रूस के कामचटका प्रायद्वीप के पास 8.8 तीव्रता का भूकंप आया, जिसने पूरे प्रशांत क्षेत्र में सुनामी का खतरा पैदा कर दिया. इसने रूस, जापान, हवाई, कैलिफोर्निया, अलास्का और सोलोमन द्वीप जैसे इलाकों में सुनामी की चेतावनी जारी कर दी.
किन देशों के किन शहरों को सुनामी का खतरा है? यह खतरा कब तक रहेगा? सुनामी की लहरें विभिन्न जगहों पर कब पहुंचीं या पहुंचने की उम्मीद है? हम एक लिस्टिकल के जरिए यह भी बताएंगे कि सुनामी की लहरें किन जगहों पर कब और कितने समय में पहुंचीं?
8.8 तीव्रता का भूकंप और सुनामी का खतरा
8.8 तीव्रता का भूकंप रूस के कामचटका प्रायद्वीप के पूर्वी तट से 126 किमी दूर समुद्र में 30 जुलाई 2025 को सुबह 8:25 बजे (कामचटका स्थानीय समय, यानी 4:55 AM IST) हुआ. इसकी गहराई सिर्फ 19.3 किमी थी. जिसकी वजह से समुद्र का तल हिल गया. सुनामी की लहरें पैदा हुईं. यह भूकंप 1952 के बाद कामचटका में आए सबसे शक्तिशाली भूकंपों में से एक है.
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प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र (PTWC) के अनुसार, 1 से 3 मीटर ऊंची लहरें हवाई, चिली, जापान और सोलोमन द्वीप के कुछ तटीय इलाकों में पहुंच सकती हैं, जबकि रूस और इक्वाडोर के कुछ हिस्सों में 3 मीटर से ज्यादा ऊंची लहरें संभव हैं. सुनामी की लहरें प्रशांत महासागर में तेजी से फैल रही हैं. कई देशों के तटीय इलाकों में खतरा पैदा हो गया है.

सुनामी से खतरे में कौन से देश और शहर?
सुनामी का खतरा प्रशांत महासागर के कई देशों पर मंडरा रहा है. नीचे उन देशों और शहरों की सूची दी गई है, जिन्हें सुनामी चेतावनी या सलाह दी गई है...
रूस
कैसे फैलती है सुनामी, देखिए नीचे Vidoe में...
हवाई (संयुक्त राज्य अमेरिका)
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कैलिफोर्निया (संयुक्त राज्य अमेरिका)
अलास्का (संयुक्त राज्य अमेरिका)
सोलोमन द्वीप
अन्य देश

सुनामी की लहरें कब और कितने समय में पहुंचीं या पहुंचेंगी?
सुनामी की लहरें प्रशांत महासागर में अलग-अलग गति से फैलती हैं, जो समुद्र की गहराई पर निर्भर करती है. नीचे एक लिस्टिकल है, जिसमें बताया गया है कि सुनामी की पहली लहरें विभिन्न जगहों पर कब पहुंचीं या पहुंचने की उम्मीद है. समय स्थानीय समय और भारतीय समय (IST) के अनुसार हैं. यह अनुमान PTWC और अन्य स्रोतों पर आधारित है.
रूस (कुरील द्वीप, सेवेरो-कुरील्स्क)
पहुंचने का समय: 30 जुलाई 2025, सुबह 9:00-10:00 बजे (कामचटका समय, यानी 5:30-6:30 AM IST).
समय लिया: भूकंप के 35-65 मिनट बाद.
लहर की ऊंचाई: 3-5 मीटर (9.8-16.4 फीट)। सबसे बड़ी लहर 5 मीटर तक.
प्रभाव: इमारतों को नुकसान, बाढ
जापान (होक्काइडो, नेमुरो, तोकाची)
पहुंचने का समय: 30 जुलाई 2025, सुबह 10:00 बजे (जापान समय, यानी 6:30 AM IST).
समय लिया: भूकंप के लगभग 65 मिनट बाद.
लहर की ऊंचाई: 30-60 सेंटीमीटर (1-2 फीट) की लहरें दर्ज. 3 मीटर तक की लहरें संभव.
प्रभाव: तटीय इलाकों में निकासी. सेंडाई हवाई अड्डा बंद. फुकुशिमा न्यूक्लियर प्लांट में सतर्कता.
हवाई (काउई, होनोलूलू, हिलो, ओआहु)
पहुंचने का समय: 30 जुलाई 2025, शाम 7:10-7:30 बजे (हवाई समय, यानी 1:40-2:00 AM IST).
समय लिया: भूकंप के लगभग 6 घंटे बाद.
लहर की ऊंचाई: 1-3 मीटर (3-10 फीट). हलेइवा (ओआहु) में 4 फीट और मिडवे एटोल में 6 फीट ऊंची लहरें दर्ज.
प्रभाव: तटीय बाढ़, ट्रैफिक जाम, और बंदरगाहों से जहाजों की निकासी.
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अलास्का (एल्यूशियन द्वीप, अमचित्का, कोडिएक)
पहुंचने का समय: 30 जुलाई 2025, दोपहर 5:14 बजे (पैसिफिक समय, यानी 6:44 AM IST) अमचित्का में. कोडिएक में 12:20 AM ET (10:50 AM IST).
समय लिया: भूकंप के 4-6 घंटे बाद.
लहर की ऊंचाई: अमचित्का में 1 फीट. अन्य इलाकों में 1-3 मीटर संभव.
प्रभाव: मजबूत धाराएं और तटीय बाढ़.
कैलिफोर्निया (क्रेसेंट सिटी, सैन फ्रांसिस्को, लॉस एंजिल्स)
पहुंचने का समय
क्रेसेंट सिटी: 30 जुलाई 2025, रात 11:50 बजे (पैसिफिक समय, यानी 1:20 PM IST).
सैन फ्रांसिस्को: 31 जुलाई 2025, सुबह 12:40 बजे (पैसिफिक समय, यानी 2:10 PM IST).
लॉस एंजिल्स: 31 जुलाई 2025, सुबह 1:05 बजे (पैसिफिक समय, यानी 2:35 PM IST).
समय लिया: भूकंप के 8-9 घंटे बाद.
लहर की ऊंचाई: क्रेसेंट सिटी में 2-5 फीट. सैन फ्रांसिस्को और लॉस एंजिल्स में 1 फीट से कम.
प्रभाव: उत्तरी कैलिफोर्निया में बाढ़ का खतरा। दक्षिणी कैलिफोर्निया में कम प्रभाव.
सोलोमन द्वीप
पहुंचने का समय: 30 जुलाई 2025, दोपहर 12:00 बजे (स्थानीय समय, यानी 7:30 AM IST).
समय लिया: भूकंप के लगभग 6-7 घंटे बाद.
लहर की ऊंचाई: 1-3 मीटर (3-10 फीट).
प्रभाव: तटीय बाढ़ और नुकसान.
चिली
पहुंचने का समय: 31 जुलाई 2025, सुबह 6:00 बजे (स्थानीय समय, यानी 3:30 PM IST).
समय लिया: भूकंप के लगभग 12-14 घंटे बाद.
लहर की ऊंचाई: 1-3 मीटर.
प्रभाव: तटीय बाढ़ और बुनियादी ढांचे को नुकसान.
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इक्वाडोर
पहुंचने का समय: 31 जुलाई 2025, सुबह 7:00 बजे (स्थानीय समय, यानी 5:30 PM IST).
समय लिया: भूकंप के लगभग 14-15 घंटे बाद.
लहर की ऊंचाई: 3 मीटर से ज्यादा.
प्रभाव: भारी बाढ़ और तबाही.
पेरू
पहुंचने का समय: 31 जुलाई 2025, सुबह 8:00 बजे (स्थानीय समय, यानी 6:30 PM IST).
समय लिया: भूकंप के लगभग 15-16 घंटे बाद.
लहर की ऊंचाई: 3 मीटर तक.
प्रभाव: तटीय इलाकों में बाढ़.
फिलीपींस
पहुंचने का समय: 30 जुलाई 2025, दोपहर 1:00 बजे (स्थानीय समय, यानी 10:30 AM IST).
समय लिया: भूकंप के लगभग 7-8 घंटे बाद.
लहर की ऊंचाई: 1 मीटर से कम.
प्रभाव: मामूली बाढ़ और मजबूत धाराएं.

खतरा कब तक रहेगा?
सुनामी की लहरें कई घंटों तक आती रह सकती हैं. पहली लहर हमेशा सबसे बड़ी नहीं होती. PTWC के अनुसार, सुनामी का प्रभाव निम्नलिखित समय तक रह सकता है...
सुनामी चेतावनियां तब तक बनी रहेंगी, जब तक लहरों का खतरा पूरी तरह समाप्त नहीं हो जाता. जापान की मौसम एजेंसी ने कहा है कि ऊंची लहरें एक दिन से ज्यादा समय तक आ सकती हैं.
सुनामी का प्रभाव और सावधानियां
सुनामी की लहरें तेज गति से तटों पर टकराती हैं और भारी तबाही मचा सकती हैं. हवाई के गवर्नर जोश ग्रीन ने कहा कि 3 फीट की लहर भी कारों को बहा सकती है. पेड़ उखाड़ सकती है. बाड़ को तोड़ सकती है. केवल 6 इंच ऊंची तेज लहरें किसी व्यक्ति को गिरा सकती हैं. 2 फीट की लहरें वाहनों को बहा सकती हैं.
सावधानियां
भारत पर प्रभाव
भारतीय राष्ट्रीय समुद्र सूचना सेवा केंद्र (INCOIS) ने पुष्टि की है कि इस भूकंप से भारत या हिंद महासागर क्षेत्र में कोई सुनामी खतरा नहीं है. फिर भी, भारत के तटीय इलाकों में भूकंप और सुनामी के लिए तैयार रहना जरूरी है, जैसा कि 2004 के हिंद महासागर सुनामी ने दिखाया था.