
S-20 Summit at Isha Yoga Center: जी-20 का साइंस 20 (एस-20) सम्मलेन कोयंबटूर के ईशा योग केंद्र में 21 से 22 जुलाई 2023 के बीच आयोजित हो रहा है. इस मीटिंग में दुनिया की 20 प्रमुख विकसित और उभरती अर्थव्यवस्थाओं से आए 100 से ज्यादा प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं जिनमें कई वैज्ञानिक और अलग-अलग देशों के नीति निर्माता शामिल हो रहे हैं.
सम्मेलन के दौरान सद्गुरु का प्रतिनिधियों के साथ एक संवाद सत्र भी आयोजित जा रहा है. यहां साइंस 20 एंगेजमेंट ग्रुप की शिखर बैठक होगी जिसमें समूह द्वारा पिछली बैठकों में ग्रीन एनर्जी, विज्ञान को समाज से जोड़ने और समग्र स्वास्थ्य से जुड़े विषयों पर चर्चा की गई. बैठक के बाद इन विषयों पर 20 देशों की एक संयुक्त विज्ञप्ति प्रस्तुत की जाएगी. बता दें कि साल 2017 में स्थापित एस-20 (साइंस 20), जी-20 के सबसे हालिया एंगेजमेंट ग्रुप में से एक है. एस-20 ग्रुप जी-20 के अंतर्गत वैज्ञानिकों के साथ आधिकारिक संवाद बढ़ाने का समर्थन करता है.
जी-20 का साइंस 20 (एस-20) सम्मलेन
समूह ने पिछली बैठकों में ग्रीन एनर्जी, विज्ञान को समाज से जोड़ने और समग्र स्वास्थ्य से जुड़े विषयों पर चर्चा की है जिसे आगे बढ़ाया जाएगा. बैठक के बाद इन विषयों पर 20 देशों की एक संयुक्त विज्ञप्ति प्रस्तुत की जाएगी.

साल 2017 में स्थापित एस-20 (साइंस 20), जी-20 के सबसे हालिया एंगेजमेंट ग्रुप में से एक है. एस-20 ग्रुपजी-20 के अंतर्गत वैज्ञानकों के साथ आधिकारिक संवाद बढ़ाने का समर्थन करता है. ईशा योग केंद्र में होने वाली जी-20 की बैठक को लेकर सद्गुरु ने कहा, 'यह बहुत अच्छी बात है कि जी-20 बैठकों के मेजबानी स्थलों में विविधता रखी गई है और एक मीटिंग आध्यात्मिक केंद्र पर होने जा रही है. मुझे लगता है कि यह सही रास्ता है क्योंकि लोगों को भारत का अनुभव करने की जरूरत है. '

इसके बाद सभी ग्रुप प्रतिनिधि योग विज्ञान पर एक शैक्षिक सत्र में भाग लेंगे जिसका संचालन डॉ. बाला सुब्रमण्यम की ओर से किया जाएगा. जो हार्वर्ड मेडिकल स्कूल में एनेस्थिसियोलॉजी के प्रोफेसर और बेथ इजराइल डेकोनेस मेडिकल सेंटर, बोस्टन स्थित सद्गुरु सेंटर फॉर एकॉन्शियस प्लैनेट के निदेशक हैं. सद्गुरु सेंटर फॉर ए कॉन्शियस प्लैनेट, बेथ इज़राइल डेकोनेस मेडिकल सेंटर, बोस्टन, एमए द्वारा किया जाएगा.
ईशा वालंटियर्स जी 20 देशों से आने वाले प्रतिनिधियों को भारतीय संसकृति और योगिक विरासत का अनुभव कराने के लिए तैयार हैं. समृद्ध सांस्कृतिक उत्सव प्रस्तुत करते हुए प्रतिनिधियों का स्वागत ढोलों की पारंपरिक धुन और फूलों के साथ होगा. उनके आगमन पर सबसे पहले आदियोगी की 112 फीट ऊंची प्रतिमा के पास उन्हें भारत की प्राचीन स्वास्थ्य तकनीकों से अवगत कराया जाएगा.

एस-20 प्रतिनिधियों के सामने ईशा संस्कृति के छात्रों की ओर से भारतीय नृत्य कला भरतनाट्यम और मार्शल आर्ट पयट्टू की मनमोहत प्रस्तुतियां दी जाएंगी. उन्हें ईशा योग केंद्र में स्थित ध्यानलिंग, लिंगभैरवी देवी और तीर्थ कुंड जैसे अद्भुत प्राणप्रतिष्ठित स्थानों के गाइडेड टूर पर भी ले जाया जाएगा.

सद्गुरु की ओर से स्थापित ईशा योग केंद्र, कोयंबटूर एक प्रमुख सांस्कृतिक और आध्यात्मिक केंद्र है, जो दुनियाभर के लोगों को योग विज्ञान का अनुभव करने के लिए आकर्षित करता है. ईशायोग केंद्र में आध्यात्मिक आत्म-रूपांतरण के लिए योग के चारों प्रमुख मार्गों- क्रियायोग, ज्ञानयोग, कर्मयोग और भक्तियोग को अनुभव किया जा सकता है.