
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का मेगा ऑक्शन दो दिन तक बेंगलुरु में चला, हर क्रिकेट फैन लगातार टीवी स्क्रीन के आगे आंखें गढ़ाए बैठा था. 200 से अधिक खिलाड़ियों की इस ऑक्शन में बोली लगी, टीमों की ओर से 5 अरब से भी ज्यादा का खर्च किया गया. बेंगलुरु में जब ये सब घट रहा था, उसी वक्त बिहार के वैशाली के रहने वाले 29 साल के अनुनय सिंह भी एक इंतज़ार में थे, वो इंतज़ार उस ऑक्शन लिस्ट में खुद के नाम आने का था.
बिहार के वैशाली से आने वाले अनुनय सिंह, जिन्होंने उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में अपनी क्रिकेट की ट्रेनिंग ली. अब अनुनय इंडियन प्रीमियर लीग में अपना जलवा बिखेरते दिखाई देंगे, ये खास इसलिए भी है क्योंकि बिहार क्रिकेट एसोसिएशन की ओर से किसी आईपीएल टीम में शामिल होने वाले अनुनय सिंह पहले क्रिकेटर होंगे. राजस्थान रॉयल्स ने 20 लाख रुपये के बेस प्राइस में अनुनय सिंह को अपने साथ जोड़ा है.
Aajtak.in से अनुनय सिंह ने बात की और मेगा ऑक्शन के उस पूरे अनुभव को साझा किया. अनुनय के मुताबिक, ‘पहले दिन तो वो ऑक्शन देख ही नहीं पाए थे, क्योंकि उन्हें मालूम था कि अनकैप्ड प्लेयर्स का नंबर दूसरे दिन आना था. लेकिन जब बड़े-बड़े खिलाड़ी अनसोल्ड जाने लगे, तो वह काफी नर्वस हुए थे क्योंकि यहां पर कुछ भी हो सकता था. दूसरे दिन के आखिर में जब ऑक्शनर चारु शर्मा ने खिलाड़ी नंबर 564 यानी मेरा नाम बुलाया, तब राजस्थान रॉयल्स ने उनके लिए बोली लगाई. और तब जाकर उन्होंने राहत की सांस ली. जैसे ही ये हुआ, तभी से फोन बजने शुरू हो गए’.
अनुनय सिंह ने यूपी के गोरखपुर में ही ज्वाला सिंह से क्रिकेट की ट्रेनिंग ली. वही ज्वाला सिहं जो पृथ्वी शॉ, यशस्वी जायसवाल जैसे खिलाड़ियों को तैयार कर चुके हैं और उनके शिष्य क्रिकेट की दुनिया में अपना जलवा बिखेर रहे हैं. अब इनमें अनुनय सिंह का भी नाम जुड़ने को है.
अनुनय ने भी अपने कोच ज्वाला का शुक्रिया अदा किया, उन्होंने कहा, ‘सर की वजह से उन्हें राजस्थान रॉयल्स के लिए ट्रेनिंग में जाने का मौका मिला था, कैंप में उन्होंने लगातार मेहनत की थी और उसके बाद ही चीज़ें सुधरीं. ऐसे में अब जब राजस्थान रॉयल्स ने ही ऑक्शन में उन्हें खरीदा तो सब सही हुआ.’

बिहार की वैशाली से क्रिकेट खेलते हुए अब सीधे इंटरनेशनल लेवल की लीग में हिस्सा लेने को लेकर अनुनय सिंह ने कहा कि वह लगातार मेहनत करते हुए आए हैं और ये सिलसिला आगे भी जारी रहेगा. बड़े लेवल पर जाएंगे, तो काफी चीज़ें सीखने को मिलेंगी. क्योंकि ये टी-20 मुकाबला है, तो हमें फिटनेस पर फोकस करना है ऐसे में इसके लिए पहले से ही काम चल रहा है, अब चीज़ें और भी निखरती जाएंगी. अनुनय का फोकस साथ ही टी-20 मैच को देखते हुए अलग-अलग तरह के वैरिएशन पर काम करने को लेकर भी है.
अगर अनुनय सिंह के घरेलू क्रिकेट में रिकॉर्ड की बात करें तो वह अभी तक 8 फर्स्ट क्लास मुकाबले खेल चुके हैं, उसमें 10 विकेट उनके नाम हैं. इसमें 12 रन देकर 3 विकेट लेने का स्पेल भी शामिल है.
अनुनय सिंह के पिता पुलिस विभाग में हैं और गोरखपुर में ही पोस्टिंग थी, ऐसे में अनुनय बिहार के वैशाली के होने के बावजूद क्रिकेट के गुर पूरी तरह से गोरखपुर में ही सीख पाए. अनुनय सिंह बिहार के लिए विजय हजारे ट्रॉफी, मुश्ताक अली ट्रॉफी खेल चुके हैं और अब बारी इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के जरिए करियर को आगे बढ़ाने की है.