय मैच भी खेलने लगे, जहां 400-500 रुपये फीस मिलती थी. मुकेश कुमार के पिता अब इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन उनके बेटे की उपलब्धियों पर उन्हें स्वर्ग में भी काफी गर्व महसूस हो रहा होगा.

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ट्रायल ने बदल दी मुकेश की किस्मत

29 साल के मुकेश कुमार घरेलू क्रिकेट बंगाल के लिए खेलते हैं. साल 2014 में वह एक ट्रायल में उपस्थित हुए जिसने उनका जीवन बदलकर रख दिया. दरअसल बंगाल क्रिकेट संघ (CAB) एक 'विजन 2020 प्रोग्राम' का आयोजन कर रहा था, जहां उन्हें बंगाल के पूर्व तेज गेंदबाज और गेंदबाजी कोच रणदेव बोस ने देखा. यह ट्रायल वीवीएस लक्ष्मण, वकार यूनुस और मुथैया मुरलीधरन के मार्गदर्शन में आयोजित किए गए थे.

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इस ट्रायल के एक साल के भीतर ही मुकेश कुमार को बंगाल टीम के लिए चुन लिया गया. लगातार शानदार प्रदर्शन के चलते मुकेश को इस साल इंडिया-ए टीम में चुना गया, जहां उन्होंने शानदार खेल दिखाते हुए न्यूजीलैंड-ए के खिलाफ पांच विकेट ले लिए थे. इसके एक महीने बाद मुकेश को साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए टीम इंडिया में चुना गया. बिना आईपीएल में एक भी मैच खेले मुकेश कुमार ने यह कामयाबी हासिल की थी जो काबिलेतारीफ है.

मैं अपने सपने को जी रहा: मुकेश

मुकेश कुमार ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में कहा था, 'पहले गोपालगंज में, जहां मैं जिले का सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज बना और फिर कोलकाता ने मेरी जिंदगी बदल दी. मेरे जीवन में संघर्ष रहा है, लेकिन यह आम है. हर किसी के साथ ऐसा होता है. मेरा लक्ष्य उच्चतम स्तर पर क्रिकेट खेलना था और मैं अपने सपने को जी रहा हूं. अगर जिंदगी में मुश्किल ना आती तो शायद यहां नहीं पहुंच पाता.'

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मुकेश को लगता है कि वह अपने जीवन के हर कदम पर भाग्यशाली रहे. चाहे वह उनके पिता हों जिन्होंने उन्हें बंगाल आने के लिए मजबूर किया या रणदेब बोस हो जो उनकी नेट्स में गेंदबाजी करते देखकर चकित थे. मुकेश ने बताया, 'मैं भाग्यशाली था. हर कदम पर मुझे सहारा मिला. मेरे पिता ने मुझे क्रिकेट करियर बनाने के लिए एक साल का समय दिया था. और उसके बाद, मुझे राणो सर (रणदेव), मनोज भैया (तिवारी), अरुण लाल सर से सीखने का सौभाग्य मिला. अगर ये लोग नहीं होते तो मैं यहां तक ​​कभी नहीं पहुंच पाता.'

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पिता चाहते थे सेना में भर्ती हो जाऊं: मुकेश

मुकेश कुमार के मुताबिक जब उन्हें बुच्ची बाबू टूर्नामेंट के लिए बंगाल टीम में चुना गया था, तो उनके पास क्रिकेट किट तक नहीं थी. मुकेश ने कहा, 'मनोज भैया ने मुझको बैट, पैड और ग्लव्स दिया था. 2019-20 सीजन की शुरुआत से पहले मुकेश को बड़े भाई ने उनके पिता के निधन की सूचना दी थी. मुकेश ने इसे लेकर कहा, 'मेरे पिता को 2019 में ब्रेन हैमरेज हुआ था. उन्होंने मुझे क्रिकेट खेलते देखना कभी पसंद नहीं किया. वह चाहता थे कि मैं सेना में भर्ती हो जाऊं. मैंने दो बार सीआरपीएफ की परीक्षा भी दी. काश! यही मेरे पिता जीवित होते तो वह फूले नहीं समाते.'


 

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