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श्मशान घाट में चिता से गायब हो गईं अस्थियां! सामने आई ये वजह

राजस्थान के अलवर में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक व्यक्ति के अंतिम संस्कार के बाद श्मशान घाट से उसकी अस्थियां गायब हो गईं, मौके पर तंत्र किया वाली चीजें मिलीं. परिजनों ने इस मामले की शिकायत पुलिस से की है. पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है.

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श्मशान घाट से गायब हुईं अस्थियां.
श्मशान घाट से गायब हुईं अस्थियां.

राजस्थान के अलवर के श्मशान घाट से अस्थियां गायब हो गईं. अंतिम संस्कार वाली जगह पर लोगों को तंत्र क्रिया वाली चीजें पड़ी मिलीं. दरअसल, एक यादराम नाम के युवक की मौत हो गई थी. परिजनों ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया. इसके बाद दूसरे दिन पहुंचे तो अस्थियां नहीं थीं. परिजनों ने इस मामले की सूचना पुलिस को दी. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.

जानकारी के अनुसार, अलवर में एक व्यक्ति की मौत के बाद परिजनों ने उसका प्रताप बंद श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया. इसके बाद परिजन तिये के दिन फूल चुनने पहुंचे.  और पास में ही तंत्र विद्या से जुड़ा हुआ सामान पड़ा मिला परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी पुलिस मौके पर पहुंची और पुलिस ने कहा जैसी भी ये शिकायत देंगे। उस अनुसार कार्रवाई की जाएगी.

अलवर शहर निवासी बालकिशन ने बताया कि उसके भाई यादराम की 27 जुलाई को मौत हो गई थी. आज उसके फूल (अस्थियां) लेने श्मशान घाट पर आए थे. जब यहां आकर देखा तो अंतिम संस्कार वाली जगह पर नींबू, कलाकंद, बर्फी व सहित पूजन का सामान पड़ा था. चिता से अस्थियां गायब थीं. 

अंतिम संस्कार वाली जगह पर की गई तंत्र क्रिया

लोगों ने कहा कि यहां श्मशान घाट पर न तो लाइट की व्यवस्था है, न ही गार्ड रहता है. ऐसा लगता है कि निश्चित रूप से तंत्र विद्या की गई है. यह ज्यादातर गरीब लोगों के साथ किया जा रहा है. श्रवण ने कहा कि उसके भांजे यादराम की मौत 27 को हुई थी. यहां आकर देखा तो अस्थियां गायब थीं. मंगलसूत्र सहित कई चीजें पड़ी थीं. इस संबंध में पुलिस को सूचना दे दी गई थी. 

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मामले को लेकर पुलिस ने क्या कहा?

सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने कहा कि परिजनों ने शिकायत दी है कि यादराम की मौत 27 जुलाई को हुई थी. 29 जुलाई को जब अस्थियां चुनने पहुंचे तो अस्थियां नहीं थीं. वहां नींबू, अगरबत्ती सहित अन्य सामान पड़ा था. यह सामान अक्सर रात्रि में तंत्र विद्या करने वालों के द्वारा उपयोग में लिया जाता है. परिजनों को बता दिया है कि किसी पर शक है तो उस हिसाब से कार्रवाई की जाएगी.

पहले भी सामने आ चुके हैं तंत्र क्रिया के मामले

इधर नगर परिषद के कर्मचारी दीपक ने कहा कि उनके सामने इससे पहले भी तीन घटनाएं हो चुकी हैं. श्मशान में रात्रि को तांत्रिक विद्या की गई. वह सुबह 9 बजे यहां आता है और शाम को 6 बजे चला जाता है. रात में कोई नहीं रहता. श्मशान घाट के पास बनी कुटिया में साधु संत रहते हैं, लेकिन यहां रात को लाइट की कोई व्यवस्था नहीं है. यहां वन्यजीव भी घूमते रहते हैं.

इससे पूर्व के मामले की जांच अशोक शर्मा कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि पहले ऐसी ही तीन घटनाएं हो चुकी हैं. यह निश्चित रूप से किसी तांत्रिक क्रिया का ही काम है.

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