
राजस्थान के जालौर जिले में हुए भीषण सड़क हादसे में 5 लोगों की मौत हो गई. यह हादसा एक तेज रफ्तार कार के सड़क किनारे खड़े एक ट्रक में घुसने की वजह से हुआ. घटना आहोर उपखंड में मंगलवार सुबह हुई. सपी हर्षवर्धन अग्रवाला और जिला कलेक्टर निशांत जैन भी मौके पर पहुंचे.
पुलिस का कहना है कि ग्रेनाइट पत्थर से भरा ट्रक टायर फटने की वजह से सड़क किनारे खड़ा हुआ था. उसका टायर बदलने की तैयारी चल रही थी. लेकिन इस दौरान रात करीब 12 बजे चरली गांव की तरफ से एक तेज रफ्तार कार आ रही थी. जो ट्रेलर में जा घुसी, कार की रफ्तार इतनी तेज थी कि उसकी छत उड़ गई जिससे कार में बैठे पांच युवकों के सिर फट गए और तीन ने मौके पर दम तोड़ दिया और दो की मौत अस्पताल में हुई.
सभी मृतक चरली गांव के निवासी थे, जो कार से तखतगढ़ से चरली की तरफ से आ रहे थे. ट्रक का टायर फट चुका जिसकी वजह से वो सड़क पर खड़ा हुआ था. रात के समय तेज रफ्तार कार उसमें घुस गई और पांचों की मौत हो गई.
प्रधानमंत्री पीएम मोदी ने ट्वीट कर इस दर्दनाक घटना पर खेद जताया है.
राजस्थान के जालौर में हुई सड़क दुर्घटना अत्यंत दुखद है। इसमें जिन लोगों को जान गंवानी पड़ी है, उनके परिजनों के प्रति मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। ईश्वर दुख की इस घड़ी में उन्हें संबल प्रदान करे: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) June 28, 2022
प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी ट्वीट कर संवेदना प्रकट की है, उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि जालौर आहोर क्षेत्र में सरली गांव के पास हुए सड़क हादसे में 5 लोगों की मृत्यु अत्यंत दुखद है. शोकाकुल परिजनों के उनकी गहरी संवेदना है उन्होंने हादसे पर दुख प्रकट दुख प्रकट किया.
जालोर में आहोर क्षेत्र में चरली गांव के पास हुए सड़क हादसे में 5 लोगों की मृत्यु अत्यंत दुखद है। शोकाकुल परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं, ईश्वर उन्हें यह आघात सहने की शक्ति प्रदान करें एवं दिवंगतों की आत्मा को शांति प्रदान करें।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) June 28, 2022
एसपी हर्षवर्धन अग्रवाला ने बताया की सभी मृतकों के शव राजकीय अस्पताल की मोर्चरी में रखा गया है. खड़े ट्रेलर में कार घुसने से बड़ा सड़क हादसा हुआ है, जिसमें कार सवार सभी 5 लोगों की मौत हो गई. वाहन को मौके से हटा दिया गया हैं मामले की जांच की जा रही है. सड़क हादसे में कमलेश कुमार, छगनलाल, रामाराम, दिनेश, मानाराम की मौत हुई है. इधर घटना के बाद परिजन मृतकों के शव को उठाने से इनकार करते हुए मुआवजे की मांग पर अड़े हैं.
