हीरा नवरत्नों में सबसे मूल्यवान और कठोर माना जाता है. आम व्यक्ति इसे सौन्दर्य और कीमत के कारण खूब प्रयोग करते हैं. यह ज्योतिष में शुक्र का रत्न माना जाता है. इसको धारण करने से सुख, सौन्दर्य और सम्पन्नता प्राप्त होती है. शुक्र से लाभ लेने के लिए और जीवन में ग्लैमर बढ़ाने के लिए यह रत्न अचूक होता है. लेकिन ज्योतिष के जानकारों का कहना है कि हीरा कभी भी बिना जानकारी या सलाह के धारण नहीं करना चाहिए. यह एक गलती आपके जीवन में विध्वंस मचा सकती है.
हीरा कब देता है लाभ?
हीरा ग्लैमर, सौंदर्य और नाम यश के मामले में लाभकारी होता है. प्रेम और दाम्पत्य जीवन के मामले में भी हीरा रिश्तों में मिठान भरने का काम करता है. संतान उत्पत्ति के मामले में पुरुषों को लाभ पंहुचाता है.
आपकी राशे के लिए हीरा शुभ या अशुभ?
ज्योतिषविद कहते हैं कि वृष, मिथुन, कन्या, तुला, मकर और कुंभ लग्न के लिए हीरा अत्यंत शुभ होता है. जबकि मेष, सिंह, वृश्चिक, धनु और मीन लग्न वालों के लिए हीरा अशुभ होता है. कर्क लग्न वाले विशेष दशाओं में हीरा धारण कर सकते हैं. जो लोग अध्यात्म में उन्नति चाहते हैं, उन्हें हीरा धारण नहीं करना चाहिए. जो लोग ग्लैमर, फिल्म या मीडिया के क्षेत्र में हैं, उनके लिए हीरा लाभकारी होता है.
हीरा धारण करते समय बरतें ये सावधानियां
बिना परामर्श के केवल फैशन और दिखावे के लिए हीरा धारण न करें. उम्र के 21 वर्ष के बाद और 50 वर्ष के पूर्व ही हीरा धारण करना अच्छा होता है. अगर दांपत्य जीवन में पहले से ही कई समस्याएं हैं तो हीरा धारण करने से वो अचानक बढ़ सकती हैं. दाग वाला या टूटा हुआ हीरा अपयश या दुर्घटना का कारण बन सकता है. हीरे के साथ मूंगा या गोमेद चरित्र पतन दे सकता है.
हीरे को अंगूठे या तर्जनी अंगुली में धारण करने से शुक्र हर प्रकार से लाभकारी होता है. हीरा अनामिका अंगुली में धारण करने से केवल प्रेम और रिश्तों में लाभ हो सकता है.