पूर्व भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन का मानना है कि अनकैप्ड तेज गेंदबाज अंशुल कम्बोज जहीर खान और जसप्रीत बुमराह की तरह दुर्लभ किस्म के गेंदबाजों में से एक हैं. उन्होंने कहा कि 24 वर्षीय यह खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट के लिए तैयार है. दरअसल, नीतीश कुमार रेड्डी, आकाश दीप और अर्शदीप सिंह के चोटिल होने के बाद कम्बोज को भारतीय टेस्ट टीम में शामिल किया गया है. वह 23 जुलाई से शुरू हो रहे भारत-इंग्लैंड के चौथे टेस्ट में डेब्यू कर सकते हैं.
अपने यूट्यूब चैनल पर बोलते हुए अश्विन ने अंशुल को उन दुर्लभ भारतीय तेज गेंदबाजों की श्रेणी में रखा जो केवल कौशल पर ही नहीं, बल्कि योजना और मैच की परिस्थितियों की गहरी समझ रखते हैं. उन्होंने कहा कि अंशुल की सबसे अच्छी बात यह है कि वह योजना को समझता है. मैंने कई तेज गेंदबाज देखे हैं जो केवल यही कहते हैं कि वे खुद को व्यक्त करना चाहते हैं और खेल का आनंद लेना चाहते हैं.
यह भी पढ़ें: IND vs ENG: नीतीश रेड्डी बाहर, अंशुल कम्बोज IN... भारतीय खिलाड़ियों की इंजरी पर BCCI ने दिया अपडेट
लेकिन अंशुल जानता है कि योजना क्या है और उसे मैदान पर कैसे अमल में लाना है. यह गुण बहुत कम तेज गेंदबाजों में होता है. जहीर खान में यह था. वह शानदार थे. हाल के समय में, जस्सी (बुमराह) ऐसे गेंदबाज हैं जो योजना को समझते हैं और उसे परफेक्ट तरीके से लागू करते हैं. अंशुल भी उसी श्रेणी का है. मैं यहां कौशल की तुलना नहीं कर रहा, वो अलग बात है.
24 वर्षीय हरियाणा के इस तेज गेंदबाज ने इंग्लैंड लायंस के खिलाफ इंडिया ए के लिए लगातार अच्छे प्रदर्शन से चयनकर्ताओं का ध्यान खींचा. नॉर्थहैम्पटन और कैंटरबरी में चार पारियों में उन्होंने कुल 5 विकेट लिए और अपनी देर से स्विंग और उछाल से प्रभावित किया.
अश्विन ने कहा कि उसका नैचुरल टैप्पा बहुत अच्छा है. मैंने यह आईपीएल में भी देखा. उसकी कलाई की स्थिति शानदार है और वह सीधा सीम के साथ गेंदबाजी करता है. वह कभी भी अपनी लंबाई से भटकता नहीं है. बुमराह और सिराज के साथ अगर आप अंशुल कम्बोज को शामिल करें, तो मैं कहता हूं, वह एक गंभीर बॉलिंग अटैक बन जाएगा.
अश्विन ने पिछले साल रणजी ट्रॉफी में केरल के खिलाफ अंशुल के 10 विकेट हॉल का भी जिक्र किया और बताया कि वह लंबे स्पेल फेंकने की क्षमता रखते हैं, जो इंग्लैंड में बेहद जरूरी है. अश्विन ने कहा कि वह फर्स्ट-क्लास क्रिकेट में शानदार फॉर्म में रहा है. उसका औसत करीब 13 है. इंग्लैंड में आपको ऐसी ही जरूरत होती है.
हालांकि अश्विन ने यह भी कहा कि अगर अंशुल को ओल्ड ट्रैफर्ड में टेस्ट कैप दी जाती है, तो टीम मैनेजमेंट को उन्हें सहज महसूस कराने की जिम्मेदारी लेनी होगी. लोग कहेंगे कि उसने इंग्लैंड में नहीं खेला है, लेकिन वह इंडिया ए टूर पर वहां था. उसने दिखाया है कि वह डिलीवर कर सकता है. बस जरूरत होगी उसके नर्वसनेस को शांत करने की.