क्रिकेटर अभिमन्यु ईश्वरन का भारतीय टीम के लिए डेब्यू का इंतजार जारी है. अभिमन्यु का ये इंतजार चार साल का हो चुका है. अभिमन्यु साल 2021 में पहली बार भारतीय टेस्ट टीम में शामिल हुए थे और इंग्लैंड दौरे पर गए. लेकिन तब रोहित शर्मा और केएल राहुल ने ओपनिंग की जिम्मेदारी संभाली, जिसके चलते उन्हें मौका नहीं मिला.
अब रोहित शर्मा टेस्ट से संन्यास ले चुके हैं और भारतीय टीम बदलाव के दौर से गुजर रही है, फिर भी इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज में अभिमन्यु ईश्वरन अब तक बेंच पर ही बैठे हैं. दाएं हाथ के बल्लेबाज अभिमन्यु भारतीय टीम के साथ बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी (2024-25) के लिए ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी गए थे, लेकिन वो पांचों टेस्ट मैच में प्लेइंग-11 का हिस्सा नहीं बन पाए.
इन चार सालों में 16 नए खिलाड़ियों ने भारत के लिए टेस्ट डेब्यू किया, लेकिन अभिमन्यु ईश्वरन का इंतजार खत्म नहीं हुआ है. इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर मैच में तेज गेंदबाज अंशुल कम्बोज भी डेब्यू करने में कामयाब रहे, जो चंद दिनों पहले ही टीम से जुड़े थे. अंशुल के अलावा श्रेयस अय्यर, केएस भरत, सूर्यकुमार यादव, यशस्वी जायसवाल, ईशान किशन, मुकेश कुमार, प्रसिद्ध कृष्णा, रजत पाटीदार, सरफराज खान, ध्रुव जुरेल, आकाश दीप, देवदत्त पडिक्कल, नीतीश कुमार रेड्डी, हर्षित राणा और साई सुदर्शन भी इस पीरियड में अपना टेस्ट डेब्यू करने में सफल रहे.
अभिमन्यु इस टीम के लिए खेलते हैं घरेलू क्रिकेट
अभिमन्यु ईश्वरन का जन्म 6 सितंबर, 1995 को उत्तराखंड के देहरादून में हुआ था. अभिमन्यु घरेलू क्रिकेट में अपने घरेलू राज्य की बजाय बंगाल टीम के लिए खेलते हैं. उनके पिता आरपी ईश्वरन ने कई साल पहले पुरकुल गांव में अभिमन्यु क्रिकेट एकेडमी की स्थापना की थी. इसी एकेडमी में अभिमन्यु ने क्रिकेट के गुर सीखे थे.
अभिमन्यु ईश्वरन का फर्स्ट क्लास करियर काफी शानदार रहा है. अभिमन्यु ने अब तक 103 फर्स्ट क्लास मैच खेले, जिसमें उन्होंने 48.70 की औसत से 7841 रन बनाए हैं. इस दौरान उनके बल्ले से 27 शतक और 31 अर्धशतक निकले. इस खिलाड़ी ने 89 लिस्ट-ए मैच खेले हैं, जिसमें 47.03 की औसत से 3857 रन बनाए. लिस्ट-ए क्रिकेट में अभिमन्यु ने 9 शतक और 23 अर्धशतक लगाए. अभिमन्यु ने 34 टी20 मैच भी खेले हैं, जिसमें उनके नाम पर 37.53 के एवरेज से 973 रन दर्ज हैं. टी20 क्रिकेट में अभिमन्यु के बल्ले से एक शतक और 5 अर्धशतक निकले.

अभिमन्यु ईश्वरन ने हाल ही में इंग्लैंड लॉयन्स के खिलाफ दो फर्स्ट क्लास मुकाबलों में इंडिया-ए की कप्तानी की थी. दोनों ही फर्स्ट क्लास मैचों में अभिमन्यु अर्धशतकीय पारियां खेलने में कामयाब रहे थे. इसके बावजूद उन्हें टेस्ट सीरीज में अब तक नजरअंदाज किया गया है. घरेलू क्रिकेट के आंकड़े अभिमन्यु की काबिलियत को दर्शाते हैं. अभिमन्यु इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज में तीसरे नंबर पर बेहतरीन विकल्प हो सकते थे, लेकिन उनसे पहले करुण नायर और साई सुदर्शन को तवज्जो दी गई है.
कब खत्म होगा अभिमन्यु का इंतजार?
टीम मैनेजमेंट का मानना है कि बल्लेबाजों को नेट्स में तेज गेंदबाजों के खिलाफ प्रदर्शन के आधार पर परखा जाता है. जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज जैसे गेंदबाजों को फेस करते समय बल्लेबाजों की तकनीक की परीक्षा होती है. ऐसा लगता है कि अभिमन्यु ईश्वरन भारतीय टीम मैनेजमेंट को प्रभावित नहीं कर पाए. 29 साल के अभिमन्यु के पास अब भी वक्त है, लेकिन इतना लंबा इंतजार एक क्रिकेट के लिए मनोबल गिराने वाला होता है...